MalayalamNewsableKannadaKannadaPrabhaTeluguTamilBanglaHindiMarathiMyNation
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • ताज़ा खबर
  • राष्ट्रीय
  • वेब स्टोरी
  • राज्य
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • बिज़नेस
  • सरकारी योजनाएं
  • खेल
  • धर्म
  • ज्योतिष
  • फोटो
  • Home
  • Viral
  • वो आंदोलन जिसमें 940 लोगों ने गवाईं थी जान, गांधी समेत इन प्रमुख नेताओं को भी जाना पड़ा था जेल

वो आंदोलन जिसमें 940 लोगों ने गवाईं थी जान, गांधी समेत इन प्रमुख नेताओं को भी जाना पड़ा था जेल

ट्रेंडिंग डेस्क। Quit India Movement: महात्मा गांधी ने भारत को आजाद कराने के लिए भारत छोड़ो आंदोलन शुरू किया था। माना जाता है कि कि इस आंदोलन के शुरू होने के साथ ही अंग्रेजी हुकुमत कुर्सी डोलने लगी थी। देश की आजादी के रास्ते बनने लगे थे। हालांकि, इस आंदोलन में कई देशवासियों की जान भी गई और बहुत से लोगों का जेल भी जाना पड़ा। दावा किया जाता है कि महात्मा गांधी समेत बहुत से लोगों को जेल भी जाना पड़ा था। हालांकि, जेल जाने के बाद भी आंदोलन कमजोर नहीं पड़ा था। आइए तस्वीरों के जरिए इस आंदोलन से जुड़ी कुछ खास बातें जानते हैं।

2 Min read
Asianet News Hindi
Published : Aug 09 2022, 06:43 AM IST
Share this Photo Gallery
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Whatsapp
  • GNFollow Us
110

अंग्रेजों को भारत में हुकुमत करते हुए करीब दो सौ साल से अधिक का वक्त गुजर चुका था। 8 अगस्त 1942 को एक खास रणनीति बनाई गई, जिसमें उन्हें देश से भगाने की रूप रेखा तैयार हुई। 

210

इस दिन कांग्रेस का अधिवेशन था। इस अधिवेशन में तब के बंबई, जिसे आज मुंबई कहते हैं, के गोवालिया टैंक मैदान पर प्रस्ताव पारित हुआ और आंदोलन की देशभर में बड़े पैमाने पर शुरुआत कर दी गई। 

310

अगले दिन यानी 9 अगस्त को यह आंदोलन पूरे देश में बड़े पैमाने पर फैल चुका था। इस आंदोलन और लोगों के उत्साह तथा जुनून को देखकर अंग्रेजों की हालत खराब होने लगी। 

410

वे किसी तरह इस आंदोलन को रोकना चाहते थे। चूंकि, इस आंदोलन का नेतृत्व खुद महात्मा गांधी कर रहे थे, इसलिए अंग्रेजों के सामने चुनौती और बढ़ गई थी। 

510

महात्मा गांधी ने खुद गोवालिया टैंक मैदान पर देशवासियों को संबोधित किया, जिसका तीखा असर हुआ और अंग्रेजी सरकार में खौफ बढ़ गया। उन्होंने इसे दबाने के लिए लोगों को जेल में डालना शुरू कर दिया। 

610

तब महात्मा गांधी ने कहा था कि मैं देशवासियों को यह मंत्र देना चाहता हूं कि वे इसके लिए जी जान लगा दें और यह मंत्र था करो या मरो। बाद में इस मैदान को गोवालिया टैंक मैदान की जगह अगस्त क्रांति मैदान नाम दिया गया। 

710

लोग शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे थे, मगर अंग्रेजी हुकुमत इसे भड़काकर हिंसक बनाना चाहती थी, जिससे जल्द से जल्द इसे दबा दिया जाए। 

810

अंग्रेजी हुकुमत ने महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू, सरदार पटेल, अरुणा आसफ अली, मौलाना आजाद समेत कई बड़े नेताओं को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया। अंग्रेजों को लगा कि ऐसा करने से लोग डर जाएंगे और आंदोलन ठंडा पड़ जाएगा, मगर लोग दोगुने उत्साह से आंदोलन में भाग लेने लगे। 

910

गांधी जी के गिरफ्तार होते ही लोगों ने आंदोलन की कमान अपने हाथ में ले ली। अंग्रेजों ने इसे हिंसक बनाने के लिए पैंतरे शुरू कर दिए। 

 

1010

इसके बाद लो उग्र हो गए। रेलवे स्टेशन, सरकारी  भवन पर हिंसक भीड़ ने हमला बोल दिया। अंग्रेज सरकार यही चाहती थी। उसने भी अपनी कार्रवाई शुरू कर दी, जिसमें बहुत से लोग मारे गए, जबकि कई घायल हुए। 

About the Author

AN
Asianet News Hindi
एशियानेट न्यूज़ हिंदी डेस्क भारतीय पत्रकारिता का एक विश्वसनीय नाम है, जो समय पर, सटीक और प्रभावशाली खबरें प्रदान करता है। हमारी टीम क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं पर गहरी पकड़ के साथ हर विषय पर प्रामाणिक जानकारी देने के लिए समर्पित है।
स्वतंत्रता दिवस
Latest Videos
Recommended Stories
Related Stories
Asianet
Follow us on
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • Download on Android
  • Download on IOS
  • About Website
  • Terms of Use
  • Privacy Policy
  • CSAM Policy
  • Complaint Redressal - Website
  • Compliance Report Digital
  • Investors
© Copyright 2025 Asianxt Digital Technologies Private Limited (Formerly known as Asianet News Media & Entertainment Private Limited) | All Rights Reserved