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बिना पायलट के अंतरिक्ष यात्रा पर जाएंगे जेफ बेजोस, ब्लू ओरिजिन स्पेस फ्लाइट का भारत से है खास कनेक्शन
ट्रेंडिंग डेस्क : दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति और अमेजन कंपनी के फाउंडर जेफ बेजोस (Jeff Bezos) मंगलवार को अपनी पहली अंतरिक्ष यात्रा करने को तैयार है। इसके लिए वह अपने खुद के रॉकेट की सवारी करेंगे और उनके साथ 6 लोग शामिल होंगे। लेकिन इस यात्रा की सबसे खास बात ये है कि ये फ्लाइट बिना पायलट के ही अंतरिक्ष का सफर पूरा करेगी। ब्लू ओरिजिन (Blue Origin) के न्यू शेपर्ड (New Shepard) को भारत की एक इंजीनियर, संजल गावंडे (Sanjal Gavande) सहित कई इंजीनियरों ने बनाया है, जिन्होंने अंतरिक्ष यान के डिजाइन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आइए आज आपको बताते हैं, इस अंतरिक्ष यान की खासियत और जेफ बेजोस की इस एतिहासिक यात्रा के बारे में...
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अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोस अपने ब्लू ओरिजिन के न्यू शेपर्ड के साथ अंतरिक्ष में उड़ान भरने के लिए तैयार हैं। उनके साथ दुनिया की पहली बिना पायलट वाली सबऑर्बिटल फ्लाइट में चालक दल के सदस्य और यात्री भी होंगे।
इस रॉकेट में बेजोस के भाई मार्क बेजोस भी सवार होंगे। इसके अलावा एक 80 साल से ज्यादा उम्र की अमेरिकी महिला एस्ट्रोनॉट वैली फंक है, जो 1961 में एक महिला अंतरिक्ष यात्री ट्रेनर थीं। साथ ही 18 साल के ऑलिवर डेमेन भी इस सफर में उनके साथ होंगे। डेमेन ऐसा करने वाले दुनिया में सबसे कम उम्र के सदस्य हैं। वहीं, फंक अंतरिक्ष में जाने वाली सबसे उम्रदराज महिला बनने वाली हैं।
बेजोस की अंतरिक्ष यात्रा और भी ज्यादा खास इसलिए है, क्योंकि 20 जुलाई के दिन ही 1969 को पहली बार कोई यान चंद्रमा की धरती पर उतरा था। बता दें कि अपनी स्पेस कंपनी पर फोकस करने के लिए ही जेफ बेजोस ने अमेजन के सीईओ पद से इस्तीफा दिया था।
ब्लू ओरिजिन के न्यू शेपर्ड की सबसे खास बात ये है कि ये अंतरिक्ष यान बिना पायलट के ही अंतरिक्ष का सफर पूरा करेगी। इसे बनाने के लिए भारत की एक इंजीनियर, संजल गावंडे सहित कई इंजीनियरों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। संजल ब्लू ओरिजिन में एक सिस्टम इंजीनियर हैं।
संजल गावंडे महाराष्ट्र के कल्याण की रहने वाली 30 साल की इंजीनियर हैं। जिन्होंने अपनी इंजीनियरिंग मुंबई यूनीवर्सिटी से पूरी की और बाद में मास्टर डिग्री के लिए अमेरिका चली गई। तभी उन्होंने एयरोस्पेस को एक विषय के रूप में चुनने का फैसला किया। वह हमेशा अंतरिक्ष रॉकेट डिजाइन करना चाहती थी।
संजल ने शुरुआत में मर्करी मरीन और टोयोटा रेसिंग डेवलपमेंट के साथ काम करना शुरू किया जिसके बाद उन्होंने नासा में स्पेस इंजीनियर के पद के लिए आवेदन करना शुरू किया। हालांकि, नागरिकता के मुद्दों के कारण उनका सिलेक्शन नहीं किया गया था और बाद में इस साल एक सिस्टम इंजीनियर के रूप में वह जेफ बेजोस के ब्लू ओरिजिन में शामिल हो गई।
बता दें कि इस महीने की शुरुआत में, अरबपति सर रिचर्ड ब्रैनसन ने अंतरिक्ष में अपने वर्जिन गेलेक्टिक के रॉकेट विमान को लॉन्च किया था। उड़ान में ब्रैनसन खुद सवार थे। यह 85 किलोमीटर की ऊंचाई तक पहुंचा और एक घंटे बाद उतरा।
वहीं, जेफ बेजोस की अंतरिक्ष यात्रा की बात की जाए तो उड़ान भरने के 11 मिनट बाद उनका विमान 200 किमी की ऊंचाई पर पहुंचेगा और टेक्सास में उतरेगा। यह पूरी तरह से पायलट रहित है, इसलिए यात्रियों के साथ-साथ क्रू मेंबर भी अपनी यात्रा का आनंद ले सकेंगे।