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Fact Check: महाभारत में भीष्म पितामह के बगल में कूलर नहीं कुछ और, जानें क्या है हकीकत
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सोशल मीडिया पर इस फोटो को शेयर कर तरह-तरह के मीम्स बना रहे हैं। हालांकि सीन में जिसे लोग कूलर समझ रहे हैं, वो कूलर नहीं बल्कि एक पिलर है, जिसका डिजाइन कूलर की तरह नजर आ रहा है।
दरअसल, महाभारत के उस सीन को बेहद गौर से देखने पर आपको पता चलेगा कि लोग जिसे कूलर समझ रहे हैं दरअसल वह राज दरबार के पिलर का डिजाइन है। साथ ही जब इसी सीन को दूसरे एंगल से देखते हैं तो वह साफतौर पर पिलर नजर आता है।
'महाभारत' के सीन में कूलर दिख जाने पर लोगों ने खूब मीम बना डाले हैं। इसका स्क्रीनशॉट भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। लोग इस पर फनी रिएक्ट भी कर रहे हैं।
एक शख्स ने ट्वीट कर लिखा- भीष्म पिताह एयर कूलर का इस्तेमाल कर रहे हैं। वहीं एक और शख्स कहता है- कूलर का आविष्कार 1951 में हुआ था। लो भीष्म पितामाह सोच रहे हैं कि अपुन हिच भगवान है।
एक शख्स ने मजे लेते हुए लिखा कि ये दिव्य कूलर है। एक यूजर ने लिखा- हां तो भीष्म पितामह गर्मी से क्यों मरें?
वहीं कई लोग ऐसे भी हैं, जो यह कह रहे हैं कि फोटो के साथ छेड़छाड़ की गई है। ये पिलर का डिजाइन है ना कि कूलर है।
बता दें कि बीआर चोपड़ा द्वारा निर्देशित महाभारत का पहला प्रसारण 2 अक्टूबर, 1988 से शुरू हुआ था, जो कि 24 जून, 1990 तक चला था।