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रायजिंग परेड में जैसलमेर पहुंचे Amit Shah, हैरतअंगेज कारनामे दिखा रहे BSF जवान..ऊंट-घोड़े और डॉग ने किया कमाल
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बता दें कि बीएसएफ के 57वां स्थापना दिवस के मौके पर गृह मंत्री अमित शाह के साथ बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड के चीफ मेजर जनरल शफीनुल इस्लाम भी मौजूद हैं। उन्होंने बीएसएफ जवानों की सलामी लेते हुए परेड का जायजा लिया। जहां सीमा सुरक्षा बल के 57वें स्थापना दिवस समारोह को लेकर राइजिंग डे परेड का आयोजन किया जा रहा है।
अमित शाह ने सबसे पहले BSF 154 बटालियन में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया। यहां अमित शाह को जोधपुरी साफा बांधा गया। इसके बाद पूनम सिंह स्टेडियम पहुंचें। ग्राउंड में अमित शाह ने सबसे पहले वाहन में परेड का निरीक्षण किया। जहां सीमा सुरक्षा बल के 57वें स्थापना दिवस समारोह को लेकर राइजिंग डे परेड का आयोजन किया जा रहा है।
बीएसएफ के 57वां स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में बीएसएफ के 13 फ्रंटियर के जवान हिस्सा ले रहे हैं। 1 दिसंबर 1965 को बीएसएफ के जवानों ने देश की सुरक्षा में जान न्योछावर करनी शपथ ली थी। तब से लेकर आजतक दुश्मन को पहला करारा जवाब यही देते आ रहे हैं। ऐसा पहली बार है जब बीएसएफ का स्थापना दिवस कार्यक्रम दिल्ली से दूर जाकर किसी देश की सीमा पर मना रही है।
बीएसएफ के 57वां स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित रायजिंग परेड के दौरान पुरुष-महिला जवानों पैदल मार्च निकाला। वहीं डॉग स्क्वायड, हॉर्स स्क्वायड, कैमल स्क्वायड परेड में शामिल हुई। इतना ही नहीं आर्टिलरी रेजिमेंट, एयरविंग व देश का आठवां अजूबा कही जाने वाली कैमल माउंटेन बैंड भी आयोजन में शामिल हुआ।
इस ऐतिहासिक पल के गबाह बनने के लिए देश केगृह मंत्री अमित शाह एक दिन पहले शनिवार को भारत पाकिस्तान सीमा यानि जैसलमेर पहुंचे हुए हैं। अमित शाह ने जहां पहुंचकर शुक्रवार को सैनिक सम्मेलन में भाग लिया और बीएसएफ के जवानों से मुलाकात की। इतना नहीं इस दौरान उन्होंने जवानों के साथ डिनर भी किया।
अमित शाह अपने दो दिवसीय दौरे पर आए हुए हैं। जहां उन्होंने कल ही सबसे पहले तनोट माता मंदिर में जाकर दर्शन किए। बीएसएफ के अधिकारियों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। शाह ने करीब 10 मिनट तक मंदिर में पूजा की। इसके बाद उन्होंने सेना के जवानों के साथ फोस्टो निकलवाई।