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मां बेटे को गोली मारी, लाश को घसीटा...फिर जज को फोन कर कहा था, तेरे पत्नी और बेटे को मार डाला
नई दिल्ली. वर्ष 2018 में गुड़गांव में एडिशनल सेशंस जज कृष्णकांत की पत्नी और बेटे को उन्हीं के सिक्योरिटी गार्ड ने गोली मार दी थी। जिसमें मौके पर जज की पत्नी रेणु की मौत हो गई थी। इस घटना की पुलिस जांच कर रही थी। जिसके बाद कोर्ट ने आज यानी गुरुवार को आरोपी सिक्योरिटी गार्ड को दोषी पाया है। हालांकि कोर्ट ने अभी दोषी को सजा का ऐलान नही किया है। आइए जानते है वर्ष 2018 में हुए इस दर्दनाक घटना के बारे में....
| Published : Feb 06 2020, 06:18 PM IST / Updated: Feb 06 2020, 06:27 PM IST
मां बेटे को गोली मारी, लाश को घसीटा...फिर जज को फोन कर कहा था, तेरे पत्नी और बेटे को मार डाला
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14 अक्टूबर 2018 को गुड़गांव के बीच बाजार में जज की पत्नी को सिक्योरिटी गार्ड ने गोली मार दी। उसके अगले दिन ही पत्नी रेणु की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इस घटना के बारे में पुलिस ने जांच में पाया था कि दोषी गनर महिपाल यादव (32) छुट्टी नहीं मिलने से तनाव में था। गनर का आरोप है कि ईसाई धर्म अपनाने पर जज की पत्नी उसे परेशान करती थी। महिपाल करीब दो साल से जज के साथ बतौर गनर तैनात था। वारदात के बाद उसने जज को तीन कॉल किए। इस दौरान कहा- 'मैंने तेरी पत्नी-बेटे को गोली मारी है। मेरी मां और लोगों को इसके बारे में बता देना।' (फाइल फोटो-गोली मारने के बाद बेटे को कार में घुसाने की कोशिश करता गनर)
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हिसार निवासी जज कृष्णकांत की 52 वर्षीय पत्नी रेणु और 30 साल का बेटा ध्रुव गनर महिपाल के साथ खरीदारी करने बाजार गए थे। जैसे ही कार से मां-बेटा उतरे महिपाल ने सर्विस गन से दोनों पर गोली चला दी। जज के बेटे ध्रुव को तीन गोली लगी थी। जिसमें एक सिर में, एक कान के पास और एक गर्दन में गोली जा धंसी। वहीं, पत्नी रेणु को सीने में एक गोली लगी थी। गोली मारने के बाद गनमैन ने लड़के को कार में डालने की कोशिश की थी। लेकिन कामयाब नहीं हुआ तो दोनों को छोड़कर कार से फरार हो गया। इस दौरान गार्ड एक ही बात कह रहा था- यह शैतान है और वह शैतान की मां। (फाइल फोटो- घटना स्थल)
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महेंद्रगढ़ के नांगल चौधरी क्षेत्र के भुगांरका निवासी महिपाल यादव डेढ़ साल से जज कृष्णकांत के साथ बतौर सिक्योरिटी गार्ड तैनात था। गांव वालों ने बताया, वह शुरू से ही क्रोधी स्वभाव का था। करीब आठ माह पहले उसने हिंदू धर्म छोड़ क्रिश्चियन धर्म अपना लिया। उसके बाद से वह क्रिश्चियन धर्म का गुणगान और उसकी शक्ति की चर्चा ज्यादा करता था। पुलिस के अनुसार, लॉकअप में वह चिल्लाते हुए कह रहा था कि धर्म परिवर्तन और धार्मिक गुणगान को लेकर जज की पत्नी ने उससे आपत्ति जताई थी और उसे ऐसा न करने को कहा था। यह बात उसे अच्छी नहीं लगी थी।
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दोषी महिपाल को जानने वालों ने बताया, महिपाल का पिता होशियार सिंह शराब पीने का आदी है। इसी कारण महिपाल की मां तृप्ति उसके जन्म से पहले ही कोसली अपने मायके चली गई। यहीं महिपाल की पढ़ाई हुई। वह थोड़ा क्रोधित स्वभाव का है। वह 2007-08 में हरियाणा पुलिस में भर्ती हुआ था। घर की माली हालत खराब होने के कारण महिपाल दिन में नौकरी के बाद रात को टैक्सी चलाता था। धर्म परिवर्तन के बारे में परिवार के लोग बताते हैं कि आजकल महिपाल चर्च में जाने लगा था। (फाइल फोटो- लाल घेरे में दोषी गनर)
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गुडगांव में जज कृष्णकांत की पत्नी रितु और बेटे ध्रुव को गोली मारे जाने के 4 दिन बाद पुलिस ने जांच में दावा किया था कि आरोपी की मानसिक स्थिति पूरी तरह ठीक है। पुलिस रिमांड में पूछताछ में वह जज की तारीफ कर रहा था। (फाइल फोटो- जज की पत्नी)
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घटना के दिन, शाम को वह जज की पत्नी रितु और बेटे ध्रुव को लेकर मार्केट गया था। जब रितु दुकान में खरीददारी कर रही थी, तो गनर महिपाल वहां से कहीं चला गया था। इस दौरान रितु ने उसे फोन करने की भी कोशिश की थी। दुकानदार ने भी इसकी पुष्टि की थी। खरीददारी के बाद जब रितु और ध्रुव कार के पास पहुंचे, तो गनर वहां नहीं मिला। (फाइल फोटो- जज की पत्नी और लाल घेरे में गोली चलाने वाला दोषी)
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कुछ देर बाद जब महिपाल आया तो उसकी गैरहाजरी को लेकर उसे कुछ कहा। इसी दौरान ध्रुव ने महिपाल से कार की चाबी मांगी, जिसको लेकर दोनों के बीच झड़प हुई। गुस्से में महिपाल उसे कार से बाहर निकालने लगा। यह देखकर रितु ने भी महिपाल को फटकार लगाई। इससे नाराज होकर महिपाल ने रितु को 2 गोली मारीं। इसके बाद उसने ध्रुव पर 3 गोलियां दाग दी। (फाइल फोटो- घटना स्थल की)