MalayalamNewsableKannadaKannadaPrabhaTeluguTamilBanglaHindiMarathiMyNation
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • ताज़ा खबर
  • राष्ट्रीय
  • वेब स्टोरी
  • राज्य
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • बिज़नेस
  • सरकारी योजनाएं
  • खेल
  • धर्म
  • ज्योतिष
  • फोटो
  • Home
  • States
  • Other State News
  • कबाड़ से कमाल: देसी जुगाड़ के कुछ ऐसे आविष्कार, जिन्हें देखकर इंजीनियर भी सोच में पड़ जाते हैं

कबाड़ से कमाल: देसी जुगाड़ के कुछ ऐसे आविष्कार, जिन्हें देखकर इंजीनियर भी सोच में पड़ जाते हैं

भोपाल, मध्य प्रदेश. देश-दुनिया में रोज कुछ न कुछ आविष्कार होते रहते हैं। छोटे और बड़े स्तर पर। अगर बात मशीनरी या ऐसी ही किसी चीज से जुड़ी इंजीनियरिंग की है, तो लोग आधुनिक तकनीक से लैस चीजों को तरजीह देते हैं। लेकिन जब कभी उनके सामने देसी जुगाड़(Desi Jugaad Science) से निर्मित सस्ती और कमाल की उपयोग चीजें सामने आती हैं, तो वे हैरान रह जाते हैं। यहां हम आपको ऐसे लोगों से मिलवा रहे हैं, जिनके पास किसी भी तरह की इंजीनियरिंग की डिग्री नहीं है। लेकिन उन्होंने ऐसे-ऐसे आविष्कार किए, जो मिसाल बनकर सामने आए। इंजीनियर डे-15 सितंबर( Engineer Day) के मद्देनजर हम आपको खेती-किसानी से जुड़ीं कुछ देसी जुगाड़ से बनीं मशीनों या चीजों के बारे में बता रहे हैं। चूंकि हमारा देश कृषि प्रधान है, इसलिए ये चीजें बहुत उपयोगी हैं।

3 Min read
Asianet News Hindi
Published : Sep 14 2020, 05:17 PM IST| Updated : Sep 14 2020, 05:27 PM IST
Share this Photo Gallery
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Whatsapp
  • GNFollow Us
112

यह मामला मध्य प्रदेश के बुरहानपुर का है। निंबोला क्षेत्र के एक किसान के तीन बेटों ने बेकार पड़े पाइपों के जरिये धमाका बंदूक बना दी। दरअसल, किसान खेतों में सूअर और अन्य जानवरों के घुसने से परेशान था।  हर साल उसकी लाखों की फसल खराब हो जाती थी। पटाखे आदि काम नहीं करते थे। इस बंदूक से ऐसा धमाका होता है कि जानवर डरके भाग जाते हैं। बता दें कि यह बंदूक बनाने वाले मनोज जाधव 8वीं, पवन जाधव 7वीं  तक पढ़े हैं। सिर्फ जितेंद्र पवार ग्रेजुएट हैं। इसकी आवाज 2 किमी तक सुनाई पड़ती है।
 

212

यह मामला यूपी के चित्रकूट में रहने वाले दो भाइयों सुरेश चंद्र(49) और रमेश चंद्र मौर्य(45) से जुड़ा है। मऊ तहसील के ग्राम उसरीमाफी के रहने वाले इन भाइयों ने ट्रैक्टर का काम करने वाली सस्ती मशीन बनाई है। इसे 'किसान पॉवर-2020' नाम दिया है। ये दोनों भाई मूर्तियां और गमले बनाते थे। फिर किसानों की समस्या देखकर मशीन बनाने का आइडिया आया। जो गरीब किसान ट्रैक्टर नहीं खरीद सकते...उनके लिए यह मशीन फायदेमेंद है।

312

पंजाब के कपूरथला के नानो मल्लियां गांव के किसान जगतार सिंह जग्गा ने देसी जुगाड़ से यह मशीन बनाई है। यह एक दिन में 100 एकड़ में बगैर मजदूरों के धान बो सकती है। यह मशीन ट्रैक्टर के साथ चलाई जाती है।  आगे पढ़ें एक ऐसे किसान की कहानी..जिसकी देसी इंजीनियरिंग का लोग लोहा मानने लगे हैं...

