- Home
- States
- Rajasthan
- बेटे ने 70 साल की मां को मरने के लिए जंगल में छोड़ा, 2 दिन भूख-प्यास से तड़पती रही..फिर भी बोली-बेटा आएगा
बेटे ने 70 साल की मां को मरने के लिए जंगल में छोड़ा, 2 दिन भूख-प्यास से तड़पती रही..फिर भी बोली-बेटा आएगा
कोटा (राजस्थान). माता-पिता अपने बच्चों की खुशी की खातिर अपनी खुशियों को त्याग देते हैं। बस उनका एक ही सपना होता है कि उनकी औलाद उनका बुढापे में सहारा बनें। लेकिन एक दिन यही बच्चे उनको बेसहारा छोड़ देते हैं। राजस्थान के कोटा से एक दिल को झकझोर देने वाली खबर सामने आई है। जिसे जानकर करेंगे ऐसी औलाद होने से अच्छा है की इंसान बेऔलाद रहे। यहां एक एक कलयुगी बेटा अपनी 70 साल की बूढ़ी मां को घने जंगलों के बीच छोड़कर आ गया। बुजुर्ग महिला दो दिन तक भूखी प्यासी हालत में तड़पती रही, लेकिन उसके बेटे को तरस तक नहीं आया।
- FB
- TW
- Linkdin
दरअसल, यह दुखद घटना कोटा जिले के मंडाना क्षेत्र में कोलाना गांव के जंगल से सामने आई है। जहां 70 वर्षीय एक बुजुर्ग महिला भूखी प्यासी हालत में तड़पती हुई मिली। जब लोगों ने उसको इस हालत में देखा तो उनके रोंगटे खड़े हो गए। क्योंकि वह जमीन पर रेंग रही थी, वो चल नहीं सकती थी। करीब आधा किमी के दायरे में रेंगने के निशान थे।
चौथमल गुर्जर नाम के युवक ने अपने साथियों के साथ मिलकर बुजुर्ग महिला को जंगल से बाहर निकाला। इसके बाद उसे पानी पिलाकर व भोजन कराया। वह खाने को ऐसा खा रही थी जैसे उसके कई दिन से भोजन नहीं मिला हो। जब उससे पूछा तो कहने लगी उसने दो दिन से कुछ भी खाया पीया नहीं। दो दिन तक सिर्फ बारिश से जंगल के गढ्डों में भारी पानी को पीया है। लेकिन खाने को कुछ नहीं मिला। पानी पीकर मैंने जंगल में दो रातें गुजारीं हैं।
महिला ने पूछने पर बताया कि उसे दो दिन पहले बेटा रतन जंगल में छोड़कर चला गया। में उसके हाथ-पैर जोड़ती रही, मुझे अकेला मत छोड़, लेकिन उसने मेरी एक नहीं सुनी। सिर्फ जाते समय उसने कहा था कि वापस आएगा। उसको अभी भी यकीन है कि उसका बेटा उसे लेने जरूर आएगा।
इसके बाद ग्रामीण महिला को गोद में उठाकर जीप तक ले गए और उसको जीप में बिठाकर उसके गांव रानपुर तक लेकर गए। जहां उन्होंने उसके बेटे से संपर्क किया। पता चला कि युवक को शराब की लत है और मां के साथ मारपीट भी करता है। गांव में ही मजदूरी करता है।
महिला की मदद करने वाले चौथमल ने सबसे पहले महिला के बेटे को खरी-खोटी सुनाई फिर प्यार से समझाया कि अगर हम नहीं पहुंचते तो तुम्हारी मां भूखी-प्यासी मर जातीं। लेकिन युवक उल्टा मदद करने वालों से विवाद करने लगा। कहने लगा कि मां ही बिना बताए घर से चली गईं मेरी क्या गलती है। लेकिन वहीं मां की ममता कम नहीं हुई कहने लगी कि बेटे को माफ कर दीजिए।