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बहादुरी की मिसाल: आतंकियों की गोली की बौछार के बीच जवानों ने बचाया 3 साल के मासूम को
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दरअसल, आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में जिस आम नागरिक की गोली लगने से जान चली गई। उसके साथ एक तीन साल का बच्चा भी था। इस मासूम को गोलियों की बौछार के बीच से जवानों ने इस मासूम को बचा लिया और उसे सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। लेकिन, इस दौरान बच्चा काफी डरा और सहमा सा रोता बिलखता दिखाई दिया।
लेकिन, आतंकियों की गोलीबारी के दौरान सामने आई तस्वीर में जवान इस फोटो में बच्चे से बात भी कर रहा है। बच्चे के चेहरे की मासूमियत और जवान की उससे बात करते हुई तस्वीर दिल को छू रही है। सेना ने एक बार से बहादुरी की मिसाल दी।
बता दें कि कुछ दिन पहले आतंकियों ने एक CRPF जवान और एक 5 साल के बच्चे की गोली मारकर हत्या कर दी थी। वाघमा के बिजबेहरा में हुई इस घटना में शामिल आतंकियों को जवानों ने बीते दिन ढेर कर बदला ले लिया था।
हाल के दिनों में सुरक्षाबलों की कार्रवाई में घाटी में कई आतंकी मारे गए हैं। जवानों की कड़ी कार्रवाई से बौखलाए आतंकी अब घाटी के मासूम लोगों को भी अपना निशाना बनाने लगे हैं और वो बच्चों को भी नहीं छोड़ रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने मंगलवार को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मारे गए आतंकियों में 70 हिजबुल मुजाहिदीन के, 20-20 लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के थे। बाकी दूसरे आतंकी संगठनों के थे।
डीजीपी के मुताबिक पाकिस्तान में आतंकियों के लॉन्च पैड एक्टिव हैं। वहां से भारत में आतंकी भेजने की लगातार कोशिश की जा रही है।