Round Up 2021: कोरोना त्रासदी के बावजूद इन 10 Achievements पर होगा सबको नाज
नई दिल्ली। साल 2021 जाने वाला है। खट्टी-मीठी यादों के साथ यह साल कुछ दिनों बाद बस जेहन में रह जाएगा। नए साल के स्वागत के लिए दुनिया तैयार है तो जा रहे साल को विदाई भी दी जा रही है। कोरोना की भयावहता की वजह से दु:खदायी रहा यह साल मुस्कुराने और सुकून देने के लिए कुछ उपलब्धियों को भी छोड़े जा रहा है। आईए जानते हैं भारत की इन उपलब्धियों को जो Achievements 2021 के रूप में थाती बनकर हमेशा साथ रहेगा।

दुनिया में सबसे तेज Vaccination, आंकड़ा 100 cr पार
Corona Virus के खिलाफ जारी लड़ाई में भारत ने 21 अक्टूबर को एक ऐतिहासिक उपलब्धिक हासिल कर ली। भारत द्वारा 100 करोड़ वैक्सीनेशन का आंकड़ा पूरा कर लिए जाने पर दिल्ली के राममनोहर लोहिया अस्पताल (RML) में एक कार्यक्रम रखा गया था। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) मौजूद रहे। RML में 100करोड़ वां टीका बनारस के दिव्यांग अरुण रॉय को लगाया गया।
वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन का सपना पूरा
मध्यप्रदेश (madhya pradesh) की राजधानी भोपाल (Bhopal) में वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन का सपना साकार हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने इस साल 15 नवंबर को वर्ल्ड क्लास फैसीलिटिज वाले हबीबगंज (Habibganj) रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया। PPP मॉडल पर बने देश के इस पहले रेलवे स्टेशन का री-डेवलपमेंट जर्मनी (germany) के हेडलबर्ग (Heidelberg) रेलवे स्टेशन की तर्ज पर किया गया है। साल 1955 में बने जर्मन हेडलबर्ग रेलवे स्टेशन पर रोजाना करीब 42 हजार यात्री आते हैं लेकिन किसी तरह की भीड़ नहीं होती है और ना ही कोई परेशानी। इसी स्टेशन की तरह हबीबगंज में भी सेफ्टी, सिक्योरिटी और फैसिलिटी होगी। हबीबगंज रेलवे स्टेशन को बनाने में लगभग 450 करोड़ रुपए खर्च किया गया है। स्टेशन के रिकंस्ट्रक्शन पर 100 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं, वहीं कॉमर्शियल डेवलपमेंट के लिए 350 करोड़ खर्च किए गए हैं।
इंटरनेशनल एयरपोर्ट
यूपी में दो दो इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सौगात मिला। इस साल जहां कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट शुरू हुआ, वहीं, पश्चिमी यूपी के जेवर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट की नींव रखी गई। पीएम मोदी ने जेवर एयरपोर्ट का शिलान्यास किया। निर्माण पूरा होने पर यह उत्तर प्रदेश( Uttar Pradesh) का पांचवां एयरपोर्ट होगा। अयोध्या में एक और अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा निमार्णाधीन है। इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाद जेवर हवाई अड्डा (Jewar Airport) दिल्ली-एनसीआर में बनने वाला दूसरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा।
यह एयरपोर्ट दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, अलीगढ़, आगरा, फरीदाबाद और आसपास के क्षेत्रों के लोगों के लिए सुविधाजनक होगा। हवाई अड्डे के पहले चरण का विकास 10,050 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से हो रहा है। यह 1300 हेक्टेयर से अधिक हेक्टेयर पर फैला है। हवाई अड्डे को प्रस्तावित दिल्ली-वाराणसी हाई स्पीड रेल से भी जोड़ने की योजना है, जिसके कारण दिल्ली और हवाई अड्डे के बीच का सफर मात्र 21 मिनट का हो जाएगा।
देश की सुरक्षा में तेजस बनेगा सारथी
भारतीय वायुसेना की ताकत में इजाफा करने के क्रम में भारतीय वायुसेना और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के बीच 3 फरवरी को 83 स्वदेशी तेजस विमान के लिए डील किया। इस डील के तहत भारतीय वायुसेना को 48,000 करोड़ रुपए में 83 तेजस विमान मिलेंगे। इन विमानों में 73 फाइटर विमान और 10 ट्रेनी विमान शामिल हैं। तेजस विमान मिग 21 फाइटर जेट की जगह लेंगे। तेजस पूरी तरह स्वदेशी विमान है। इसका नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने दिया था। तेजस राफेल की तरह सिंगल सीटर विमान है। जबकि ट्रेनी विमान 2 सीटर है।
