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पंचतीर्थ को विकसित कराने में अहम भूमिका रही थी पीएम मोदी की, डॉ.अंबेडकर से लगाव इन फोटोज से जानिए
MahaparinirvanDiwas: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महापरिनिर्वाण दिवस पर डॉ.बीआर अंबेडकर को श्रद्धा सुमन अर्पित किया है। डॉ.अंबेडकर को याद करते हुए उन्होंने कहा कि डॉ.अंबेडकर के संघर्षों ने लाखों लोगों को उम्मीद दी। भारत को एक बेहद व्यापक संविधान देने के लिए उनके कार्यों को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। दरअसल, बीजेपी के कार्यकर्ता से लेकर प्रधानमंत्री पद की यात्रा तय करने तक नरेंद्र मोदी के प्रेरणास्रोत अंबेडकर रहे।
| Dec 06 2022, 05:42 PM IST
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सार्वजनिक जीवन में आने के बाद पीएम मोदी ने अंबेडकर को हमेशा याद किया और उनके प्रयासों को आगे बढ़ाने की कोशिश की है। एक कार्यकर्ता से लेकर गुजरात के मुख्यमंत्री और पीएम होने तक की यात्रा में अंबेडकर को श्रद्धा सुमन अर्पित करती तस्वीरें उनके अंबेडकर के प्रति लगाव को दर्शाती हैं।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉ.अंबेडकर के सम्मान में पंचतीर्थ को विकसित कराया था। इस पंचतीर्थ में ही अंबेडकर की समाधिस्थल भी शामिल है। पिछले 40 सालों में पंचतीर्थ का दौरा करने वाले वह दूसरे प्रधानमंत्री रहे हैं।
दरअसल, अंबेडकर के स्मारक के लिए काफी लंबे अरसे से चैत्य भूमि को मांगा जा रहा था, नरेंद्र मोदी ने इसकी पहल कर समझौता कराया। अब वहां पंचतीर्थ विकसित हो चुका है।
महापरिनिर्वाण दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉ.बीआर अंबेडकर के प्रति अपने लगाव को दर्शाने वाली तमाम तस्वीरें साझा की है। 1987 में बीजेपी के कार्यकर्ता के रूप में श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए उनकी फोटो के अलावा, मुख्यमंत्री के रूप में और प्रधानमंत्री के रूप में भी डॉ.अंबेडकर को सम्मान देते हुए फोटो शेयर किया है।
अंबेडकर से जुड़े आयोजनों के फोटोज शेयर करने के साथ ही पीएम मोदी ने चैत्य भूमि समझौता सहित पंचतीर्थ की फोटोज भी शेयर किया है। इस भूमि के लिए समझौता कराने में नरेंद्र मोदी का विशेष योगदान और पहल रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी जनसभाओं और कार्यक्रमों में हमेशा यह कहते रहे हैं कि संविधान के निर्माता डॉ.बीआर अंबेडकर उनके जीवन में प्रेरणा देते रहे हैं। उनकी यात्रा में अंबेडकर की प्रेरणा भी निहित है।