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'मम्मी डॉन' के आगे थरथर कांपते थे लोग; किडनैप कर बच्चों को खिलाती थी गांजा फिर करवाती थी मर्डर
| Published : Jan 18 2020, 06:19 PM IST
'मम्मी डॉन' के आगे थरथर कांपते थे लोग; किडनैप कर बच्चों को खिलाती थी गांजा फिर करवाती थी मर्डर
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दिल्ली के संगम विहार में रहने वाली इस लेडी डॉन का असली नाम बशीरन था। उसके साथी गैंगस्टर और सिपहसालार मम्मी कहकर बुलाते थे। हैरानी होगी यह जानकर कि 62 वर्षीय बशीरन पर हत्या सहित करीब 113 आपराधिक मामलें हैं। इस लेडी डॉन के खौफ का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह 45 साल पहले ही जुर्म की दुनिया में कदम रख चुकी थी, मगर पुलिस को पकड़ने में उसे इतने साल लग गये थे।
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दिल्ली के पॉश इलाकों में से एक संगम विहार में मम्मी डॉन का काफी खौफ था। खौफ इतना की आस-पास के लोग उनके खिलाफ एक शब्द भी बोलने को तैयार नहीं थे। स्थानीय निवासी बताते हैं कि बशीरन के आतंक का साया ऐसा था कि रात में आठ बजे के बाद कोई महिला रोड पर चलने से डरती थी। वो बच्चों को टारगेट बनाती थी।
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बशीरन 8-10-12 साल के बच्चों को अपना शिकार बनाती थी। अपने गैंग में शामिल करने से नाबालिग बच्चों को किडनैप कर पहले नशे की आदत डालती थी। नशे में वो छोटे-छोटे बच्चों को चरस, गांजा खिलाना पिलाना शुरू कर देती थी। जब 6-7 महीने में बच्चों को नशे की आदत पड़ जाती है तो फिर उनको यह बदमाश बनाकर इस्तेमाल करती थी।
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बच्चों को बदमाश बनाने के लिए उन्हें चाकू, छुरा, रिवॉल्वर देती और साथ में ट्रेनिंग भी देती थी। बशरीन के आठ बेटे थे। यह परिवार में अपराध में ऐसा लिप्त है कि इस परिवार से इलाके के लोग खौफ खाते थे। पूरा परिवार संगम विहार को संकट विहार बना चुका था।
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बशीरन का इलाके में दिल्ली की सरकारी पानी की पाइप लाइन पर कब्ज़ा रहा है. वह यहां अपने तरीके से पानी बांटती है और लोगों से घंटे के हिसाब से पैसे वसूलती रही है। खौफ इतना ज्यादा कि क्या मजाल कोई लेडी डॉन के खिलाफ में आवाज बुलंद कर दे। कोई भी शख्स मम्मी डॉन के खिलाफ पुलिस को गवाही नहीं देता था। मम्मी डॉन ने मर्डर करवाए, सुपारियां ली, किडनैपिंग की लेकिन लोग जानते हुए भी खामोश रहे। वजह अपनी मौत का खौफ़।
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मम्मी डॉन बनी बशीरन ने कई सालों तक दिल्ली में आतंक मचा के रखा। उस पर करीब 113 केस दर्ज हुए लेकिन गिरफ्तारी नहीं हो पाई। वो हर बार पुलिस को चकमा देकर भाग जाती। कोई गवाही भी नहीं देता। फिर एक मर्डर केस में बशीरन पर शिकंजा कसना शुरू हो गया।
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साल 2017 में बशीरन ने जंगल में सितंबर में एक कॉन्ट्रैक्ट लेकर हत्या को अंजाम दिया था। बशीरन के गैंग ने उस शख्स की न सिर्फ हत्या की, बल्कि उसे जंगल में जला भी दिया था। पुलिस जांच में पता चला कि इस हत्या के पीछे भी बशीरन का हाथ है। इसके बाद से ही पुलिस उसकी तलाश में लगी थी और बशीरन पुलिस से नजर चुराकर फरार थी।
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मगर 17 अगस्त 2018 को आखिर कार पुलिस ने उसे संगम विहार इलाके से ही गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि मामले में कोर्ट ने उसे भगोड़ा भी घोषित कर दिया था। कोर्ट ने उसके घर को भी सील कर दिया था। बहरहाल आखिरकार वह अब सलाखों के पीछे चली गई जहां वो अपने गुनाहों की सजा भुगत रही है। पर महिला डॉन के आतंक से आज भी संगम विहार के लोग डरे-सहमे रहते हैं।