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जिंदा है या शहीद हो गया...10 दिन से लापता बेटे के परिवार का रो रोकर बुरा हाल, बताने वाला कोई नहीं
| Published : Jan 18 2020, 02:08 PM IST / Updated: Jan 20 2020, 10:02 AM IST
जिंदा है या शहीद हो गया...10 दिन से लापता बेटे के परिवार का रो रोकर बुरा हाल, बताने वाला कोई नहीं
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याचिका में कहा गया है, उत्तराखंड के चमोली निवासी गढ़वाल राइफल्स के जवान राजेंद्र सिंह नेगी कश्मीर के गुलमर्ग में कार्यरत थे। 8 जनवरी को भारी भर्फबारी के बीच जब वो गश्त के लिए गए तो लौट कर वापस ही नही आए। ऐसा अंदेशा है कि वे बॉर्डर के करीब गश्त करते समय फिसल कर बॉर्डर पार पाकिस्तान चले गए।
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आज तक उनका पता नहीं चल सका है। मां बस एक ही सवाल पूछ रही है कि जिंदा है या मेरा बेटा शहीद हो गया। हालांकि राजेंद्र की खोज में रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन लगातार हिमस्खलन से सर्च अभियान में दिक्कत आ रही है।
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राजेंद्र के परिजन, पिता रतन सिंह नेगी और भाई कुंदन सिंह ने केंद्र सरकार और रक्षा मंत्री से मांग की है कि वह अभिनंदन की तर्ज पर पाकिस्तान के साथ डीजीएमओ स्तर की बातचीत कर संयुक्त सर्च अभियान चलाए। जिससे कि उनका जल्द पता लग सके।
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8 जनवरी से गायब बेटे की कुछ भी खोज खबर नहीं मिलने से घर के लोगों का रो रोकर बुरा हाल है। उनका कहना है कि सुबह से ही सर्च अभियान चलाया जाए, जिससे की बेटे को खोजने में ज्यादा से ज्यादा समय मिले।
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परिजन लगातार उनकी सलामती की दुआ मांग रहे हैं। घर में मां और पिता बस एक फोन कॉल के इंतजार में हैं कि कोई फोन करके बता दे कि आपका बेटा सही सलामत है।
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लगातार हो रही बर्फबारी और पाकिस्तान की तरफ से दिन में हो रही लगातार गोलाबारी के कारण सर्च ऑपरेशन रात में चलाया जा रहा है। जैसे-जैसे दिन बीतते जा रहे हैं। परिजनों की चिंता बढ़ती जा रही है।