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कई दिन से टापू पर फंसे 300 बंदरों को 'भगवान राम' का इंतजार, किसी से देखी नहीं जा रही इनकी हालत

पाली (राजस्थान). रामचरित के अनुसार भगवान राम ने त्रेता युग में रावण की लंका में जाने के और समुद्र को पार करने के लिए वानर सेना के सहयोग से एक सेतु का निर्माण कराया था। अब कलयुग में राजस्थान एक टापू पर 15 दिन से 300 से ज्यादा बंदरों का एक काफिला फंसा हुआ है। अब तक सरकार और प्रशासन उनको निकालने में सफल नहीं हो पाया है। ऐसा लगता है कि इन बंदरों को अब राम का ही इंतजार है ताकि उनको वह निकाल सकें। 

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Asianet News Hindi
Published : Sep 28 2020, 02:27 PM IST| Updated : Sep 28 2020, 02:35 PM IST
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दरअसल, बंदरों का यह काफिला पाली जिले के सेना गांव की पहाड़ी पर जवाई बांध के डूब क्षेत्र के एक टापू पर फंसे हुए हैं। टापू के चारों तरफ करीब 15 से 20 फीट पानी भरा हुआ है। वहीं इस पहाड़ी पर देवगिरी माताजी का विशाल मन्दिर है, जहां पिछले 20 दिनों से रास्ता बंद है। यहा इलाके लोग भी नहीं आ पा रहे हैं।

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टापू पर फंसे यह बंदर किसी तरह अपनी प्यास तो यहां पर भरे पानी से मिटा लेते हैं, लेकिन उनको खाने को कुछ नहीं मिल पा रहा है। हालांकि कुछ सामजसेवी लोग खाने के पैकेट नाव के जरिए उनतक पहुंचा रहे हैं।
 

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आसपास के लोगों ने बताया कि सितम्बर के पहले सप्ताह से बारिश से पहाड़ी पर बने टापूर के चारों तरफ पानी भर गया। इसके बाद यह बंदर यहीं फंसकर रह गए। कुछ दिन तक मंदिर के आस-पास खड़े पेड़ पौधों की पत्तियां खाकर बंदर अपना पेट भर लेते थे। लेकिन अब यह पत्तियां खत्म हो गईं हैं, ऐसे में इनके भूखे मरने की नौबत आ गई है। पानी के कारण मंदिर भी बंद है इ

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पहाड़ी के टापू पर बने मंदिर पर पूजा करने के लिए पुजारी भी नाव से जाते हैं। इसी दौरान वन्यजीव प्रेमी
बंदरों के लिए भोजन लेकर चले जाते हैं।

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