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कोरोना से दहशतः लॉक डाउन में ये बहादुर लड़की घर में बंद बुजुर्गों को साइकिल से पहुंचा रही खाना
बेंगलुरु. कोरोना वायरस के कारण भारत सरकार ने आगामी हालातों को बदतर न होने से रोकने के लिए पूरे देश में लॉक डाउन यानि बंद घोषित कर दिया है। पूरे देश में 31 मार्च तक यातायात और सुविधाएं ठप्प हैं। देशभर में गांव और शहरों में लोग घरों में कैद हैं। कोरोना वायरस ज्यादा न फैले इसके लिए लोगों को घर में ही रहने की अपील की गई है। चारों तरफ सन्नाटा छाया है। महामारी का प्रकोप देख लोग डरे हुए हैं। कोरोना की दहशत के बीच एक लड़की की बहादुरी की कहानी सामने आई है। ये खबर है बेंगलुरु से जहां एक लड़की मसीहा बनकर आई है। कोरोना के खौफ के बीच लोग घरों में भूखे न मर जाए इसके लिए वो अपनी जान भी जोखिम में डाल खाना डिलिवर कर रही है।
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भारत में लॉकडाउन का जहां इसका पालन नहीं हो रहा वहां सख्ती दिखाई जा रही है। लोगों को अवेयर करने का काम भी किया जा रहा है। ऐसे में बेंगलुरु की ये महिला साइकिल से बुजुर्गों के घर-घर जाकर खाना बांट रही है। 32 साल की ऐश्वर्या एस पेशे से आईटी प्रोफेशनल हैं। बेंगलुरु में ही नौकरी करती हैं। उनकी मां चेन्नई में रहती हैं।
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कोरोना के कारण हालात इतने बुरे हो गए कि अधिकतर शहर खाली हो गए। लोग अपने गांव और घर चले गए। पर ऐश्वर्या बेंगलुरु में ही हैं। उन्होंने बताया कि वो अपनी मां से रोज घंटों बात करती हैं। उनकी मां इस बात से बेहद खुश हैं कि उनकी बेटी इस दौर में बुजुर्गों की मदद कर रही है। ऐश्वर्या ने सोशल मीडिया के जरिए लोगों ने कहा कि वो बेंगलुरु में किसी बुजुर्ग का पता बताएं मैं उन्हें खाना देकर आ जाउंगी।
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ट्विटर पर उनकी कहानी सामने आई। ऐश्वर्या ने ट्वीट किया, ‘किसी के बुजुर्ग पेरेंट्स बेंगलुरु में रहते हों तो बताएं मुझे बहुत खुशी होगी उनसे मिलने में। उन्हें चेक करने में। मैं पूरी तरह से ठीक हूं दो बार शॉवर (नहाती) लेती हूं। कई बार दिन में अपने हाथ धोती हूं और साइकिल से यात्रा करती हूं। मैं उनके घर के बाहर जरूरी सामान रखकर आ सकती हूं। मुझे डायरेक्ट मैसेज करें।’
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ऐश्वर्या अपनी साइकिल पर जरूरत का सामान लेकर उन बुजुर्गों के घर जाती हैं जिनके बारे में सोशल मीडिया पर लोग उन्हें बताते हैं। वो उनके घर के बाहर सामान रखकर आ जाती हैं। ऐश्वर्या की बहादुरी देख लोग हैरान भी हैं। जबकि सब जानते हैं कि घर से बाहर निकलना सख्त मना है और खतरनाक भी। फिर वो भी शहर में रह रहे अकेले जरूरतमंद बुजुर्गों की मदद कर रही हैं।
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सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद ऐश्वर्या का आइडिया बाकी लोगों ने भी फॉलो किया। एक और लड़की गायत्री ने कहा कि वो चेन्नई में किसी के बुजुर्ग माता-पिता की मदद करने के लिए तैयार हैं। इन महिलाओं से कुछ सीखने की जरूरत है। देश पर आई आपदा के समय ये महिलाएं देवता बनकर लोगों की जान बचाने में जुटी हैं। ऐसे योद्धाओं को लोग सैल्यूट कर रहे हैं।
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