- Home
- Entertianment
- TV
- एक गंदी आदत की वजह से पहले इस एक्टर से छीन लिया गया था 'राम' का रोल, आज जी रहा गुमनाम जिंदगी
एक गंदी आदत की वजह से पहले इस एक्टर से छीन लिया गया था 'राम' का रोल, आज जी रहा गुमनाम जिंदगी
मुंबई. टीवी के सबसे पॉपुलर शो रामायण में राम का किरदार निभाकर फेमस हुए अरुण गोविल का जन्म 12 जनवरी, 1958 को हुआ था। वे 62 साल के हो गए हैं। फिलहाल, वे एक्टिंग की दुनिया से दूर गुमनामी की जिंदगी जी रहे हैं। हिंदी, भोजपुरी, तेलुगु, उड़िया और बृज जैसी कई भाषाओं की फिल्में करने वाले अरुण पिछले काफी समय से फिल्म और टीवी इंडस्ट्री से दूर हैं। हालांकि, आज भी लोग उन्हें राम के नाम से याद करते हैं। मेरठ कॉलेज में पढ़ते हुए ही उन्होंने एक्टिंग में करियर बनाने की सोच ली थी। इसके बाद वह मुंबई आ गए थे। अरुण की पहली फिल्म 'पहेली' थी जो 1977 में आई थी।
| Published : Jan 11 2020, 06:18 PM IST / Updated: Jan 16 2020, 10:37 AM IST
एक गंदी आदत की वजह से पहले इस एक्टर से छीन लिया गया था 'राम' का रोल, आज जी रहा गुमनाम जिंदगी
Share this Photo Gallery
- FB
- TW
- Linkdin
15
अरुण ने रामानंद सागर के सीरियल 'विक्रम-बेताल' से टीवी में डेब्यू किया था। इसमें उन्होंने राजा विक्रमादित्य का रोल निभाया था। इसी के बाद उन्हें रामायण में राम का रोल मिला था। हालांकि, राम का रोल पाना अरुण के लिए बेहद मुश्किल रहा था। उन्होंने एक इंटरव्यू में इस बात का जिक्र किया था।
25
अरुण ने बताया था कि शुरुआत में रामानंद सागर ने उन्हें राम के रोल के लिए रिजेक्ट कर दिया था, क्योंकि वह चाहते थे कि राम का किरदार करने वाला इंसान सच में किसी भी बुरी लत से दूर हो। उस वक्त अरुण सिगरेट पीते थे। इस रोल को पाने के लिए उन्होंने सिगरेट पीना छोड़ दिया था।
35
राम के रोल के लिए अरुण सिगरेट पीना छोड़ दिया था। उन्होंने फिर कभी भी सिगरेट को हाथ भी नहीं लगाया। एक्टिंग छोड़ अरुण प्रोडक्शन कंपनी चला रहे हैं। उनके प्रोडक्शन में टीवी सीरियल 'मशाल' प्रोड्यूस हुआ था। साथ ही उनकी प्रोडक्शन कंपनी दूरदर्शन चैनल के लिए कार्यक्रम बनाती है।
45
एक्टिंग से दूर होने पर अरुण ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्हें रामायण में राम का रोल करने के बाद कभी कोई अच्छा रोल ऑफर नहीं हुआ। इसका परिणाम ये हुआ कि उनका एक्टिंग करियर खत्म हो गया। उन्हें इस बात का बहुत दुख है। भले ही 'रामायण' को टीवी पर प्रसारित हुए लगभग तीन दशक हो गए हों लेकिन अरुण आज भी टीवी के राम के रूप में ही पहचाने जाते हैं।
55
एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि अब भी कई जगह पर उन्हें देखकर लोग हाथ जोड़ने लगते हैं। अरुण का मानना है कि उन्हें राम बनकर जो सफलता मिली वो किसी दूसरे टीवी सीरियल या फिल्म से नहीं मिल पाई। अरुण आखिरी बार एक भोजपुरी फिल्म 'बाबुल प्यारे' में नजर आए थे ।