तेजस हवा से हवा और हवा से जमीन पर मिसाइल दागने में सक्षम है। वहीं, इसमें एंटीशिप मिसाइल, बम और रॉकेट भी लगाए जा सकते हैं। तेजस एक बार में 54 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है। इसमें इजरायल का मल्टी मोड रडार सिस्टम लगा है। यह दुश्मन को आसानी से चकमा भी दे सकता है। तेजस की स्पीड 2222 किमी प्रति घंटा है। यह 13500 किलोग्राम वजन ले जा सकता है।
21 साल बाद Miss Universe 2021 का खिताब
सौन्दर्य की दुनिया में भारत की बेटी ने एक बार फिर परचम लहराया है। करीब 21 साल बाद इस क्षेत्र में भी भारत को खुश होने का मौका मिला है। 21 साल बाद भारत की हरनाज संधू (Harnaaz Sandhu) मिस यूनिवर्स चुनी गई हैं। इजराइल में आयोजित 70वें मिस यूनिवर्स कार्यक्रम में उन्हें विजेता घोषित किया गया। 21 साल की हरनाज पेशे से एक मॉडल हैं। चंडीगढ़ की हरनाज ने पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में एमए किया है।
Tokyo Olympics में भी दिखाया जलवा
टोक्यो ओलंपिक में भी भारत ने जोरदार प्रदर्शन किया। साल 2021 ओलंपिक में देश को पहला गोल्ड दिलाने के लिए भी याद रखा जाएगा। टोक्यो ओलंपिक में भारत को पहला गोल्ड मेडल नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने भाला फेंक में दिलाया है। जेवलिन थ्रो में गोल्ड के साथ भारत ने सात मेडल जीते हैं। इस साल टोक्यो ओलंपिक 2020 में कुल 7 पदक - 1 गोल्ड, 2 सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज मेडल जीतकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिया था। भारतीय हॉकी ने 41 साल बाद भारत को ओलंपिक में कोई मेडल अपने नाम किया है।
UNSC की अध्यक्षता भी करने का मिला मौका
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UN Security Council) की अध्यक्षता भी भारत (India) ने इस किया है। इस साल के अगस्त में इंडिया ने सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता की है। अगस्त में फ्रांस (France) से यह जिम्मेदारी भारत को मिली। एक महीने के लिए यह जिम्मेदारी भारत के पास थी। इसी साल अस्थायी सदस्य के रुप में दो साल के लिए भारत को सुरक्षा परिषद में जगह मिली थी।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत को दो साल के अस्थायी सदस्य के रूप में इसी साल जगह मिली थी। भारत अस्थायी सदस्य के रूप में इस 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद में बैठेगा। वह आठवीं बार इस परिषद का अस्थायी सदस्य बना है। अगले साल 2022 में भी उसे एक महीने के लिए यह मौका मिलेगा। परिषद की अध्यक्षता अंग्रेजी वर्णमाला के अक्षरों के हिसाब से हर सदस्य के पास एक एक महीने के लिए रहती है।
इस साल बाहरी कर्ज में गिरावट
कोरोना की विभिषिका के बाद भी यह साल आर्थिक दृष्टि से देश को राहत देने वाला रहा। 1991 में देश का विदेशी कर्ज 83.8 अरब डॉलर था। 2021 में 558.5 बिलियन डॉलर के आंकड़े के साथ वृद्धि स्थिर रही है। सकल घरेलू उत्पाद के प्रतिशत के रूप में विदेशी ऋण 1991 में 38% से घटकर 2020 में 21% हो गया है।
Agni सीरीज की दो मिसाइलों का सफल परीक्षण
यह साल रक्षा क्षेत्र के लिए काफी बेहतर साबित हुआ। भारत-चीन सीमा विवाद के बीच देश ने खुद को डिफेंस सेक्टर में मजबूत होने के लिए कई कीर्तिमान गढ़े हैं। इस साल Agni सीरीज की दो मिसाइलों का सफल परीक्षण कुछ महीनों के अंतराल में किया गया। भारत सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि V (Agni V) का सफल परीक्षण कर संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, रूस, चीन, फ्रांस, इज़राइल और उत्तर कोरिया के बाद अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल क्षमता वाला आठवां देश बन गया है। अग्नि V अपने सीमा क्षेत्र से चीन तक लक्ष्य को भेदने में सक्षम होगा। चीन के अलावा अग्नि V, अन्य एशियाई देशों और यूरोप और अफ्रीका के कुछ हिस्सों तक पहुंच सकता है।
इलेक्ट्रिक गाड़ियों की धूम, तीन गुना बढ़ी बिक्री
देश में पर्यावरण संतुलन के लिए इस साल अच्छी पहल की गई है। प्रदूषण में कमी के लिए कई प्रयास होता दिख रहा। इस साल इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बिक्री में तीन गुना वृद्धि दर्ज की गई है। इको फ्रेंडली इलेक्ट्रिक गाड़ियों के बाजार में आए बूम से कार्बन उत्सर्जन में भी कमी आएगी।