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दो दिन तक सरकारी हॉस्पिटल में पड़ा रहा शव, कुत्तों ने नोंच-नोंच कर खाया, गार्ड ने देखा तो रह गया दंग
हैदराबाद. आंध्र प्रदेश में ओंगोल के एक सरकारी हॉस्पिटल की बड़ी लापरवाही सामने आई है। हॉस्पिटल में एक आदमी का शव जमीन पर पड़ा हुआ था। करीब दो दिन बीच गए। आवारा कुत्ते शव को नोंच-नोंच कर खाते रहे। पहले कान खाया। फिर मुंह। यह सब होता रहा लेकिन देखने वाला कोई नहीं। किसी ने न ही कुत्तों को रोका और न ही वहां से शव को हटाने की जहमत उठाई। घटना राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज की है।
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रिश्तेदारों ने लगाया लापरवाही का आरोप
मृतक के रिश्तेदारों ने हॉस्पिटल में लापरवाही का आरोप लगाया। हॉस्पिटल के गार्ड ने आवारा कुत्तों को शव के कान को चबाते हुए देखा। इसके बाद उसने कुत्तों को भगाया। लेकिन इसके बाद किसी ने भी शव को हटाने की जहमत नहीं उठाई।
शेल्टर होम में पड़ा था शव
शव बेघरों और गरीबों के लिए बनाए गए शेल्टर होम में पड़ा था। घटना पर आंध्र प्रदेश पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष नेता चंद्रबाबू नायडू ने घटना का वीडियो ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, यह दिल तोड़ देने वाला दृश्य है! ओंगोल जीजीएच में 2 दिनों तक एक मरीज का शव पड़ा रहा। कुत्तों ने उसके शरीर को नोचकर खा लिया। यह मानवीय गरिमा का उल्लंघन है और आंध्र प्रदेश सरकार की विफलता है। मेरे पास इसकी निंदा करने के लिए शब्द नहीं है।
मरीज हॉस्पिटल में भर्ती था या नहीं?
शुरुआती जांच में पता चला कि मरीज को हॉस्पिटल में भर्ती ही नहीं कराया गया था। रिम्स के अधीक्षक डॉक्टर श्रीरामुलु का कहना है कि कांता राव को 5 अगस्त को रिम्स लाया गया था। लेकिन उन्हें कभी भी इन-पेशेंटके रूप में भर्ती नहीं किया गया।
उन्होंने कहा कि अभी यह साफ नहीं है कि उन्हें भर्ती क्यों नहीं किया गया। सवाल ये भी उठता है कि बिना किसी उपचार के कम से कम पांच दिनों तक शेल्टर होम में सोने के लिए मजबूर क्यों किया गया?
सोशल मीडिया पर मृतक के शव की तस्वीर वायरल हो रही है। ट्विटर यूजर्स हॉस्पिटल पर गुस्सा जाहिर कर रहे हैं और शख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।