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Labour day 2022: अपराध, लेकिन फिर इस तरह बच्चों से मजदूरी करवाते है लोग, देखें चाइल्ड लेबर की 10 भयानक तस्वीर
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8-9 साल का बच्चा एक ईंट तोड़ने वाले यार्ड में काम करता हुआ। जिन हाथों में पेन-पेंसिल होने चाहिए वो हाथ मजदूरी करने को आखिर क्यों मजबूर है, ये सवाल हर इंसान के जहन में होगा?
बस इतनी ही कमाई है जनाब... दस वर्षीय ये बच्चा कचरा डंप पर कचरा इकट्ठा करते हुए रिसाइकिल करने योग्य वस्तुओं को बेचकर कमाए गए पैसे को दिखाते हुए।
एक 5-7 साल की छोटी सी लड़की आजीविका कमाने के लिए एक प्रदर्शन में रस्सी पर चलकर सड़क पर कलाबाजी करती है। ये काम भारत में कई बच्चों से करवाया जाता है।
हर सड़क के किनारे आपको इस तरह से बच्चे किसी ना किसी रईस इंसान के जूते साफ करते नजर आ जाएंगे। अब इस तस्वीर में ही देख लीजिए की किस तरह से ये युवा मजदूर टोपी वाले इंसान के बूट पॉलिश कर रहा है।
आखिर क्यों है इतनी मजबूरी? 2019 में पंजाब में अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस की पूर्व संध्या पर एक युवा मजदूर को एक पार्क के किनारे काम करते देखा गया।
आग की लपटों के बीच जहाज निर्माण उद्योग में काम करता एक 13-14 साल का लड़का, जो बिना खौफ के इस मुश्किल भरे काम को कर रहा है।
ईट के भट्टे में काम करते इस बच्चे को ही देख लीजिए कि कैसे वह भारी ईटों की गाड़ी उठाकर काम करता नजर आ रहा है।
पढ़ने-लिखने की उम्र में इस 11 साल के बच्चे को कूड़ा बीनने का काम करना पड़ रहा है। रिसाइकिल करने योग्य कचरा इकट्ठा करके ये लड़का प्रतिदिन 150 रुपए कमाता है।
कांधे पर भारी बोझ तले कहीं तब ना जाए बचपन... इस फोटो में 10-12 साल का एक मासूम लड़का गन्ने के खेत में काम करता हुआ गन्ने के भारी से ढेर को उठाता नजर आ रहा है।
खेलने-कूदने की उम्र में जब बच्चे इस तरह का काम करते है, तो वाकई ये दिल की झंझोर कर रख देता है। अब इस तस्वीर में ही देखिए 13 साल का ये मासूम बच्चा एक टायर रीसाइक्लिंग फैक्ट्री में काम कर रहा है।
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