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इस देश में मौत का ऐसा तांडव हो रहा है, ब्रिटेन के सबसे ट्रेंड 20 सैनिकों को भी बुर्का पहनकर देश से भागना पड़ा
काबुल. अफगानिस्तान में कब्जे के बाद तालिबान का तांडव जारी है। इस बीच ब्रिटेन और अमेरिकी सैनिक देश छोड़कर चले गए। लेकिन खुद को अफगानिस्तान से निकालने में सैनिकों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। एक रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन सेना की टुकड़ी एसएएस के जवान बुर्का पहनकर तालिबान से बचकर भागे। फिर करीब 20 सैनिकों ने प्राइवेट गाड़ी बुक की और उसके जरिए सैकड़ों मील की यात्रा की। फिर जैसे-तैसे एयरपोर्ट पहुंचे। बुर्का पहनकर ब्रिटिश सैनिकों का अफगानिस्तान से भागने की पूरी कहानी...
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सैनिकों ने कहा था, खतरा है हेलिकॉप्टर भेजें
दरअसल, अफगानिस्तान में SAS के सैनिक मिशन पर थे। तब माहौल खराब हुआ तो उन्होंने खुद को निकालने के लिए हेलिकॉप्टर की मांग की। लेकिन हेड क्वॉर्टर से साफ कह दिया गया कि इस स्थिति में वहां हेलिकॉप्टर नहीं भेजा जा सकता है। उन्हें ही कुछ करना होगा। फिर सैनिकों ने तालिबान से बचते हुए खुद को निकालने की प्लानिंग की।
SAS के जवानों ने खुद से बचाव का रास्ता निकालने का फैसला किया। स्थानीय पुलिस ने उनकी मदद की। उन्हें अलग-अलग रंगों का बुर्का दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक SAS की टीम महीनों से अफगानिस्तान में एक सीक्रेट मिशन पर थी। उन्हें ऑपरेशन को रोकने और तुरन्त काबुल के लिए निकलने के लिए कहा गया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सैनिकों ने अपने हथियारों और बारूद को छोड़ दिया। खुद बुर्का पहन लिया। उन्होंने फिर पांच टैक्सियां ली और काबुल के लिए रवाना हुए। हर बार जब वे किसी चेकपोस्ट पर पहुंचते और महिला होने की वहां से निकल जाते।
अच्छी बात ये रही कि तालिबान के लड़ाकों ने बुर्का उठाकर नहीं देखा। जब सैनिक एयरपोर्ट पर पहुंचे तो कोशिश की कि गाड़ी एयरपोर्ट के पास जितना भी करीब पहुंच सके वहां तक जाएं। फिर उन्होंने गाड़ी को वहीं पर छोड़ा और एयरपोर्ट में दाखिल हो गए।
एयरपोर्ट के गेट पर उन्होंने खुद की असली पहचान बताई। एक एसएएस सार्जेंट मेजर गेट पर गया और कहा, ऑपरेशन पर ब्रिटिश स्पेशल फोर्स। ये अमेरिकी सैनिक हक्का-बक्का रह गया और कहा, फिर से कहो।
एयरपोर्ट के गेट से एंट्री करने पर सैनिकों को एक कमरे में ले जाया गया। जहां उन्होंने बुर्का हटा दिया और एक ब्रिटिश अधिकारी के संपर्क में रहने के लिए कहा। जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें किसी चीज की जरूरत है, तो सार्जेंट मेजर ने जवाब दिया कि एक कप चाय। ऐसे SAS के सैनिक काबुल से बाहर निकले।