MalayalamNewsableKannadaKannadaPrabhaTeluguTamilBanglaHindiMarathiMyNation
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • ताज़ा खबर
  • राष्ट्रीय
  • वेब स्टोरी
  • राज्य
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • बिज़नेस
  • सरकारी योजनाएं
  • खेल
  • धर्म
  • ज्योतिष
  • फोटो
  • Home
  • Viral
  • खुद की जान खतरे में डाल इस महिला ने आतंकियों से लिया लोहा.. जानिए विमान में सवार 360 पैसेंजर्स को कैसे बचाया

खुद की जान खतरे में डाल इस महिला ने आतंकियों से लिया लोहा.. जानिए विमान में सवार 360 पैसेंजर्स को कैसे बचाया

ट्रेंडिंग डेस्क। एक लड़की जो बचपन से चुलबुली और चंचल थी, उसे देखकर कोई ये नहीं जान पाया कि बड़ी होकर यह इतनी बड़ी शहादत देगी कि उसका नाम इतिहास पन्नों में दर्ज हो जाएगा। कोई ये अंदाजा नहीं लगा पाया कि ये बहादुर थी, मगर इतनी हिम्मती भी होगी कि एक दिन आतंकियों से लोहा लेगी और 360 पैसेंजर्स की जान बचाएगी। आज जब वह नहीं है, तब हर कोई उसके जज्बे, हिम्मत और हौसले को सलाम कर रहा है। हम बात कर रहे हैं नीरजा भनोट की, जिनका जन्म 7 सितंबर 1963 को चंडीगढ़ के एक पंजाबी परिवार में हुआ था। बचपन में मां-बाप उसे लाडो कहकर पुकारते थे, मगर उनकी लाडो ने एक दिन जान देकर न सिर्फ लोगों की जान बचाई बल्कि, खूंखार आतंकियों के छक्के छुड़ाते हुए उनके खतरनाक मंसूबों पर पानी फेर दिए। आइए तस्वीरों के जरिए नीरजा से जुड़ी  कुछ रोचक बाते जानते हैं। 

2 Min read
Asianet News Hindi
Published : Sep 07 2022, 07:27 AM IST
Share this Photo Gallery
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Whatsapp
  • GNFollow Us
110

नीरजा के पिता का नाम हरीश भनोट था और मां का नाम रमा। हरीश पत्रकार थे जबकि रमा गृहणी। शुरुआत में वे चंडीगढ़ रहे, मगर बाद में वे मुंबई आकर बस गए। 

210

मां-बाप ने पहले ही तय किया हुआ था कि बेटी हुई तो उसका नाम लाडो रखेंगे और ऐसा ही हुआ। नीरजा को वे प्यार से लाडो कहकर ही पुकारते थे। 

310

नीरजा की शुरुआती पढ़ाई-लिखाई चंडीगढ़ के सैकरेड हार्ट सीनीयर सेकेंडरी स्कूल से हुई और बाद में उन्होंने मुंबई के बॉम्बे स्काटिश स्कूल से आगे की पढ़ाई पूरी की। 

410

नीरजा बचपन से चंचल और चुलबुली थी। उसे राजेश खन्ना बेहद पसंद थे और बहादुरी की मिसाल ये लड़की अलग ही जज्बे, हिम्मत और हौसले से भरी पड़ी थी। 

510

पढ़ाई-लिखाई पूरी होने के बाद माता-पिता ने सबकी पसंद से एक बिजनेसमैन लड़का पसंद किया और नीरजा की उससे शादी कर दी। शादी के बाद नीरजा विदेश चली गई। 

610

मगर किसी को क्या पता था कि पति जल्लाद और लालची निकलेगा। दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाने लगा, तो वह लौटकर मुंबई अपने घर आ गई। इसके बाद उसने अपने पैर पर खड़े होने की सोची। 

710

उसने मॉडलिंग शुरू की और बाद में पैन एम एयरलाइंस में फ्लाइट अटेंडेंट की जॉब कर ली। कंपनी की ओर से उसे इस दौरान एंटी-हाईजैकिंग कोर्स भी कराया गया और यही  बाद में उसके काम आया। 

810

वह 5 सितंबर 1986 का दिन था। दो दिन बाद उसका जन्मदिन पड़ने वाला था। वह फ्लाइट से मुंबई से अमरीका जा रही थी, मगर कराची एयरपोर्ट पर चार आतंकियों ने इस विमान का अपहरण कर लिया। 

910

विमान में 360 यात्री और 19 क्रू मेंबर सवार थे। नीरजा ने पायलट को इसकी जानकारी दी, तो वह दो अन्य साथियों के साथ विमान छोड़कर भाग गया। इसके बाद नीरजा ने इमरजेंसी गेट खोल दिया, जिससे यात्री विमान से कूदने लगे। 

 

1010

आतंकियों को यह पसंद नहीं आया और उन्होंने हीरोइन ऑफ हाइजैक नीरजा की गोली मारकर हत्या कर दी। मगर मरने से पहले नीरजा पैसेंजर्स और क्रू मेंबर्स की जान बचाने में सफल हो गई थी। 

About the Author

AN
Asianet News Hindi
एशियानेट न्यूज़ हिंदी डेस्क भारतीय पत्रकारिता का एक विश्वसनीय नाम है, जो समय पर, सटीक और प्रभावशाली खबरें प्रदान करता है। हमारी टीम क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं पर गहरी पकड़ के साथ हर विषय पर प्रामाणिक जानकारी देने के लिए समर्पित है।
Latest Videos
Recommended Stories
Related Stories
Asianet
Follow us on
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • Download on Android
  • Download on IOS
  • About Website
  • Terms of Use
  • Privacy Policy
  • CSAM Policy
  • Complaint Redressal - Website
  • Compliance Report Digital
  • Investors
© Copyright 2025 Asianxt Digital Technologies Private Limited (Formerly known as Asianet News Media & Entertainment Private Limited) | All Rights Reserved