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अमिताभ बच्चन पर था इतने करोड़ का कर्ज, अमर सिंह ने दिवालिया होने से बचाया था; मौत से 6 महीने पहले मांगी माफी
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कैसे हुई दोस्ती?
90 के दशक में अमिताभ बच्चन अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहे थे। उनकी फिल्में लगातार फ्लॉप हो रही थीं। यहां तक की उनकी कंपनी एबीसीएल भी डूब गई थी। हालत इतने बिगड़ गए थे कि अमिताभ बच्चन के बंगले के बिकने और उनके दिवालिया होने की नौबत तक आ गई थी। ऐसे वक्त में अमर सिंह ने दोस्ती का हाथ बढ़ाया और अमिताभ बच्चन कर्ज से उबर सके। यह दोस्ती काफी लंबी चली।
जया बच्चन को समाजवादी पार्टी में भी अमर सिंह लेकर आए। जया चार बार की राज्यसभा सांसद हैं। बताया जाता है कि अमिताभ ने शुरुआत में जया के राजनीति में जाने पर विरोध किया था, लेकिन अमर सिंह ने उन्हें मना लिया था।
2010 में पड़ी दरार
अमर सिंह को 2010 में समाजवादी पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। तब अमर सिंह ने जया बच्चन को भी पार्टी छोड़ने के लिए कहा। जया राजी नहीं हुईं। यहीं से रिश्तों में दरार आनी शुरू हुई।
साल 2012 में अनिल अंबानी के घर एक पार्टी थी। पार्टी में कई दिग्गज पहुंचे थे। पार्टी के दौरान अमर सिंह का जया बच्चन से किसी बात पर विवाद हो गया। बस यही दोनों के बीच की दूरी की वजह बनी। इसके बाद अमर सिंह ने कई बार बच्चन परिवार पर निशाना साधा।
जब अमिताभ बच्चन से मांगी माफी
अमर सिंह ने इस साल फरवरी में वीडियो जारी कर अमिताभ बच्चन से माफी मांगी। उन्होंने कहा था, 'आज मेरे पिता की पुण्यतिथि है और मुझे इसके बारे में अमिताभ बच्चन का मैसेज आया है। अपने जीवन के इस पड़ाव पर जब मैं जिंदगी और मौत से जूझ रहा हूं, मुझे अमित जी और उनके परिवार के लिए हद से ज्यादा बोल जाने का पश्चाताप हो रहा है। भगवान उनके परिवार को अच्छा रखे।
अमिताभ बच्चन को क्या कहा था?
2017 में अमर सिंह ने एक इंटरव्यू में कहा था, जब मैं अमिताभ बच्चन से मिला, उससे पहले से वो और जया अलग-अलग रह रहे थे। उनमें से एक प्रतीक्षा में और दूसरे अन्य बंगले में रह रहा था जिसका नाम जनक है।
अमर सिंह का जन्म 27 जनवरी 1956 को यूपी में हुआ। वे समाजवादी पार्टी के महासचिव और राज्य सभा सांसद रह चुके हैं। 6 जनवरी 2010 को इन्होंने समाजवादी पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। साल 2016 में इनकी समाजवादी पार्टी में वापसी हुई।
कभी समाजवादी पार्टी के प्रमुख रहे मुलायम सिंह यादव के दाहिने हाथ माने जाने वाले अमर सिंह पहली बार नवंबर 1996 में राज्यसभा के सदस्य मनोनीत किए गए थे।