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पंचतत्व में विलीन हुईं हीराबेन, तस्वीरों में देखिए PM मोदी ने कैसे दी मां को मुखाग्नि
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हीराबा मोदी का शुक्रवार सुबह 3:30 बजे अंतिम सांस ली। वे 100 साल की थीं।मंगलवार देर रात सांस लेने में तकलीफ के बाद उन्हें यूएन मेहता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें कफ की शिकायत भी थी।
मोदी ने खुद ही निधन की जानकारी ट्वीट के जरिए दी। इसके बाद सुबह 7:45 बजे अहमदाबाद पहुंचे। यहां से वे सीधे गांधीनगर के रायसण गांव में भाई पंकज मोदी के घर गए। पार्थिव देह यहीं रखी गई थी।
मोदी के पहुंचते ही अंतिम यात्रा शुरू हुई। मोदी ने खुद मां को कंधा दिया। इसके बाद सुबह साढ़े 9 बजे सेक्टर-30 स्थित श्मशान घाट में हीराबा का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए मौजूद थे।
मां को मुखाग्नि देने से पहले PM मोदी ने धार्मिक रीति-रिवाज पूरे किए। इस दौरान उन्होंने मां की पार्थिव देह पर गंगा जल लगाया और उन्हें प्रणाम किया।
मां हीराबा को मुखाग्नि देने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेहद भावुक नजर आए। बता दें कि हीराबा ने जून, 2022 में ही अपना 100वां जन्मदिन मनाया था। प्रधानमंत्री मोदी उस समय उनसे मिलने पहुंचे थे। तब उन्होंने मां हीराबा के पैर धोकर उस जल को अपनी आंखों से लगाया था।
मां हीराबा के अंतिम संस्कार के बाद अपने आंसू नहीं रोक पाए पीएम मोदी के भाई और फफक-फफक कर रो पड़े। बता दें कि नरेन्द्र मोदी 5 भाई हैं। इनमें सबसे बड़े सोमभाई, उसके बाद अमृतभाई फिर नरेन्द्र मोदी, प्रहलाद मोदी और पंकजभाई हैं।
मां हीराबा के अंतिम संस्कार के दौरान पीएम मोदी। पास ही खड़े हैं गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल। हीराबा के निधन पर गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई नेताओं ने श्रद्धांजलि दी।
इससे पहले हीराबा की अंतिम यात्रा गांधी नगर स्थित घर से निकली। इस दौरान खुद पीएम मोदी ने मां की पार्थिव देह को कंधा दिया। हीराबा की अंतिम यात्रा में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
मां हीराबा के निधन की जानकारी खुद PM मोदी ने ट्वीट करके दी। शुक्रवार सुबह 6 बजकर 2 मिनट पर उन्होंने लिखा- शानदार शताब्दी का ईश्वर चरणों में विराम। मां में मैंने हमेशा उस त्रिमूर्ति की अनुभूति की है, जिसमें एक तपस्वी की यात्रा, निष्काम कर्मयोगी का प्रतीक और मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध जीवन समाहित रहा है।
बता दें कि पीएम मोदी मां हीराबा से आखिरी बार इसी महीने 4 दिसंबर को मिले थे। दरअसल, गुजरात चुनाव के दौरान वो गांधीनगर में अपनी मां हीराबेन से मिले थे। इस दौरान उन्होंने मां के पैर छूकर आशीर्वाद लिया और उनके साथ बैठकर चाय पी थी। हालांकि, मां की तबीयत बिगड़ने के बाद वो बुधवार को भी उन्हें देखने अस्पताल पहुंचे थे।
मां हीराबा के निधन पर पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा- मैं जब उनसे 100वें जन्मदिन पर मिला तो उन्होंने एक बात कही थी, जो हमेशा याद रहती है कि काम करो बुद्धि से और जीवन जियो शुद्धि से।
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