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Weather Report:पंजाब से लेकर मध्यभारत तक शीतलहर का अलर्ट, रेलवे मिनिस्टर ने tweet किया बर्फबारी का फोटो
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मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ(western disturbance) 6 से 8 जनवरी तक अपनी एंट्री करेगा। स्काईमेट वेदर के मुताबिक, इस दौरान दौरान उत्तर के मैदानी इलाकों में बारिश के हो सकती है। इससे दिल्ली में प्रदूषण बढ़ेगा।
यह तस्वीर रेलवे मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव(Ashwini Vaishnaw) ने twitter पर शेय करते हुए लिखा- दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे के घूम स्टेशन( Ghum station) पर हिमपात।
मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के असर से 4 दिसंबर तक पंजाब और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में घना कोहरा और उत्तर मध्य और उत्तर मध्य प्रदेश और पूर्वोत्तर भारत में मध्यम कोहरा छाया रह सकता है। उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में 4-5 जनवरी को हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
फोटो क्रेडिट: रेलवे मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव(Ashwini Vaishnaw)
IMD के अनुसार, 5-7 जनवरी के बीच पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तरी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हल्की या मध्यम दर्जे की बारिश संभावित है। पश्चिम विक्षोभ के चलते 4-7 जनवरी के बीच जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में भारी वर्षा और हिमपात की संभावना है।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में इस समय बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं। यहां 3 जनवरी से 6 जनवरी तक मध्य और उच्च पहाड़ियों में हल्की से मध्यम वर्षा या बर्फबारी हो सकती है
फोटो क्रेडिट:www.ibtimes.co.in
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग(IMD)ने जम्मू-कश्मीर में 4 से 6 जनवरी के बीच व्यापक हिमपात(snowfall) और बारिश की संभावना जताई है। इसमें 5 जनवरी को इसका अधिक असर दिखाई देगा। इस बीच IMD ने जानकारी दी है कि श्रीलंकाई तट के पास बंगाल की खाड़ी के हिस्से में चक्रवाती सर्कुलेशन(cyclonic circulation) बन रहा है।
कश्मीर घाटी के मौसम का असर देश के कई राज्यों पर पड़ता है। यहां के मौसम विभाग के निदेशक सोनम लोटस ने न्यूज पोर्टल 'राइजिंग कश्मीर' को बताया कि जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करने वाले ताजा पश्चिमी विक्षोभ(western disturbance) के बाद जम्मू-कश्मीर में 4-6 जनवरी के दौरान व्यापक बर्फबारी, मध्यम-तीव्रता की बारिश की संभावना है। फोटो क्रेडिट: kashmirdespatch.com
कश्मीर वर्तमान में 40 दिनों की सबसे कठिन सर्दियां चल रही हैं। इसे स्थानीय रूप से 'चिल्लई कलां' कहते हैं। इसमें 20 दिनों तक चलने वाला 'चिल्लई खुर्द' और 10 दिनों तक चलने वाला 'चिल्ला बच्चा' होता है।