सिंघु बॉर्डर पर 12 दिनों से जमे किसान, 25 Photos में देखें आंदोलन का असली रंग
नई दिल्ली. कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का प्रदर्शन 12वें दिन जारी है। सिंघु बॉर्डर पर बड़ी संख्या में पंजाब और हरियाणा के किसान डटे हुए हैं। किसान और सरकार के बीच शनिवार को 5वें दौर की बैठक हुई थी। बैठक में सरकार ने कहा था कि वह कृषि कानूनों में बदलाव के लिए तैयार है। लेकिन किसान कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर डटे हुए हैं। ऐसे में यह बैठक भी विफल साबित हुई। किसानों ने 8 दिसंबर को भारत बंद बुलाया है। इसके अगले दिन यानी 9 दिसंबर को किसानों और सरकार के बीच एक बार फिर बातचीत होगी। आईए फोटो में देखते हैं कि किसान सिंघु बॉर्डर पर किस तरह डटे हुए हैं। (फोटो- समाचार एजेंसी रायटर्स की हैं)
- FB
- TW
- Linkdin
किसानों ने साफ कर दिया है कि उनके पास एक साल का राशन है। अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो वे इसी तरह बॉर्डर पर प्रदर्शन करते रहेंगे। (फोटो- प्रदर्शन में दौरान रोटी बनाते हुए किसान।)
प्रदर्शन में शामिल होने आए किसान अपने साथ खाने पीने का सामान और बर्तन भी लाए हैं।
प्रदर्शन स्थल पर किसान सिख धर्म के पहले गुरु और संस्थापक गुरु नानक देव की 551वी जयंती पर प्रार्थना करता हुआ।
किसान अपने साथ टैक्टर ट्राली भी लेकर आए हैं। इन्हीं ट्राली में किसान रात गुजारते हैं।
वहीं, सिंघु बॉर्डर पर बड़ी संख्या में फोर्स भी तैनात किया गया है।
इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिला किसानों ने भी हिस्सा लिया है।
प्रदर्शन स्थल पर किसानों के लिए लंगर की भी व्यवस्था की जा रही है।
कृषि कानूनों के खिलाफ ट्रैक्टर पर बैठकर नारे लगाते किसान।
सिंघु बॉर्डर पर बड़ी संख्या में किसान कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन करने पहुंचे हैं।
प्रदर्शन में शामिल किसान चाय और नाश्ते का आनंद लेते हुए।
किसान अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रख रहे हैं। दो किसान अपने साथी के हाथ पैर खींचते हुए।
पगड़ी बांधता किसान।
किसान सिंघु बॉर्डर पर ही ढेरा डाले हुए हैं। वे यहीं खाते-पीते और रात में यहीं सो जाते।
टिकरी बॉर्डर पर कपड़े धोता किसान।
टिकरी बॉर्डर पर भी किसान प्रदर्शन करने के लिए जमा हुए हैं।
बस से प्रदर्शन में शामिल होने आईं महिला किसान।
पुलिस ने बॉर्डर पर बैरिकेड लगा रखे हैं। इसके बावजूद किसान शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे हैं।
प्रदर्शन स्थल पर ट्राली के नीचे आराम करता किसान।
किसानों को रोकने के लिए सिंघु बॉर्डर पर बड़ी संख्या में बैरिकेड्स लगाए गए हैं। इसके अलावा सुरक्षाबलों की भी तैनाती की गई है।
किसानों के प्रदर्शन के चलते एनसीआर के कई राजमार्ग भी बंद हैं।