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ये रहे देश के अब तक के वित्तमंत्री, निर्मला सीतारमण का इंदिरा गांधी से है गजब कनेक्शन
नई दिल्ली. 1 फरवरी को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण आम बजट पेश करेंगी। सीतारमण इंदिरा गांधी के बाद ऐसी दूसरी महिला हैं, जिन्हें वित्त जैसा महत्वपूर्ण मंत्रालय दिया गया। हालांकि इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री रहते हुए यह पद संभाला था, इसलिए सीतारमण देश की पहली पूर्णकालिक महिला वित्तमंत्री हैं। ये देश की पहली पूर्णकालिक महिला रक्षा मंत्री भी रहीं। इससे पहले 1970 के दशक में इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री रहते हुए यह अहम मंत्रालय संभाला था। अब आपको बता दें कि इस बार बजट की प्रक्रिया में एक और नया अध्याय जुड़ गया। ऐसा पहली बार हो रहा है, जब यूनियन बजट को मोबाइल ऐप पर देखा जा सकेगा। कोरोना संक्रमण के चलते इस बार बजट कागज पर प्रिंट नहीं होगा।
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निर्मला सीतारमण
2020-21 के बाद 21-22 का बजट पेश करेंगी
18 अगस्त, 1959 को जन्मी निर्मला सीतारमण भारत की पहली महिला पूर्णकालिक वित्त मंत्री हैं। इससे पहले ये रक्षामंत्री भी रहीं।
आरके शंमुखम चेट्टी
15 अगस्त 1947 से 1949 तक
प्रधानमंत्री-पंडित जवाहरलाल नेहरू
वित्तमंत्री भारत सरकार के वित्त मंत्रालय का प्रमुख होता है। इसी के ऊपर सरकार के राजकोषीय नीति की जिम्मेवारी होती है। वित्त मंत्री ही संसद में वार्षिक केंद्रीय बजट (अनुच्छेद 112) पेश करता है। आर के शंमुखम चेट्टी स्वतंत्र भारत के पहले वित्तमंत्री थे।
जॉन मथाई
1949 से 1950 तक
प्रधानमंत्री-पंडित जवाहरलाल नेहरू
जॉन मथाई का जन्म त्रिवेंद्रम नगर में 10 जनवरी 1886 को हुआ था। ये 1910 से 1918 तक मद्रास हाईकोर्ट के वकील रहे।1944 से 1946 तक टाटा संस लिमिटेड के निदेशक रहने के बाद केंद्र में परिवहन मंत्री बने। बाद में 1950 तक वित्त मंत्री रहे।
सीडी देशमुख
1950 से 1957
प्रधानमंत्री-पंडित जवाहरलाल नेहरू
इनका पूरा नाम चिन्तामणि द्वारकानाथ देशमुख था। जन्म 14 जनवरी 1896 को, जबकि मृत्यु 2 अक्टूबर 1982 को हुई। ये भारतीय रिजर्व बैंक के पहले भारतीय गवर्नर थे, जिन्हें 1943 में ब्रिटिश सरकार ने नियुक्त किया था। ये भारत के तीसरे वित्त मंत्री थे।
टीटी कृष्णमचारी
1957 से 13 फरवरी 1958 तक
प्रधानमंत्री-पंडित जवाहरलाल नेहरू
टीटी कृष्णमचारी यानि तिरुवेल्लोर थट्टई कृष्णमचारी ने राजनीति में आने से पहले टीटीके ग्रुप की स्थापना की थी। ये भारत के पहले मंत्री थे, जिन्हें स्वतंत्रता के बाद किसी घोटाले की वजह से इस्तीफा देना पड़ा था।
मोरारजी देसाई
13 मार्च 1958 से 29 अगस्त 1963 तक
प्रधानमंत्री-पंडित जवाहरलाल नेहरू
इनका जन्म 29 फरवरी 1896 को, जबकि मृत्यु 10 अप्रैल 1995 को हुई थी। ये भारत के स्वाधीनता सेनानी और देश के चौथे प्रधानमंत्री (1977 से 79) थे। ये पहले ऐसे पीएम थे, जो गैर कांग्रेसी थे।
सचिन्द्र चौधरी
1965 से मार्च 1967 तक
प्रधानमंत्री-इंदिरा गांधी
सचिन्द्र चौधरी वकील और राजनीतिज्ञ थे। इनका जन्म 24 फरवरी, 1903 को कोलकाता में हुआ था।
इंदिरा गांधी
1970 से 1971 तक
प्रधानमंत्री रहते हुए वित्तमंत्रालय संभाला
इंदिरा गांधी का जन्म 19 नवंबर, 1917 को हुआ था। ये पंडित जवाहरलाल नेहरू की बेटी थीं। ये 1966-1964 तक सूचना और प्रसारण मंत्री, जनवरी 1966 से मार्च 1977 तक भारत की प्रधानमंत्री रहीं। सितम्बर 1967 से मार्च 1977 तक परमाणु ऊर्जा मंत्री, 5 सितंबर 1967 से 14 फरवरी 1969 तक विदेश मंत्री रहीं। जून 1970 से नवंबर 1973 तक गृह मंत्रालय, जबकि जून 1972 से मार्च 1977 तक अंतरिक्ष मामले का मंत्रालय संभाला।14 जनवरी 1980 में वे फिर से प्रधानमंत्री बनीं।
यशवंत राव बलवंत राव चौहान
