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अगर ऐसे लोग शिक्षक बने, तो बच्चों को क्या पढ़ाएंगे, राजस्थान शिक्षक भर्ती आंदोलन की शर्मनाक तस्वीरें
जयपुर, राजस्थान. ये तस्वीरें डूंगरपुर, खेरवाड़ और उदयपुर में चल रहे शिक्षक आंदोलन (Rajasthan teacher recruitment movement) की हैं। इन्हें किसी दंगे से कम नहीं कहा जा सकता। यहां खाली पड़े शिक्षक भर्ती के अनारक्षित 1167 पदों को एसटी वर्ग से भरने की मांग को लेकर पिछले तीन हफ्तों से चला आ रहा प्रदर्शन उग्र हो चुका है। प्रदर्शनकारी सरकारी वाहन फूंक रहे..लोगों के घरों में आग लगा रहे और पुलिसवालों पर दंगाइयों की तरह पथराव कर रहे हैं। पुलिस की सख्ती से डूंगरपुर और खेरवाड़ा में उपद्रवी शांत हुए, तो उदयपुर के ऋषभदेव में आगजनी शुरू हो गई। इस घटनाक्रम में सैकड़ों पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। उपद्रव को देखते हुए उदयपुर की सराडा और गोगुंदा पंचायत समितियों की 55 ग्राम पंचायतों के चुनाव स्थगित कर दिए गए हैं। सरकार सुलह के लिए आगे आई है। रविवार को बैठक में निर्णय लिया गया कि शिक्षक भर्ती 2018 की रिक्त रही सीटों को लेकर अब सरकार सुप्रीम कोर्ट जाएगी। देखें कुछ तस्वीरें...
| Published : Sep 28 2020, 10:19 AM IST / Updated: Sep 28 2020, 11:11 AM IST
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यह है मामला... 12 अप्रैल 2018 को तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में सामान्य शिक्षा के 5431 पदों पर भर्ती निकाली गई थी। इसमें एसटी को 45, एससी को पांच और सामान्य वर्ग को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। यानी सामान्य वर्ग के 1554 पद भरे जा चुके हैं। 1167 खाली हैं। इन्हीं खाली पदों पर एसटी उम्मीदवारों की नियुक्ति की मांग की जा रही है।
इस हिंसक आंदोलन का असर अब उदयपुर में ऋषभदेव और झाड़ोल में देखा जा रहा है। पुलिस ने उपद्रवियों को खदेड़ने के लिए गोली चलाई। इसमें अब तक 2 लोगों की मौत हो चुकी है।
पुलिस ने उपद्रव करने पर 6000 से ज्यादा लोगों पर केस दर्ज किया है। इसमें से 1219 लोगों पर नामजद एफआईआर दर्ज की गई है।
उपद्रव के चलते हाईवे पर लंबा ट्रैफिक जाम हो गया। वाहनों को रोकना पड़ा।
इस मामले में पुलिस ने कई उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है।
उपद्रवियों ने करोड़ों की सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाया है।
आंदोलनकारी किन्हीं दंगाइयों की तरह आगजनी करते दिखाई दिए।
उपद्रवियों को काबू में करने पुलिस को सख्ती करनी पड़ी।
जगह-जगह भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
उपद्रवियों ने पुलिस के वाहनों को आग लगा दी।