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कोरोनाकाल में नौकरी का इतना बढ़ा प्रेशर कि पुलिस इंस्पेक्टर ने खुद को मार ली गोली
गांधीनगर, गुजरात. कोरोनाकाल में काम का प्रेशर ( work load) गांधीनगर में सचिवालय में तैनात एक पुलिस इंस्पेक्टर सह नहीं पाया। उसने पार्किंग में खड़ी अपनी कार में बैठकर खुद को गोली मार ली (shot himself)। प्रारंभिक जांच में यही सामने आ रहा है कि ऐसा उसने काम के प्रेशर से किया होगा। परिवार में उनके बेटा-बेटी और पत्नी है। पुलिस के अनुसार, 41 वर्षीय प्रितेश जे पटेल सचिवालय सुरक्षा शाखा में तैनात थे। घटना रविवार को सचिवालय संकुल में गृह विभाग के सामने ही पार्किंग में हुई। कार में उनका लहूलुहान शव मिला था। बताते हैं कि जब वे ड्यूटी के बाद घर नहीं पहुंचे, तब उनके परिजनों ने विभाग से संपर्क किया। जब उन्हें ढूंढ़ा गया, तो उनकी लाश कार में मिली।
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प्रितेश के परिवार में बेटा-बेटी और पत्नी हैं। वे 2008 में पुलिस सर्विस में आए थे। अभी वे सरगासण में फ्लैट में रहते थे। बताते हैं कि 6-7 महीने पहले ही गांधीनगर सुरक्षा शाखा में तैनात हुए थे। वे 8 महीने पहले बायड में अपना मकान बेचकर गांधीनगर शिफ्ट हुए थे।
आगे पढ़ें...दोस्त को कॉल करके बताया कि पूरी फैमिली मरने जा रही है...और फिर घर में बिछ गईं 4 लाशें
भावनगर, गुजरात. यहां के विजयराजनगर में एक शख्स ने अपनी पत्नी और दो बेटियों की हत्या के बाद खुद को गोली मारकर (Murder and Suicide) उड़ा लिया था। घटना बुधवार रात को हुई थी। मृतक पृथ्वीराज सिंह जडेजा के पिता नरेंद्र सिंह पुलिस विभाग में डीएसपी की पोस्ट से रिटायर्ड हैं। पृथ्वीराज सिंह ने सबसे पहले अपने पालतू कुत्ते को गोली मारी। इसके बाद पत्नी बीनाबा और फिर दोनों बेटियों नदीनीबा (18) और यशस्वीबा (11) को शूट कर दिया। फिर खुद के सिर में गोली मार ली। घटना की सूचना मिलते ही डीएसपी सफिन हसन पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। इस घटना की वजह अभी सामने नहीं आई है। लेकिन मृतक ने एक सुसाइड नोट (Suicide note) छोड़ा है। इसमें लिखा है कि वो और उसका परिवार सुसाइड करने जा रहा है। दरवाजा खुला हुआ है। इससे पहले पृथ्वीराज ने अपने दोस्त को कॉल करके इस बारे में बताया था। आगे पढ़ें इसी घटना के बारे में...
पृथ्वीराज सिंह ने अपने एक दोस्त को फोन करके बताया था कि वो और उसका परिवार सुसाइड करने जा रहा है। दोस्त ने उन्हें रोका और तुरंत घर की तरफ भागा। लेकिन इससे पहले कि वो पृथ्वीराज सिंह के घर पहुंचता, सब मर चुके थे। घटना के समय पृथ्वीराज सिंह के पिता नरेंद्र सिंह गांव गए हुए थे। सूचना मिलते ही वे बदहवास होकर घर पहुंचे। आगे पढ़ें इसी घटना के बारे में...
पृथ्वीराज सिंह की बड़ी बेटी नदीनीबा शूटिंग चैम्पियन थी। जिस रिवाल्वर से इस मर्डर और सुसाइड को अंजाम दिया गया, उसका लाइसेंस पृथ्वीराज सिंह के नाम पर था। आगे पढ़ें इसी घटना के बारे में...
बता दें कि मृतक के पिता नरेंद्र सिंह को उनके उल्लेखनीय कार्यों के लिए राष्ट्रपति अवार्ड मिल चुका था। वे मूल रूप से कालावाड तहसील के केल मेघडा गांव के रहने वाले हैं। आगे पढ़ें इसी घटना के बारे में...
इस मर्डर और सुसाइड की अभी वजह सामने नहीं आई है। संभ्रांत परिवार में हुए इस हादसे से सब शॉक्ड हैं।आगे पढ़ें इसी घटना के बारे में...