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खौफ में पति-पत्नी ने की खुदकुशी, अंतिम संस्कार के लिए रख गए 1 लाख..वजह जान कमिश्नर से मंत्री तक दुखी
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दरअसल, मृतक दंपत्ति की पहचान पुलिस ने रमेश (40) और गुना आर सुवर्णा (35) के रूप में हुई की है। पति-पत्नी मैंगलोर के बैकम्पाद्यो के एक अपार्टमेंट में रहते थे। बताया जाता है कि दोनों कोरोना पॉजिटिव हो चुके थे, वहीं महिला डायबिटीज ( मधुमेह) से ग्रसित थी। उनको लगता था कि वह ब्लैक फंगस के शिकार हो सकते हैं। इसलिए वह अक्सर चिंतित रहते थे।
बता दें कि मरने से पहले पति-पत्नी ने एक दिन पहले सोमवार को पुलिस कमिश्नर एन. शशि कुमार को एक ऑडियो के जरिए मैसेज भेजा था। जिसमें कहा था कि वह अपनी मर्जी से जिंदगी खत्म करने जा रहे हैं। क्योकि मीडिया में जिस तरह से बीमारी को लेकर खबरें चल रहीं हैं वह उनसे बहुत दुखी हैं। पता नहीं हमारा भी क्या होगा, हम इतना दुख नहीं सहन कर सकते हैं, इसलिए आत्महत्या कर रहे हैं।
बताया जाता है कि दंपत्ति के इस मैसेज के बाद पुलिस कमिश्नर शशि कुमार उनको समझाया था और ऐसा कदम नहीं उठाने के लिए निवेदन भी किया था। इसके बाद कमिश्नर ने किसी तरह उनका पता निकाला और घर तक पुलिस टीम को भेजा गया। लेकिन बहुत देर हो चुकी थी, पुलिस अंदर गई तो दोनों के शव बेडरूम में पड़े हुए थे।
सुसाइड नोट में पति रमेश मरने के पीछे दूसरी वजह लिखते हुए अपना दर्द बयां किया है, उन्होने नोट में लिखा कि उनकी पत्नी गुना सुवर्णा स्वास्थ्य समस्याओं के कारण कभी बच्चा पैदा नहीं कर सकती है। अगर हम निस्संतान रहे तो लोगों के तानों से रोज-रोज दुखी होंगे। वह समाज और रिश्तेदारों में जाएगी तो लोग कई सवाल करेंगे। इसलिए और हम खुदखुशी करने जा रहे हैं।
बता दें कि दंपत्ति ने अपनी सारी संपत्ति गरीबों में बांटने का भी सुसाइड नोट में लिखा हुआ है। साथ लिखा है कि पुलिस आयुक्त एन शशि कुमार, शरण पंपवेल और सत्यजीत सुरथकल से निवेदन करते हैं कि हमने घर में एक लाख रुपए कैश छोड़ दिया है, जिससे हमारा हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार अंतिम संस्कार कर देना।
दंपत्ति के इस तरह से सुसाइड करने से कर्नाटक सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सुधाकर भी दुखी हैं। उन्होंन कहा- एक कपल ने कोविड से दुखी होकर खुदखुशी कर ली यह बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है। जबकि लाखों लोग राज्य में कोरोना को मात दे चुके हैं। कई लोग गंभीर होने के बाद भी ठीक होकर घर पहुंच गए। फिर भी यह घटना हो गई।