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पिता की चिता को आग देकर दूसरे दिन ही ड्यूटी पर लौटा IAS; कहा, मुझे लोगों को कोरोना से बचाना है
भुवनेश्वर. भारत में कोराना वायरस यानी कोविड-19 का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। देश भर के 16 राज्यों में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 148 तक पहुंच गई है। कोरोना वायरस को मात देने के लिए सरकार और कर्मचारी युद्ध स्तर पर जुटे हुए हैं। इसी क्रम में भुवनेश्वर में तैनात IAS अधिकारी निकुंज धल का भी नाम सामने आया है। जिन्होंने अपनी पिता की मौत के बाद 24 घंटे के भीतर सारी प्रक्रियाएं पूरी कर वापस ड्यूटी पर लौट आए और कोरोना वायरस के रोकथाम पर काम शुरू कर दिया।
| Published : Mar 18 2020, 01:48 PM IST / Updated: Mar 18 2020, 01:59 PM IST
पिता की चिता को आग देकर दूसरे दिन ही ड्यूटी पर लौटा IAS; कहा, मुझे लोगों को कोरोना से बचाना है
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सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर समेत सरकारी महकमे के अफसर इस मुश्किल घड़ी में अपना घर-परिवार छोड़कर लोगों की मदद करने में जी जान से जुटे हुए हैं। इन सब के बीच आईएएस अधिकारी निकुंज धल रियल हीरो बनकर सामने आए हैं। हाल ही में उनके पिता की असामयिक मौत हो गई। लेकिन निकुंज अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी करने के 24 घंटे के अंदर अपनी ड्यूटी पर लौट आए।
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निकुंज धल मौजूदा समय में भुवनेश्वर में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग में सेक्रेटरी पद पर सेवाएं दे रहे हैं। पिता की मौत के दूसरे ही दिन उन्होंने ड्यूटी ज्वॉइन कर लिया, ताकि कोरोना वायरस को लेकर लोगों की मदद कर सके।
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निकुंज धल के इस कदम की उनके दफ्तर और सोशल मीडिया पर तारीफ भी हो रही है। लोग उनकी कर्तव्यनिष्ठा की प्रशंसा कर रहे हैं।
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कोरोना वायरस के संक्रमण का ओडिशा में सिर्फ कोरोना वायरस के एक मामले मिले हैं। भुवनेश्वर में अधिकारी ने बताया कि संक्रमित व्यक्ति शोधकर्ता है और हाल में इटली से आया था। 33 वर्षीय मरीज छह मार्च को इटली से दिल्ली लौटा था और 12 मार्च को ट्रेन से भुवनेश्वर पहुंचा था।
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कोरोना वायरस की वजह से राज्य सरकार ने सभी सरकारी अफसरों की छुट्टियां कैंसिल कर दी हैं। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि कोविड-19 से अब तक दुनिया भर में 1,81,584 लोग प्रभावित हैं। राज्य में ऐसे मामलों की संख्या न बढ़े, लिहाजा पहले से ही तैयार रहना चाहिए।