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कौन हैं स्वामी शिवानंद जिनके सामने नतमस्तक हुए पीएम मोदी, 126 साल की उम्र में पूरी तरह हैं फिट
ट्रेंडिंग डेस्क. 126 साल के स्वामी शिवानंद ( yoga guru shivanand baba) को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) ने सोमवार को पद्मश्री ( padma shri )सम्मान से सम्मानित किया। उन्हें योग के क्षेत्र में किए गए कार्य के लिए इस सम्मान से सम्मानित किया गया। वाराणसी (Varanasi) के रहने वाले बाबा शिवानंद नंगे पैर ऑवर्ड लेने पहुंचे थे। इस दौरान पीएम मोदी (PM Modi) ने भी झुककर स्वामी शिवानंद को प्रणाम किया। ये पहला मौका नहीं है जब देश के गुमनाम चेहरों को इस सम्मान से सम्मानित किया गया है। मोदी सरकार पहले भी कई ऐसे लोगों को सम्मान दे चुकी है जो अलग-अलग क्षेत्र में अपने काम के कारण उपलब्धि हासिल कर चुके थे लेकिन उन्हें कोई नहीं जानता था। आइए जानते हैं कौन हैं स्वामी शिवानंद (shivanand baba) जिनके सामने पीएम मोदी भी नतमस्तक हो गए।
| Published : Mar 22 2022, 09:28 AM IST
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पीएम मोदी हुए नतमस्तक
पद्मश्री पाने के बाद स्वामी शिवानंद ने झुककर पीएम मोदी को प्रणाम किया। यह देखकर पीएम मोदी भी खुद नहीं रोक पाए और उन्होंने भी उठकर उन्हें प्रणाम किया। इस दौरान वहां मौजूद सभी लोगों ने तालियां बजाईं। इससे पहले शिवानंद ने अवॉर्ड लेने के लिए राष्ट्रपति के सामने पहुंचे तो उन्हें भी झुककर प्रणाम किया।
1896 में हुआ था जन्म
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शिवानंद का जन्म 1896 में हुआ था। ऐसा कहा जाता है कि उनके माता-पिता का निधन खाना नहीं मिलने के कारण हुआ था। जिसके बाद उन्होंने ये संकल्प लिया था कि वो जीवन भर आधा पेट खाना खा कर रहेंगे। उन्होंने काशी में गुरु ओंकारानंद से शिक्षा ली थी।
विदेश यात्रा भी की
अपने गुरु के आदेश के बाद उन्होंने विदेश की यात्राएं की और उन्होंने योग का प्रचार किया। इस उम्र में भी उनके पास योग की बहुत जानकारी है। वो आज भी रोज योग करते हैं।
उबला खाना खाते हैं
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, स्वामी शिवानंद आज भी केवल उबला हुआ खाना खाते हैं। वो हर दिन सुबह जल्दी उठ जाते हैं और भी योग करते हैं। 126 साल की उम्र में भी वह पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं। वह खाने में बहुत कम नमक का प्रयोग करते हैं। वो हर दिन अपनी दिनचर्या के हिसाब से काम करते हैं।
बाबा के अनुसार उनके स्वस्थ्य जीवन का सबसे बड़ा कारण है कि वो आज भी शाकाहारी भोजन करते हैं। वो अपने ज्यादातर काम खुद ही करते हैं।