- Home
- National News
- कोरोना से सब बुरा ही नहीं हुआ, ये 10 चीजें अच्छी भी हुईं, जिन्हें दुनिया हमेशा रखेगी याद
कोरोना से सब बुरा ही नहीं हुआ, ये 10 चीजें अच्छी भी हुईं, जिन्हें दुनिया हमेशा रखेगी याद
- FB
- TW
- Linkdin
1- पूरी दुनिया में करोड़ों लोग धोने लगे हाथ : हाथ धोना एक अच्छी आदत है। भारतीय संस्कृति में खाना खाने से पहले हाथ धोना बहुच जरूरी माना जाता रहा है। लेकिन हाल ही के कुछ सालों में इस आदत में परिवर्तन देखने को मिला था। लेकिन अब एक बार फिर भारत ही नहीं पूरी दुनिया के लोगों में बार बार हाथ धोने की आदत आ गई है। अब करोड़ो लोग थोड़ी थोड़ी देर में हाथ धो रहे हैं। दरअसल, कोरोना वायरस का अब तक कोई इलाज नहीं मिला है। ऐसे में साफ सफाई, खास कर हाथ धोना काफी अहम माना जा रहा है। WHO और सरकारों के बार बार कहने से एक बार फिर लोगों ने हाथ धोना शुरू कर दिया है।
2- कोरोना के चलते जर्म्स और रोग फैलाने वाले वायरसों का हो रहा सफाया: इतना ही नहीं कोरोना के चलते आज पूरे देश में साफ सफाई हो रही है। हर जगह इलाकों को सैनिटाइज किया जा रहा है। इससे ना केवल कोरोना बल्कि और तमाम जर्म्स और रोग फैलाने वाले वायरसों, जिनसे निमोनिया, मलेरिया आदि फैलता है, वे भी नष्ट हो रहे हैं। इससे आगे भी काफी लाभ मिलेगा।
3- लोग घर पर बिता रहे वक्त : लॉकडाउन के चलते सभी उद्योग, धंधे और दफ्तर बंद हैं। अचानक हुए लॉकडाउन के चलते लोग घरों में रह रहे हैं। व्यस्त जिंदगी होने के चलते लोग अपनों को समय नहीं दे पाते थे। लेकिन अब लॉकडाउन में लोग अपनों के साथ समय बिता रहे हैं।
4- रोड एक्सीडेंट कम हुए: दुनियाभर में हर रोज 3424 लोग एक्सीडेंट में मरते हैं। यानी हर 1 मिनट में दो लोगों की मौत होती है। लॉकडाउन में लोग घरों में रह रहे हैं। इससे एक्सीडेंट में कमी आई है। या यू कहें बहुत ज्यादा कमी आई है।
5- हवा-पानी शुद्ध हुए: भारत में 25 मार्च को लॉकडाउन लगाया गया था। पिछले 25 दिनों से उद्योग धंधे, और कारखाने सब बंद हैं। वाहन भी नहीं चल रहे हैं। ऐसे में हवा काफी शुद्ध हो गई है। देश के ज्यादातर शहरों में हवा की गुणवत्ता पहले की तुलना में काफी बेहतर हो गई है। वहीं, गंगा, यमुना समेत तमाम नदियों का पानी भी काफी हद तक शुद्ध और स्वच्छ हो गया है।
6- खर्च हुआ कम : लॉकडाउन के चलते मॉल, सिनेमा हॉल, कॉम्प्लैक्स, होटल और रेस्टोरेंट बंद हैं। ऐसे में लोग ना ऐसी जगह पर जा रहे हैं और ना ही पैसे खर्च हो रहे हैं। लॉकडाउन के चलते सिर्फ जरूरी चीजों पर ही लोग खर्च कर रहे हैं।
7- वॉरियर्स की अहमियत पता चली: दुनियाभर में कोरोना के खिलाफ जंग चल रही है। इस जंग में डॉक्टर्स, नर्स और मेडिकल स्टाफ अहम भूमिका निभा रहे हैं। इसके अलावा पुलिसकर्मी, मीडिया कर्मी, सफाई कर्मी, सुरक्षाबल और जरूरी सेवाओं में लगे लोग अपनी जान पर खेल कर लोगों की जरूरत पूरा कर रहे हैं। महामारी के वक्त हमें इन वॉरियर्स की अहमियत पता चली है।
8- परोपकार के लिए प्रोत्साहित हुए: कोरोना वायरस से पूरी दुनिया चपेट में है। ऐसे में इस अदृश्य दुश्मन के खिलाफ जंग में भाग लेने के लिए पूरा देश आगे आया है। कारोबारियों से लेकर आम जन तक और सरकारी और गैर सरकारी संस्थाएं मदद में बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रही हैं। कोई आर्थिक मदद कर रहा है तो कोई गरीबों को राशन और खाना उपलब्ध करा रहा है। कोरोना संकट के वक्त लोगों में परोपकार की भावना भी देखने को मिली है।
9- स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर करने का मौका मिला: कोरोना के चलते दुनियाभर के देशों ने अपनी स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर करने के लिए कदम उठाए हैं। कोरोना के खिलाफ उठाए गए ये कदम आगे आने वाले वक्त में भी काम आएंगे। इससे ना केवल देशों की स्वास्थ्य सुविधाएं आगे होंगी, बल्कि सभी अपनी अपनी अर्थव्यवस्था का कुछ हिस्सा स्वास्थ्य सुविधाओं पर भी खर्च करेंगे।
10- अपनी रुचि के काम पर ध्यान देने का वक्त मिला: लॉकडाउन के चलते तमाम लोग घर पर छुट्टियां बिता रहे हैं। ऐसे में उन्हें अपनी रुचि के कामों पर ध्यान लगाने का समय मिला है। कोई अपनी पसंद की किताबें पढ़ रहा है तो कोई पसंदीदा खाना बनाना सीख रहा। इसके अलावा कोई इंटरनेट पर अपने पसंद की चीजों को खोज रहा है तो कोई घर के कामों में हाथ बटाना सीख रहा। वहीं, बच्चे भी इंटरनेट के जरिए अपनी रुचि के विषय पढ़ रहे।