412

चित्तौड़गढ़, राजस्थान. दिमाग शॉर्प हो, तो कबाड़े का भी सदुपयोग किया जा सकता है। हर बेकार चीज असेंबल करके काम में लाई जा सकती है, कैसे? इस 22 साल के इस किसान से सीखिए। यह हैं नारायण लाल धाकड़। ये जिले के एक छोटे से गांव जयसिंहपुरा में रहते हैं। ये जुगाड़ तकनीक से कई ऐसी मशीनें बना चुके हैं, जो खेती-किसानी में बड़े काम आ रही हैं। ये अपने सारे आविष्कार यूट्यूब चैनल 'आदर्श किसान सेंटर' के जरिये डेमो देते हैं। इनके चैनल को लाखों लोग फॉलो करते हैं। नारायण ने एक मीडिया को बताया था कि जब वे 12 साल के थे, तब से खेतों पर जाने लगे थे। 12वीं की पढ़ाई के बाद वे खेती-किसानी के लिए उपकरण बनाने लगे। नील गायें किसानों के लिए बड़ी समस्या होती हैं। उन्हें मारकर भगाने का दिल नहीं करता। इसे ध्यान में रखकर नारायण ने यह उपकरण बनाया।  आगे देखिए इसी युवा के आविष्कार..

512

देसी जुगाड़ से बनाया गया यह उपकरण ऐसी आवाज करता है कि नील गायें खेतों से भाग खड़ी होती हैं। नारायण का यह उपकरण काफी सुर्खियों में है। आगे देखिए इसी युवा के आविष्कार..

612

नारायण के देसी जुगाड़ की यह छोटी सी चीज खरपतवार उखाड़ने के काम आती है। आगे देखिए इसी युवा के आविष्कार..

712

फसल को साफ करने वाली यह छलनी नारायण ने घर पर ही घी के कनस्तर को काटकर तैयार कर ली।

आगे देखिए इसी युवा के आविष्कार..

812

कपास की फसल को उखाड़ना कठिन होता है। नारायण का यह उपकरण पौधे को पकड़कर आसानी से जमीन से उखाड़ देता है। आगे देखिए इसी युवा के आविष्कार..

912

नारायण की देसी जुगाड़ से बनी यह मशीन भारी वजन उठाकर ले जाने में काम आती है। आगे देखिए इसी युवा के आविष्कार..

1012

कीड़े-मकोड़े भगाने के लिए नारायण ने लैंपनुमा यह मशीन तैयार की है। आगे देखिए इसी युवा के आविष्कार..

1112

छोटी-मोटी निंदाई-गुड़ाई के लिए यह छोटी की गाड़ी बड़े काम आती है। आगे देखिए इसी युवा के आविष्कार..

1212

नारायण के पिता का इनके जन्म से पहले ही हार्ट अटैक से निधन हो गया था। इनकी परवरिश मां सीतादेवी ने अकेले की। इनकी दो जुड़वां बहने हैं।

About the Author

AN
Asianet News Hindi
एशियानेट न्यूज़ हिंदी डेस्क भारतीय पत्रकारिता का एक विश्वसनीय नाम है, जो समय पर, सटीक और प्रभावशाली खबरें प्रदान करता है। हमारी टीम क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं पर गहरी पकड़ के साथ हर विषय पर प्रामाणिक जानकारी देने के लिए समर्पित है।

Latest Videos
Recommended Stories
Related Stories
Asianet
Follow us on
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • Download on Android
  • Download on IOS
  • About Website
  • Terms of Use
  • Privacy Policy
  • CSAM Policy
  • Complaint Redressal - Website
  • Compliance Report Digital
  • Investors
© Copyright 2025 Asianxt Digital Technologies Private Limited (Formerly known as Asianet News Media & Entertainment Private Limited) | All Rights Reserved