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10-12 KM तक कार में फंसी घिसटती रही लड़की, पुलिस और आरोपियों की थ्योरी खड़े कर रही ये 5 सवाल
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सवाल नंबर 1 - क्या डेढ़ घंटे तक पुलिस को पता ही नहीं चला?
इस हादसे से जुड़ा एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि कार रोड पर एक जगह यू-टर्न ले रही है। कार के यू-टर्न लेते वक्त वहां मौजूद कुत्ता कार में फंसी लड़की को देखकर भौंकता भी है। ऐसे में सवाल उठता है कि कुत्ते को कुछ गलत होने की भनक लग गई, लेकिन पुलिस को डेढ़ घंटे तक कुछ पता ही नहीं चला। बता दें कि ये फुटेज करीब रात 3 बजे का है। लेकिन पुलिस को इसकी जानकारी डेढ़ घंटे बाद करीब सुबह साढ़े 4 बजे तब पता चली, जब एक शख्स ने पुलिस को फोन किया।
सवाल नंबर 2 - गाड़ी से स्कूटी टकराने के बाद लड़की दूर न गिरके पहिए में कैसे फंसी?
आरोपियों ने पुलिस के सामने जो कहानी बताई है, उसके मुताबिक उनकी कार से स्कूटी की टक्कर होने के बाद युवक कार लेकर भागने लगे, जिसके चलते युवती पहिए के नीचे फंस गई। ऐसे में सवाल उठता है कि कार से स्कूटी की टक्कर के बाद लड़की छिटक कर दूर गिरने के बजाय कार के पहिए के नीचे कैसे फंस गई?
सवाल नंबर 3 - गाड़ी के पहिए में कुछ फंसा, पर ड्राइवर को खबर तक नहीं?
कार से स्कूटी की टक्कर के बाद अगर कोई चीज अगले पहिए के नीचे फंस भी गई है तो ड्राइवर को उसकी खबर कैसे नहीं हुई? जबकि कार के नीचे इतनी भारी चीज फंसी होने से चालक को पहले ही इसका अंदेशा हो जाता है। पहिए में कोई भी चीज फंसी होने पर उससे एक अलग ही तरह की आवाज आती है। ऐसे में सवाल उठता है कि कार चालक इसे हादसा बताने के लिए कहीं झूठ तो नहीं बोल रहे हैं।
सवाल नंबर 4 - कहीं मर्डर को हादसे का रूप देने की कोशिश तो नहीं?
इस पूरे हादसे के बाद लड़की की मां का आरोप है कि उसकी लड़की की हत्या की गई है। पीड़ित की मां का कहना है कि मेरी बेटी कपड़े पहने थी, लेकिन जब उसकी डेडबॉडी मिली तो वह पूरी तरह नेकेड थी। उसके बदन पर एक भी कपड़ा नहीं था। ये कैसा एक्सीडेंट है? ऐसे में सवाल यह भी उठ रहा है कि कहीं हत्या को हादसे का रूप देने की कोशिश तो नहीं है?
सवाल नंबर 5 - पुलिस को आखिर बाद में क्यों बढ़ानी पड़ी धारा?
दिल्ली के कंझावला इलाके में कार में घिसटती लड़की की लाश मिलने के बाद सोशल मीडिया पर भी लोगों ने दिल्ली पुलिस पर जमकर हमले किए। इसके साथ ही विरोध-प्रदर्शन भी हो रहा है। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने इस घटना में IPC की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) भी जोड़ दी है। इसके साथ ही जांच के लिए फॉरेंसिक एक्सपर्ट को भी लगा दिया गया है। ऐसे में ये सवाल भी उठ रहा है कि पुलिस ने बाद में इस केस में धारा क्यों बढ़ाई?
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि दिल्ली के अमन विहार में रहने वाली पीड़िता एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी में काम करती थी। उसके परिवार में मां के अलावा दो भाई और चार बहने हैं। पीड़िता न्यू ईयर पर एक इवेंट में काम के लिए घर से निकली थी और फंक्शन से लौट रही थी। जब वो स्कूटी से अपने घर जा रही थी, तभी उसका एक्सीडेंट बेलेनो कार से हो गया, जिसमें 5 लोग सवार थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, टक्कर के बाद युवती कार में फंस गई और 10-12 किमी तक घिसटती रही। लगातार घसीटते रहने की वजह से उसकी पीठ और सिर की हड्डियां घिस गईं। मांस निकल गया। दोनों पैरों की हड्डियां भी टूट गईं, जिसके चलते उसकी दर्दनाक मौत हुई। जब उसकी लाश मिली तो उसके शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं बचा था। पुलिस ने इस घटना में अब तक कार सवार 5 लोगों दीपक खन्ना (26), अमित खन्ना (25), कृष्ण (27), मिथुन (26) और मनोज मित्तल (27) को गिरफ्तार कर लिया है।
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