1971 से 1975 के बीच
प्रधानमंत्री-इंदिरा गांधी
इनका जन्म 12 मार्च, 1913 को, जबकि मृत्यु 25 नवम्बर 1984 को हुई। ये मुंबई राज्य के विभाजन के बाद महाराष्ट्र के पहले मुख्यमंत्री और भारत के पांचवें उप प्रधान मंत्री बने। इन्होंने महाराष्ट्र में सहकारी समितियों को स्थापित करने में खास भूमिका निभाई।
चिदम्बरम सुब्रमण्यम
1975 से 1977 तक
प्रधानमंत्री-इंदिरा गांधी
इनका जन्म 30 जनवरी, 1910 को तमिलनाडु के कोयम्बटूर, जबकि मृत्यु 7 नवंबर, 2000 को चेन्नई में हुई। ये भारत सरकार में वित्त मंत्री के अलावा रक्षा मंत्री, खाद्य और कृषि मंत्री भी रहे। बाद में इन्हें महाराष्ट्र का राज्यपाल बनाया गया।
हरिभाई एम. पटेल
24 मार्च 1977 से 24 जनवरी 1979
प्रधानमंत्री-मोरारजी देसाई
इनका जन्म 27 अगस्त, 1904 को, जबकि मृत्यु 30 नवंबर, 1993 को हुई।
चौधरी चरण सिंह
24 जनवरी 1979 से 28 जुलाई 1979 तक
प्रधानमंत्री-मोरारजी देसाई
इनका जन्म 1902 में यूपी के मेरठ जिले के नूरपुर में एक किसान परिवार में हुआ था। कांग्रेस विभाजन के बाद फरवरी 1970 में ये दूसरी बार कांग्रेस के समर्थन से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।
हेमवती नंदन बहुगुणा
28 जुलाई 1979 से 14 जनवरी 1980 तक
प्रधानमंत्री-चौधरी चरण सिंह
इनका जन्म 25 अप्रैल, 1919 को, जबकि मृत्यु 17 मार्च, 1989 को हुई। ये उत्तर प्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री रहे। 1971, 1977 तथा 1980 में लोक सभा के लिए चुने गए। 1977 में वे केंद्रीय में पेट्रोलियम, रसायन तथा उर्वरक मंत्री भी रहे।
आर. वेंकटरमण
14 जनवरी 1980 से 15 जनवरी 1982 तक
प्रधानमंत्री-इंदिरा गांधी
ये देश के 8वें राष्ट्रपति भी रहे। 4 दिसंबर 1910 को तमिलनाडु के तंजावुर में जन्मे वेंकटरमण का राष्ट्रपति पद का कार्यकाल 25 जुलाई 1987 से 25 जुलाई 1992 तक रहा।
प्रणब मुखर्जी
15 जनवरी 1982 से 31 दिसंबर 1984 तक
प्रधानमंत्री-इंदिरा गांधी
ये देश के 13वें राष्ट्रपति भी रहे। इनका जन्म 11 दिसंबर, 1935 को, जबकि मृत्यु 31 अगस्त, 2020 को हुई।
विश्वनाथ प्रताप सिंह
31 दिसंबर 1984 से लेकर जनवरी 1987 तक
प्रधानमंत्री-राजीव गांधी
इनका जन्म 25 जून, 1931 को, जबकि मृत्यु 27 नवंबर, 2008 को हुई। ये देश के 8वें प्रधानमंत्री रहे। वीपी सिंह यूपी के मुख्यमंत्री भी रहे।
राजीव गांधी
24 जनवरी 1987 से 25 जुलाई 1987 तक
प्रधानमंत्री रहते हुए पद संभाला
इनका जन्म 20 अगस्त, 1944 को, जबकि मृत्यु 21 मई, 1989 को हुई। ये इंदिरा गांधी के पुत्र थे। ये भारत के छठे प्रधान मंत्री थे।
नारायण दत्त तिवारी
25 जुलाई 1987 से 25 जून 1988 तक
प्रधानमंत्री-राजीव गांधी
ये यूपी के तीन बार मुख्यमंत्री (1976-77, 1984-85, 1988-89) और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री (2002-07) भी रहे। 1986 और 1988 के बीच राजीव गांधी की सरकार में पहली बार विदेश मामलों के मंत्री और फिर वित्त मंत्री के रूप में भी कार्यरत थे। ये 2007 से 2009 तक आंध्र प्रदेश के राज्यपाल भी रहे।
शंकरराव भावराव चौहान
25 जून 1988 से 2 दिसंबर 1989 तक
प्रधानमंत्री-राजीव गांधी
इनका जन्म 14 जुलाई, 1920 को हुआ था। ये 1975 से 1977 तक और 13 मार्च 1986 से 24 जून 1988 तक दो बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे। 21 जून, 1991 से 16 मई, 1996 तक नरसिम्हा राव कैबिनेट में गृह मंत्री बनाए गए। 31 दिसंबर, 1984 से 12 मार्च 1986 तक राजीव गांधी कैबिनेट में भी गृहमंत्री रहे।
मधु दंडवते
2 दिसंबर 1989 से 19 नवंबर 1990 तक
प्रधानमंत्री-विश्वनाथ प्रताप सिंह
इनका जन्म 21 जनवरी, 1924 को, जबकि मृत्यु 12 नवम्बर, 2005 को हुई। ये विशुद्ध अर्थशास्त्री थे। ये 1970-71 में महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्य थे। 1971 से 90 तक सांसद रहे।