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शादीशुदा होने का खामियाजा भुगतना पड़ा अंगूरी भाभी को, सुनने पड़े ऐसे-ऐसे ताने, सुनाई आपबीती
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शुभांगी का कहना है कि उन्हें अक्सर शादीशुदा महिलाओं के खिलाफ इंडस्ट्री में मौजूद पूर्वाग्रहों से जूझना पड़ता है। वह कहती हैं कि इस तरह की रूढ़ियों से जूझने के बावजूद उन्होंने कड़ी मेहनत जारी रखी और आखिरकार अपने सपनों को हासिल किया।
शुभांगी ने बताया- मुझे याद है कि बहुत कम उम्र में मेरी शादी हो गई थी। मैं बहुत खुश थी कि मैं मुंबई जा रही हूं और मुझे लगा कि मैं अपने सपनों को हासिल कर सकती हूं, लेकिन एक बार जब मैं यहां आ गई, तो मुझे बताया गया कि शादीशुदा महिलाओं को हीरोइन मटेरियल नहीं माना जाता है।
उन्होंने कहा- लेकिन मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करती रही और आज मैं इस मामले में धन्य हूं। मेरे पति और परिवार ने इस सबका भरपूर समर्थन किया। बता दें कि वे हमेशा से एक्ट्रेस बनना चाहती थी। मैं बचपन से ही पूरी तरह से फिल्मी हूं और मैं अपनी आखिरी सांस तक वही रहूंगी। मैंने बहुत कम उम्र से ही यह मन बना लिया था कि मुझे एक्ट्रेस ही बनना है।
शुभांगी की पढ़ाई इंदौर के होलकर साइंस कॉलेज से हुई है। शुभांगी ने करियर की शुरुआत 2007 में सीरियल 'कसौटी जिंदगी की' से की। इसमें उन्होंने पलछिन वर्मा का रोल प्ले किया था। शुभांगी को बचपन से ही एक्टिंग और डांस में दिलचस्पी रही। उन्होंने कथक सीखा है और अपने डांस के कारण वो कॉलेज में सभी की फेवरेट रहीं। शुभांगी को कुकिंग और ट्रेवलिंग का भी शौक है।
शुभांगी अत्रे फिलहाल 'भाबीजी घर पर हैं' में अंगूरी भाभी का किरदार निभा रही हैं। यह रोल उन्हें कैसे मिला, इस बारे में एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था- एक दर्शक के तौर पर मैं इस शो को पहले भी देखती थी। मुझे पता चला था कि जो कलाकार अंगूरी का किरदार निभा रहीं थीं वो शो छोड़ रहीं हैं। मैंने शायद प्रार्थना की होगी और भगवान ने सुन ली। अचानक मेरे पास कॉल आया और मैंने जाकर ऑडिशन दे दिया।
शुभांगी के मुताबिक, ऑडिशन के बाद कुछ दिनों तक कोई खबर नहीं मिली कि वो इसके लिए सिलेक्ट हुईं या नहीं। हालांकि थोड़े दिनों बाद कॉल आया और फिर मेरा लुक टेस्ट हुआ। मुझे याद नहीं कि मैंने क्या परफॉर्म किया लेकिन जो भी था दिल से किया और इसके बाद मैं सिलेक्ट हो गई। ये सबकुछ किसी सपने के सच होने जैसा था।
अपने काम को लेकर शुभांगी ने एक मीडिया इंटरव्यू में बताया था कि मेरी बेटी आशी ही मेरी सबसे बड़ी क्रिटिक है। वह मेरा हर सीरियल देखती है और मुझे सलाह भी देती है। मैं कोई सीन अच्छा करती हूं, तब वह बहुत खुश होती हैं। कभी कोई सीन गलत करती हूं तो उसे प्वाइंट आउट करके बताती है। जब अंगूरी को विभूती किडनैप कर लेते हैं, उस सीन को लेकर वह बहुत खुश हुई थी।
भाबीजी के रोल के लिए शुभांगी ने अपना वजन 4 किलो तक बढ़ाया था। दरअसल जब शिल्पा शिंदे ने 'भाबीजी घर पर हैं' शो छोड़ा था तभी ये शो शुभांगी को ऑफर हुआ था। उस दौरान शुभांगी काफी दुबली पतली थीं। लेकिन शो की डिमांड थी कि वो थोड़ी मोटी दिखें। इसके लिए शुभांगी को अपना वजन बढ़ाना पड़ा था।
शुभांगी 'भाबीजी...' से पहले 'दो हंसों का जोड़ा', 'कस्तूरी', 'चिड़िया घर', कसौटी जिंदगी की, करम अपना-अपना, कुमकुम, हवन, सावधान इंडिया, अधूरी कहानी हमारी और गुलमोहर ग्रांड जैसे टीवी सीरियल में काम कर चुकी हैं।