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Twitter ने फिर शुरू की ब्लू बैज प्रोसेस, Authentic Account के लिए है उपयोगी, इधर koo को प्रमोट कर रही सरकार
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टेक डेस्क । सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Twitter ने बड़ा फैसला किया है। माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट Twitter यूजर्स अब फिर से ब्लू टिक के लिए अप्लाई कर सकते हैं। Twitter ने अपनी पॉलिसी के तहत ब्लू टिक प्रोसेस सस्पेंड कर दी थी। बता दें कि ब्लू टिक ऑफीशियल अकाउंट को वेरिफाई करने का सबसे बेहतर तरीका है।
Twitter ने फेक अकाउंट को कर दिया था वेरीफाई
Twitter ने गलती से फेक अकाउंट को ही वेरिफाई कर दिया था। इसको लेकर यूजर्स ने ट्विटर को ही ट्रोल करना शुरु कर दिया था, हालांकि ट्विटर ने इस गलती को स्वीकार किया था। बाद में ट्विटर ने कड़े कदम उठाते हुए फॉल्स अकाउंट को हमेशा के लिए सस्पेंड कर दिया था। उस समय Twitter ने 5 वेरिफाई अकाउंट को निलंबित किया था। The Verge ने रिपोर्ट शेयर की थी,साथ ही ये भी बताया था कि पांच में से एक अकाउंट को डिएक्टिवेट किया गया था।
अब ट्विटर ने अपने यूजर्स के लिए ब्लू टिक की प्रक्रिया फिर शुरू कर दी है। इसके लिए वेरिफिकेशन प्रोसेस अपनाई जाएगी। ब्लू टिक वाले ट्विटर अकाउंट को यूजर्स का ऑथेंटिक अकाउंट माना जाता है।
ट्विटर पर वेरिफिकेशन के लिए ऐसे करें अप्लाई
ट्विटर पर वेरिफिकेशन के लिए अप्लाई करने के लिए आप सेटिंग में जाएं,
Request Verification के ऑप्शन को क्लिक करें
यहां आप ब्लू टिक के लिए अप्लाई कर सकते हैं
यदि आपको ये ऑप्शन अभी तक नहीं मिला है तो आपको इसके लिए इंतजार करना पड़ सकता है।
ट्विटर (Twitter) और सरकार के बीच तनातनी जनवरी-2021 में शुरू हुई। किसान आंदोलन की आड़ में गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में निकाले गए ट्रैक्टर मार्च के दौरान दिल्ली में जमकर हिंसा हुई। इसी दौरान ट्विटर पर कई फेक न्यूज और भड़काऊ पोस्ट शेयर की गईं। इसके बाद केंद्र सरकार ने ट्विटर से ऐसे अकाउंट्स को बंद करने और उन पर कानूनी कार्रवाई करने को कहा। इसको लेकर ट्विटर ने उस समय 257 अकाउंट्स सस्पेंड किए थे, लेकिन कुछ देर बाद ही अकाउंट्स को बहाल कर दिया गया था, इससे ट्विटर की मंशा का पता चल गया था। 4 फरवरी 2021 को सरकार ने ट्विटर को 1157 अकाउंट्स की सूची सौंपी थी, जो भारत के खिलाफ माहौल बना रहे थे।
केंद्र सरकार ने इसको लेकर ट्विटर के सामने फैक्ट्स भी रखे, इनमें से अधिकतर अकाउंट्स पाकिस्तानियों और खालिस्तान समर्थकों के थे। इसके बाद ट्विटर ने इस लिस्ट में शामिल सभी ट्विटर हैंडल्स पर कार्रवाई नहीं की, केवल दिखावे के लिए ट्विटर अकाउंट को ही ब्लॉक कर दिया। इसके बाद सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लगाम कसने के लिए कुछ कानूनों में फेरबदल किया, 25 फरवरी को सरकार ने सोशल मीडिया कंपनियों की मनमानी और इस प्लेटफॉर्म के दुरुपयोग को रोकने के लिए नए आईटी नियम जारी किए, जिसे ट्विटर ने नहीं माना।
वहीं ट्विटर ने उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, आरएसएस चीफ मोहन भागवत सहित तमाम आरएसएस नेताओं के पर्सनल ट्विटर अकाउंट से ब्लू टिक हटा दिया। इसके बाद सरकार और ट्विटर का विवाद चरम पर पहुंच गया। सरकार की चेतावनी के बाद ट्विटर को उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, आरएसएस चीफ मोहन भागवत, सुरेश जोशी और अरूण कुमार जोशी सहित आरएसएस नेताओं के ट्विटर अकाउंट के ब्लू टिक को बहाल करना पड़ा था। वही सरकार द्वारा जारी किए नियमों को मानने के लिए बाध्य होना पड़ा था।
ट्विटर की मनमानी के खिलाफ केंद्र सरकार ने आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम बढ़ाते हुए अप्रमेय राधाकृष्ण और उनकी टीम Koo ऐप को पेश किया, जिसे ट्विटर के विकल्प माना जा रहा है। कई मंत्रियों और मशहूर हस्तियों ने इस भारतीय सोशल नेटवर्किंग ऐप को इंस्टाल कर इसका उपयोग शुरू किया है।
ट्विटर की मनमानी के खिलाफ केंद्र सरकार ने आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम बढ़ाते हुए अप्रमेय राधाकृष्ण और उनकी टीम Koo ऐप को पेश किया, जिसे ट्विटर के विकल्प माना जा रहा है। कई मंत्रियों और मशहूर हस्तियों ने इस भारतीय सोशल नेटवर्किंग ऐप को इंस्टाल कर इसका उपयोग शुरू किया है। इसे ट्विटर के विकल्प के रूप में देखा जा रहा है।