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PM Modi Kedarnath Dham Visit: 15 तस्वीरों में देखिए मोदी की केदारनाथ धाम में पूजा, शीश झुकाया, ध्यान भी लगाया
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केदारनाथ में अयोध्या का जिक्र
केदारनाथ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- अयोध्या में भगवान राम का मंदिर पूरे गौरव के साथ बन रहा है। अयोध्या को उसका गौरव सदियों के बाद वापस मिल रहा है। दो दिन पहले अयोध्या में दीपोत्सव आयोजन को पूरी दुनिया ने देखा। भारत का प्रचीन सांस्कृतिक स्वरूप कैसा रहा होगा आज हम उसकी कल्पना कर सकते हैं।
केदारनाथ के पुनर्निमाण के लिए उत्तराखंड सरकार का धन्यवाद
केदारनाथ में मोदी ने कहा- इस आदि भूमि पर शाश्वत के साथ आधुनिकता का ये मेल, विकास के ये काम भगवान शंकर की सहज कृपा का ही परिणाम हैं। मैं इन पुनीत प्रयासों के लिए उत्तराखंड सरकार और मुख्यमंत्री धामी का और इन कामों की जिम्मेदारी उठाने वाले सभी लोगों का भी धन्यवाद करता हूं।
केदारनाथ त्रासदी को याद कर भावुक हुए मोदी
पीएम मोदी ने कहा- बरसों पहले जो नुकसान यहां हुआ था, वो अकल्पनीय था। जो लोग यहां आते थे, वो सोचते थे कि क्या ये हमारा केदार धाम फिर से उठ खड़ा होगा? लेकिन मेरे भीतर की आवाज कह रही थी की ये पहले से अधिक आन-बान-शान के साथ खड़ा होगा। यहां आकर कण-कण से जुड़ जाता हूं।
तपस्वी आज भी भारत के हर कोने में आध्यात्मिक चेतना को जगाते हैं
मोदी ने कहा- हमारा देश तो इतना विशाल है, इतनी महान ऋषि परंपरा है। एक से बढ़कर एक तपस्वी आज भी भारत के हर कोने में आध्यात्मिक चेतना को जगाते रहते हैं। कुछ अनुभव इतने अलौकिक, इतने अनंत होते हैं कि उन्हें शब्दों से व्यक्त नहीं किया जा सकता। बाबा केदारनाथ की शरण में आकर मेरी अनुभूति ऐसी ही होती है।
आदि शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण किया
मोदी ने कहा- आप सभी आदि शंकराचार्यजी की समाधि की पुनर्स्थापना के साक्षी बन रहे हैं। ये भारत की आध्यात्मिक समृद्धि और व्यापकता का बहुत अलौकिक दृश्य है। उन्होंने आदि शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण किया और यहां काफी देर तक ध्यान भी लगाया।
पीएम बोले कि आदि शंकराचार्य ने पवित्र मठों की स्थापना की, चार धामों की स्थापना की, द्वादश ज्योतिर्लिंगों का पुनर्जागरण का काम किया। आदि शंकराचार्य सबकुछ त्यागकर देश, समाज और मानवता के लिए जीने वालों के लिए एक सशक्त परंपरा खड़ी की।
मोदी बोले कि लोग युवा पीढ़ी को स्वाधीनता संग्राम से जुड़े स्थानों के साथ-साथ केदारनाथ और इस जैसे अन्य पवित्र स्थानों पर भी लेकर जाएं। यह विकास कार्य ईश्वर की कृपा से हुआ। इस आदि भूमि पर शाश्वत के साथ आधुनिकता का ये मेल, विकास के ये काम भगवान शंकर की सहज कृपा का ही परिणाम हैं।
पीएम ने कहा कि अब देश अपने लिए बड़े लक्ष्य तय करता है, कठिन समय सीमाएं निर्धारित करता है, तो कुछ लोग कहते हैं -इतने कम समय में ये सब कैसे होगा। होगा भी या नहीं होगा। तब मैं कहता हूं- समय के दायरे में बंधकर भयभीत होना अब भारत को मंजूर नहीं है। कई संन्यासी हुए हैं जिन्होंने छोटे से कालखंड में युगों को गढ़ दिया। भारत इन महान विभूतियों की प्रेरणा पर चलता है।
