- Home
- States
- Other State News
- प्यार हो तो ऐसा: उद्योगपति ने पत्नी को मौत के 3 साल बाद यूं कर दिया जिंदा!, देखते ही लोग हुए हैरान
प्यार हो तो ऐसा: उद्योगपति ने पत्नी को मौत के 3 साल बाद यूं कर दिया जिंदा!, देखते ही लोग हुए हैरान
कर्नाटक. सच्चे प्यार की जब बात होती है तो लोग अक्सर मुमताज-शाहजहां, हीर-रांझा और सोनी-महिवाल के किस्से सुनाने लगते हैं। लेकिन इस समय कर्नाटक से एक ऐसी ही प्रेम कहानी सामने आई है जो प्यार को एक नई परिभाषा देती है। यहां के एक बिजनेसमैन ने तीन साल पहले गुजर चुकी पत्नी को कुछ इस तरह जिंदा किया है, जिसकी आज हर कोई तारीफ कर रहा है। व्यपारी ने मृत पत्नी का सिलिकॉन का पुतला बनवाया और नए घर में प्रवेश किया। जिसने भी इस प्रतिमा को देखा वह देखता ही रह गया।
- FB
- TW
- Linkdin
दरअसल, यह अनोखी प्रेमी कहानी है कर्नाटक के उद्योगपति श्रीनिवास गुप्ता की। जो तीन साल पहले एक हादसे में अपनी माधवी को खो चुके हैं। लेकिन आज भी वह पत्नी से उतना ही प्यार करते हैं जितना वह जिंदा में करते थे। हर शुभ काम में उनको याद करते हैं, इसिलए तो जब उन्होंने अपने नए घर का गृहप्रवेश किया तो पत्नी का पुतला बनवा दिया। मेहमान इस पुतले को देखकर हैरान थे कि यह मूर्ति है या असल में उनकी पत्नी ही बैठी हुई हैं।
बता दें कि उद्योगपति श्रीनिवास गुप्ता कर्नाटक के कोपल के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि मैं अपनी पत्नी को कभी नहीं भूल सकता हूं। हर पल उसको याद करता था और चाहता था कि हमारे नए आशियाने में हो। इसके लिए मैंने अपने सपने और परिवार को पूरा करने के लिए बेंगलुरु के कलाकार श्रीधर मूर्ति से बात की तो वह पत्नी की शक्ल की प्रतिमा बनाने के लिए राजी हो गए, जिसको तैयार करने में एक साल का समय लग गया।
उद्योगपति श्रीनिवास गुप्ता ने जैसे ही अपने नए घर में प्रवेश किया तो वह पत्नी के मूर्ति को देखकर इमोशनल हो गए। इसके बाद उन्होंने कहा यह खुशी के आंसू हैं। मेरे नए घर में उनकी पत्नी लौटी हैं, मेरा सालों का सपना पूरा हो गया। अब मुझको नहीं लगता कि माधवी मुझसे कहीं दूर हैं।
श्रीनिवास ने बताया कि साल 2017 में पत्नी माधवी तिरुपति की यात्रा के दौरान एक एक्सीडेंट का शिकार हुई थीं, जिसमें उनकी मौत हो गई थी। इस हदासे में गुप्ता के साथ-साथ उनकी दोनों बेटियां भी चोटिल हो गईं थीं। लेकिन इलाज के बाद वह सभी ठीक हो गए थे।
उद्योगपति श्रीनिवास गुप्ता जब अपनी पत्नी के पुतले के पास मैं बैठे तो देखने वालों को ऐसा लग रहा था कि जैसे सचमुच उनकी पत्नी जिंदा लौट आई हो।