- Home
- States
- Punjab
- जहरीली शराब ने उजाड़ा घर, पति की मौत के गम में पत्नी ने भी तोड़ा दम..रातभर शव के पास लेटे रहे 4 बच्चे
जहरीली शराब ने उजाड़ा घर, पति की मौत के गम में पत्नी ने भी तोड़ा दम..रातभर शव के पास लेटे रहे 4 बच्चे
- FB
- TW
- Linkdin
दरअसल, रुला देने वाल यह कहानी तरनतारन जिले के मुरादपुरा गांव की है। जहां सुखदेव सिंह की जहरीली शराब से मौत हो गई थी, जैसे पत्नी कमलजीत कौर को इस बारे में पता चला तो हार्ट अटैक से उसकी भी जान चली गई। पत्नी की मौत के बाद घर में चार छोटे-छोटे बच्चे आनाथ हो गए, वह मम्मी पापा कहते हुए चीख रहे थे, मासूम पूरी रात अपनी मां के शव के पास लेटे हुए रो रहे थे, जिस किसी ने यह मासूमों का दर्द देखा उसकी आंखों से आंसू छलक पड़े।
तारनतरन में जहरीली शराब कुछ तरह तांडव मचा रही है कि पिछले चार दिन से रोज 10 से 15 लोगों की मौत हो रही है। आलम यह कि श्मशान घाट पर जगह नहीं बच पा रही है। पीड़ित परिवार वालों का कहना है कि जब हम अंतिम संस्कार करके आते हैं तो पता चलता कि एक और मौत हो गई। कई घरों में तो चार दिन से चूल्हा तक नहीं जला है।
बता दें कि मृतक सुखदेव सिंह मजदूरी करके अपने परिवार का पेट पालता था। लेकिन उसको शराब पीने की लत पड़ गई थी, वह रोज अपनी दिहाड़ी में मिलने वाले पैसे से शराब पीता था। जिसको लेकर उसका पत्नी से विवाद भी होता था। लेकिन आज उसी शराब की बदौलत दोनों की मौत हो गई।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह मृतकों के परिवारों को 2-2 लाख रुपए देने की घोषणा की है। वहीं पहले ही दिन सीए इस मामले की मैजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे चुके हैं। हालांकि प्रशासन मृतकों का आंकड़ा अभी कम बता रहा है, क्योंकि कुछ दिन पहले मृतकों का अंतिम संस्कार उनके परिजनों ने बिना बताए कर दिया है।
तस्वीर में दिखाई दे रहा यह भी एक पीड़ित परिवार तरनतारन के गांव संघा का रहने वाला है। जहरीली शराब से मनजीत सिंह (45) की मौत हो गई है। मनजीत सिंह अपाहिज था, वह रिक्शा चला कर अपने परिवार का पेट पालता था। उसकी पत्नी किन्दर कौर अपाहिज और बेटा मंदबुद्धि है। अब दोनों का कोई पेट भरने वाला नहीं बचा है।
तस्वीर में दिखाई दे रही इस महिला अमरदीप कौर तारनतरन की रहने वाली है, उसके पति कुलदीप सिंह की मौत भी जहरीली शराब की वजह से हुई है। पड़ोसी महिलाएं उसको ढांढस बंधा रहे हैं।
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह इस मामले में पहले दिन से ही सख्त हैं, उन्होंने अब तक 20 से ज्यादा अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिया है। वहीं इस मामले पर पंजाब की विपक्षी पार्टी अकाली दल और आम आदमी पार्टी लगातार पंजाब सरकार पर आरोप लगा रही है कि पंजाब सरकार आरोपियों के साथ मिली हुई है। इसलिए शायद अभी तक आरोपी पकड़े नहीं गए हैं।