मोदी ने बताया कि वह केदारनाथ में हो रहे विकास कार्यों पर लगातार दिल्ली से नजर बनाकर रखते थे। वह ऐसा ड्रोन फुटेज के जरिए किया करते थे। विकास कार्यों में दिशा दिखाने के लिए पीएम ने वहां के सभी रावल-पिरोहितों का धन्यवाद किया।
मोदी ने कहा कि शंकर का संस्कृत में अर्थ है- ‘शं करोति सः शंकरः', यानी जो कल्याण करे, वही शंकर है। इस व्याकरण को भी आचार्य शंकर ने प्रत्यक्ष प्रमाणित कर दिया। उनका पूरा जीवन जितना असाधारण था, उतना ही वो जन-साधारण के कल्याण के लिए समर्पित थे।
समाधि स्थल का भी लोकार्पण
केदारनाथ में आदि शंकराचार्य की प्रतिमा 12 फीट लंबी और 35 टन वजनी है। मोदी ने शंकराचार्य के समाधि स्थल का भी लोकार्पण किया जो 2013 की प्राकृतिक आपदा में क्षतिग्रस्त हो गया था।
मोदी ने कहा कि पहाड़ का पानी, पहाड़ की जवानी कभी पहाड़ के काम आता नहीं। अब पानी भी पहाड़ के काम आएगी। जवानी भी पहाड़ के काम आएगी। उत्तराखंड से पलायन को रोकना है। अगला दशक उत्तराखंड का है। मोदी बोले यहां पर्यटन को काफी बढ़ने वाला है।
मोदी ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए उत्तराखंड में चार धामों से सड़क संपर्क और हेमकुंड साहिब के पास रोपवे सहित कई बुनियादी ढांचागत कार्यों की योजना है। यह दशक उत्तराखंड का है। अगले 10 वर्षों में, राज्य में पिछले 100 वर्षों की तुलना में अधिक पर्यटक आएंगे।
बाबा केदारनाथ की पूजा की, मंदिर में रुद्राभिषेक किया
मोदी ने बाबा केदारनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। बाबा का रुद्राभिषेक किया। बाघम्बर वस्त्र का दान किया। ऊं जय शिव ओमकारा के साथ आरती की गई। मोदी को चंदन लगाया गया। इसके बाद शॉल ओढ़ाया गया। उत्तराखंड के राज्यपाल रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी उनके साथ मौजूद हैं।
12 ज्योतिर्लिंग समेत कुल 87 मंदिरों में लाइव कार्यक्रम
इस ऐतिहासिक अवसर को यादगार बनाने के लिए बीजेपी ने एक राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम की योजना बनाई थी और चार धामों, 12 ज्योतिर्लिंगों और प्रमुख मंदिरों, कुल मिलाकर 87 मंदिरों पर साधुओं, भक्तों और आम लोगों को आमंत्रित किया था। यहां लाइव कार्यक्रम दिखाया गया। ये सभी मंदिर श्री आदि शंकराचार्य द्वारा अपनी यात्रा के दौरान लिए गए मार्ग पर पूरे देश में स्थापित हैं। श्री आदि शंकराचार्य के केदारनाथ पहुंचने के मार्ग में सभी 87 मंदिरों में प्रमुख बीजेपी नेता मौजूद रहे।
130 करोड़ की लागत वाले प्रोजेक्ट का उद्घाटन
मोदी ने केदारनाथ में 130 करोड़ की लागत वाले प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया है। साथ ही 400 करोड़ रुपए से ज्यादा के कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया है। इस दौरान उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत और मौजूदा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे।