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प्यार का नाटक और 20 से ज्यादा कत्ल कर नाम पड़ा बिकनी किलर, ऐसा हत्यारा जिसके प्यार में पागल थीं लड़कियां
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बता दें कि शोभराज चार्ल्स का पूरा नाम शोभराज चार्ल्स गुरुमुख भवनानी (Shobraj Charles Gurumukh Bhawnani) था। उसके पिता भारतीय थे और मां वियतनामी। माता-पिता के अलग होने के बाद चार्ल्स अपनी मां के साथ रहने लगा था। उसकी मां ने फ्रांस के एक फौजी से शादी कर ली थी और चार्ल्स के साथ वहीं बस गईं। हालांकि, मां और उसके दूसरे पति से हुए बच्चों से चार्ल्स अलग-थलग रहने लगा था। इसी बीच उसने अपराधों की दुनिया में कदम रखा।
चार्ल्स ने किशोरावस्था में ही छोटे-मोटे अपराध करना शुरू कर दिया था। इसके बाद उसे सबसे पहले 19 साल की उम्र में जेल हुई। यहां से वह कई बड़े अपराधियों के साथ उठने बैठने लगा ओर उसके अपराधों की लिस्ट भी बढ़ती चली गई। 20 साल की उम्र में उसने जेल से छूटकर चैंटल कॉम्पैग्नन से शादी की, जो उसके कई जुर्मों में उसका साथ देती थी।
दोनों पति-पत्नी ने 1970 के दौर में फ्रांस छोड़ दिया और भारत के लिए निकल पड़े पर रास्ते में उन्होंने कई लोगों को लूटा और धोखधड़ी की। वे नकली दस्तावेजों के दम पर यूरोप भी निकल गए लेकिन फिर 1976 में भारत पहुंच गए। यहां से चार्ल्स के बिकनी किलर बनने की शुरुआत हुई। उसके चार्मिंग लुक्स पर लड़कियां फिदा हो जाती थीं और वह अच्छे-अच्छे घरों की लड़कियों के साथ प्यार का नाटक करता और फिर उनका बेरहमी से कत्ल कर देता। उसके द्वारा की गई सभी हत्याओं में महिलाओं की बॉडी बिकनी में ही मिलती। उसने पहली हत्या 1976 में भारत में आई एक टूरिस्ट की की थी।
इसके बाद चार्ल्स के ऊपर जैसे हत्या करने का भूत सवार हो गया। उसने 1976 में ही भारत घूमने आए एक फ्रेंच ग्रुप को अपनी बातों में फंसाया और सबको मार दिया। वह हत्याओं को अंजाम देने के बाद अपना हुलिया बदलकर गायब होने के लिए भी जाना जाता था। लेकिन किसी तरह वह भारतीय पुलिस के हत्थे चढ़ गया। इजरायली टूरिस्ट की हत्या के मामले में उसे सजा मिली, लेकिन वह 1986 में तिहाड़ जेल से भागने में कमायाब रहा। भारतीय पुलिस ने उसे फिर खोज निकाला और जेल भेज दिया।
बताया जाता है कि भारत में दोबारा पकड़े जाने के बाद सजा पूरी करके शोभराज चार्ल्स फ्रांस चला गया। इसके बाद 2003 में उसे नेपाल में गिरफ्तार किया गया। 1975 में डच युगल की हत्या के मामले में अहम सुराग मिलने के बाद उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। वर्तमान में सजा पूरी करने के बाद 78 वर्ष के हो चुके शोभराज चार्ल्स गुरुमुख भवनानी (Shobraj Charles Gurumukh Bhawnani) को रिहा कर दिया गया है।
वर्तमान में चार्ल्स कुछ ऐसा नजर आता है। उसकी इस खौफनाक कहानी पर वेब सीरीज 'मैं और चार्ल्स' व फिल्म 'The Serpent' भी बन चुकी है।