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रिया के दादा गांव के चंद अमीरों में से एक थे...गिरफ्तारी फिर जेल पर इस गांव के लोग क्यों नहीं कर पा रहें भरोसा
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सुशांत सिंह राजपूत केस में ड्रग्स एंगल में रिया चक्रवर्ती गिरफ्तार की गई हैं। इस दौरान रिया की दूसरी बार जमानत याचिका खारिज हो गई। उन्हें 22 सितंबर तक जेल में रहना होगा। इससे पहले 8 सितंबर को मजिस्ट्रेट कोर्ट में जमानत याचिका खारिज हुई थी।
दरअसल, रिया चक्रवर्ती का पैतृक गांव पश्चिम बंगाल के पुरुलिया (Purulia) में बाघमुंडी के तुनतुरी इलाके में है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रिया के दादा यहां के 12 मौजाओं के दीवान थे। घर में सालों से दुर्गा पूजा होती आ रही है।
रिया के दादा शिरीष चक्रवर्ती झारखंड के धनबाद में कोलियरी मैनेजर थे। वहीं पर रिया के पिता और चाचा पले बढ़े हैं। अब तो नहीं, लेकिन एक वक्त था जब हर बार दुर्गा पूजा पर रिया का पूरा परिवार जुटता था। करीब 22 साल पहले रिया चक्रवर्तत के पिता रिया को लेकर तूनतूरी गांव लेकर आए थे।
22 साल पहले जब रिया अपने पिता के साथ पैतृक गांव गई थी तब छोटा भाई शोविक तो पैदा भी नहीं हुआ था। इसके बाद से रिया और शोविक नहीं आए। हालांकि उनका घर अब भी है।
हालांकि रिया का पैतृक घर लगभग टूट चुका है। जंगलों से घिरा हुआ है। जब इस गांव में जाकर मीडिया ने पड़ोसियों से बात की तो उन्होंने जो कहा वो चौंकाने वाला था।
रिया के पैतृक गांव में रहने वाले एक पड़ोसी ने कहा, चक्रवर्ती परिवार इस क्षेत्र के दीवान के रूप में काफी प्रसिद्ध रहा है। इस परिवार के लोग काफी पढ़े लिखे हैं, जो देश के विभिन्न हिस्सों में उच्च सरकारी पदों पर काम कर रहे हैं।
पड़ोसी ने बताया कि चक्रवर्ती परिवार पर ऐसा आरोप लगाए जा सकते हैं, जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है। जब हमने सुना तो बहुत आश्चर्य हुआ।
यहां के पूर्व सांसद वीरसिंह महतो ने कहा, रिया चक्रवर्ती के पिता ने पैसे देकर यहां दुर्गा पूजा भंडार घर बनवाया है। हालांकि गांव के कई लोग इस मुद्दे पर बोलने के लिए तैयार नहीं हुए।
रिया चक्रवर्ती का जन्म बंगाली परिवार में 1 जुलाई 1992 को हुआ। उनके पिता भारतीय सेना अधिकारी थे। रिया ने अपनी स्कूली शिक्षा आर्मी पब्लिक स्कूल अंबाला कैंट से की है।