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CAA के खिलाफ विरोधियों ने उठाया अनोखा कदम, पूर्व CM के घर किया यह काम, तस्वीरें देख रह जाएंगे हैरान
चेन्नई. नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में देशभर के विभिन्न राज्यों में उग्र प्रदर्शन चर्चे में रहे। इन सब के बीच तमिलनाडु में भी कानून का विरोध जारी है। लेकिन यहां विरोध करने वालों ने अलग तरीका अपनाया है। विरोध करने वालों ने रंगोली बनाकर पड़ोसी देश पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के अल्पसंख्यक शरणार्थियों को नागरिकता देने वाले कानून पर ऐतराज जताया है।
| Published : Dec 30 2019, 03:14 PM IST
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प्रदेश की राजधानी चेन्नई में सीएए और एनआरसी का विरोध करते हुए दिवंगत पूर्व सीएम एम करुणानिधी के आवास पर रंगोली बनाई। करुणानिधि के अलावा डीएमके चीफ एमके स्टालिन और डीएमके सांसद कनिमोझी के आवास के बाहर भी सीएए और एनआरसी के विरोध में रंगोली बनाई गई।
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इससे पहले चेन्नई में रविवार को रंगोली बनाकर सीएए के विरोध में प्रदर्शन कर रहे आठ लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। हालांकि थोड़ी देर बाद सभी को रिहा कर दिया गया। जिन लोगों को हिरासत में लिया गया उनमें पांच महिलाएं शामिल थीं।
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तमिलनाडु के कई हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से राजनीतिक दलों और नागरिक संस्थाओं के कार्यकर्ताओं का सीएए के खिलाफ प्रदर्शन जारी है। रविवार को दक्षिण चेन्नई के बसंत नगर इलाके में आठ लोगों के समूह ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया। उन्होंने रंगोली बनाकर सीएए, एनआरसी और एनपीआर के प्रति विरोध जताया था।
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तमिलनाडु के कई हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से राजनीतिक दलों और नागरिक संस्थाओं के कार्यकर्ताओं का सीएए के खिलाफ प्रदर्शन जारी है। रविवार को दक्षिण चेन्नई के बसंत नगर इलाके में आठ लोगों के समूह ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया। उन्होंने रंगोली बनाकर सीएए, एनआरसी और एनपीआर के प्रति विरोध जताया था। विरोध करने वालों ने रंगोली बनाकर ‘‘नो टू एनसीआर’’, ‘‘नो टू एनपीआर’’ एवं ‘‘नो टू एनआरसी’’ के नारे लगाए, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए नागरिकता संशोधन कानून का विरोध किया जा रहा है। दरअसल, इस कानून में पाकिस्तान, आफगानिस्तान और बांग्लादेश के अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का अधिकार है। जो इन देशों से प्रताड़ित होकर भारत में आए हैं।