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दिल्ली में 48 घंटे बाद फिर हिंसा, पुलिसकर्मियों को दौड़ा दौड़ा कर पीटा; तस्वीरोंं में देखें मंजर
नई दिल्ली. नागरिकता कानून के खिलाफ मंगलवार को दिल्ली में एक बार फिर हिंसक प्रदर्शन हुआ। ये हिंसक प्रदर्शन दिल्ली के जाफराबाद, सीलमपुर में हुए। यहां हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी नागरिकता कानून का विरोध करने जुटे थे।
| Published : Dec 17 2019, 03:38 PM IST / Updated: Dec 17 2019, 04:52 PM IST
दिल्ली में 48 घंटे बाद फिर हिंसा, पुलिसकर्मियों को दौड़ा दौड़ा कर पीटा; तस्वीरोंं में देखें मंजर
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देखते ही देखते ये प्रदर्शन हिंसक हो गया। यहां प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया। कम संख्या में पुलिसकर्मी होने के चलते प्रदर्शनकारी पुलिस पर हावी हो गए। प्रदर्शनकारी पुलिस को चैलेंज भी कर रहे थे।
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पुलिस को प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े। पुलिस ने 66 फीट रोड पर ट्रैफिक रोक दिया। जाफराबाद, बाबरपुर, सीलमपुर और गोकुलपुरी में मेट्रो स्टेशन के गेट बंद करने पड़े।
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उधर, प्रदर्शनकारियों ने सीलमपुर में पुलिस बूथ में आग लगा दी। बसों को भी फूंक दिया। पुलिस ने ड्रोन से उपद्रवियों पर नजर रखी।
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गलियोंं में बड़ी संख्या में उपद्रवी इकट्ठा थे, चारों ओर से पुलिस पर पत्थरबाजी की गई। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने मीडियाकर्मियों पर भी हमला किया।
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यहां पुलिसकर्मियों के साथ भी मारपीट की गई।
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दिल्ली जॉइंट कमिश्नर आलोक कुमार ने बताया, पुलिस की ओर से फायरिंग नहीं की गई। सिर्फ आंसू गैस के गोले इस्तेमाल किए गए। अब स्थिति काबू में हैं। कई पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं। प्रदर्शनकारियों ने 2 पब्लिक बसों, एक फोर्स की बस और कुछ बाइकों में तोड़फोड़ की।
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इसी बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों से शांत रहने की अपील की। उन्होंने ट्वीट किया, 'मेरी सभी दिल्लीवासियो से अपील है कि शांति बनाए रखें। एक सभ्य समाज में किसी भी तरह की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जा सकती। हिंसा से कुछ हासिल नहीं होगा। अपनी बात शांति से कहनी है।'
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इससे पहले जामिया इलाके में रविवार को हिंसक प्रदर्शन हुए थे। इसके बाद पुलिस और जामिया यूनिवर्सिटी के बीच झड़प भी हुई थी।
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छात्रों का आरोप था कि पुलिस बिना इजाजत जामिया यूनिवर्सिटी में घुसी थी। और यहां छात्रों के साथ मारपीट की गई।