- Home
- National News
- तस्वीरों में देखिए राहुल-सोनिया गांधी की जयपुर में महारैली, जानिए इसके सियासी मायने और बड़ी बातें..
तस्वीरों में देखिए राहुल-सोनिया गांधी की जयपुर में महारैली, जानिए इसके सियासी मायने और बड़ी बातें..
- FB
- TW
- Linkdin
राहुल गांधी का स्वागत करने राजस्थान कलाकार भी सभा स्थल पर पहुंचे। उन्होंने राहुल-सोनिया और प्रियंका गांधी का पारंपरिक तरीके से नाच-गाकर स्वागत किया। इस दौरान सभी कलाकार ढोल-नगाड़े बजाकर, थिरकते हुए वहां मौजूद सभी का मनोरंजन करते दिखाई दिए।
महंगाई के खिलाफ कांग्रेस की महारैली में शामिल होने के लिए महिलाओं में भी खासा उत्साह दिखाई दिया। रैली स्थल पर अधिकतर महिलाएं नाचते गाते पहुंची। उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार को महंगाई का जनक बताया। महिलाओं का कहना था कि केंद्र की जन विरोधी नीतियों के कारण आज महंगाई चरम पर है।
विद्याधर नगर स्टेडियम में रैली स्थल पर राहुल गांधी का पोस्टर लगाया गया। यहां तीन अलग-अलग डोम बनाए गए हैं। राहुल गांधी के साथ सोनिया गांधी के भी पोस्टर विद्याधर नगर स्टेडियम में लगाए गए। यहां बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता पहुंचे। कार्यकर्ताओं का जोश देख दिग्गज नेता काफी गदगद दिखाई पड़े।
एयरपोर्ट पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी का स्वागत किया। एयरपोर्ट पर दोनों ने एक-दूसरे को हाथ जोड़कर अभिवादन किया। इस दौरान पार्टी के कई दिग्गज नेता भी मौजूद रहे। एयरपोर्ट से सीधे सभी नेता विद्याधर नगर स्टेडियम पहुंचे, जहां महंगाई हटाओ महारैली का आयोजन किया गया था।
जयपुर की रैली के जरिए कांग्रेस केंद्र सरकार को घेरने की शुरुआत की बात कही जा रही है। महंगाई को कांग्रेस 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों में मुद्दा बनाएगी। जयपुर के बाद 16 को उत्तराखंड में राहुल गांधी की रैली प्रस्तावित है। इस रैली से कांग्रेस के अंदरूनी समीकरण साधने की भी कोशिश है।
रैली में कांग्रेस के सभी दिग्गज नेता केंद्र के खिलाफ आक्रामक दिखाई दिए। राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पूरा देश चार-पांच उद्योगों के हाथ में है। हर संस्थान एक संगठन के हाथ में है। मंत्रियों के ऑफिस में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के ओएसडी हैं। देश को जनता नहीं चला रही है, तीन-चार पूंजीपति चला रहे हैं और हमारे प्रधानमंत्री उनके काम कर रहे हैं।
रैली में सोनिया गांधी भी शामिल हुईं, लेकिन उन्होंने भाषण नहीं दिया। राहुल गांधी ने कहा कि दो शब्दों का एक मतलब नहीं हो सकता। हर शब्द का अलग मतलब होता है। देश की राजनीति में आज दो शब्दों के मतलब अलग हैं। एक शब्द हिंदू दूसरा शब्द हिंदुत्ववादी। ये एक चीज नहीं है, ये दो अलग शब्द हैं और इनका मतलब बिल्कुल अलग है। मैं हिदू हूं लेकिन हिंदुत्ववादी नहीं हूं। महात्मा गांधी हिंदू थे और नाथूराम गोडसे हिंदुत्ववादी थे।