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दिल दहला देने वाले करतब: आंख के बाहर निकाली छड़ तो किसी ने गर्दन के आर-पार किया सरिया, कमजोर दिल वाले भागे
अजमेर (राजस्थान). सूफी संत हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती 810वें उर्स के मौके पर बुधवार को उर्स का पैगाम देश के कई हिस्सों में देते हुए कलंदर और मलंग अजमेर पहुंचे। जहां उन्होंने दरगाह पर ऐसे हैरतअंगेज करतब दिखाए, जिसे देख हर किसी ने अपनी उंगली दातों तले दबा ली। किसी ने लोहे की छड़ अपनी आंखों की पुतलियों में घुसाते हुए आर-पार कर लीं तो किसी ने गर्दन के आर-पार छड़ निकाल दी। बड़ा ही अचंभित करने वाला यह कारनामा देखने वालों की आंखें फटी की फटी रह गईं। देखिए ऐसी तस्वीरें जिसे कमजोर दिल वाले नहीं देख पाए...
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दरअसल, दरअसल, दिल्ली के महरौली स्थित कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी की दरगाह से छड़ियां लेकर पैदल रवाना हुए मलंग और कलंदरों के दल मंगलवार को अजमेर पहुंच गया था। फिर यहां पहुंचने के बाद गरीब बुधवार शाम नवाज के चिल्ले से कलंदर व मलंगों ने अपने इस हैरतअंगेज जुलूस की शुरुआत की। जहां मलंगों की एक टोली धारदार हथियारों और नुकीली वस्तुओं से करतब पेश करते हुए चल रहे थे।
बता दें कि इन मलंग और कलंदरों की टोली के आगे ख्वाजा गरीब नवाज की शान में बैंड-बाजे वाले चल रहे थे। जिनके पीछे जहां ढोल-नगाड़ों की ताल पर यह अपना प्रदर्शन कर रहे थे। पूरे शहर में करतब दिखाते हुए जुलूस को बढ़ा रहा था। इन्हें देख कर लोग आश्चर्य चकित हो गए। जिसने भी यह नजारा देखा वह देखता ही रह गया। सड़क के दोनों और लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा।
इन कलंदर और मलंगों के कारनामों को देखने के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी मौजूद थे। इस बीच इन्होंने चाबुक से शरीर पर चोट पहुंचाने जैसे एक से बढ़कर एक करतब दिखाए। अजमेर शरीफ के उर्स का बुधवार को पहला दिन है।
किसी ने अपनी आंख के अंदर से तलवार निकाली तो किसी ने लोहे की छड़ को गर्दन के आर-पार कर लिया। वहीं कई कमजोर दिल वाले लोग इन करतब को नहीं देख पाए। एक कलंदर ने तलवार से जुबान पर वार किए।
मलंग कलंदर हैरतअंगेज करतब करते हुए अजमेर दरगाह तक पहुंचे। इस दौरान पूरे रास्ते पर जगह जगह लोगों ने फूलों की माला पहनाकर इनका स्वागत किया। इतना ही नहीं लोगोंने इनके लिए लंगर का इंतजाम भी क्या था। साथ ही मेडिकल कैंप भी लगाया गया।