यूपी के 10 IAS-IPS अफसर, कोरोना की महामारी में ये 'देवदूत' की तरह कर रहे काम
लखनऊ(Uttar Pradesh). देश में चल रहे कोरोना संकट के कारण लॉक डाउन किया गया है। ऐसे में उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए यूपी पुलिस व प्रशासनिक अफसर ही असली मददगार बन कर सामने आए हैं। लोगों के हर दुःख में खड़े रहने वाले ये IAS और IPS अफसर दिन रात एक करके जरूरतमंदों की मदद में लगे हुए हैं। आज हम आपको सूबे में तैनात ऐसे ही IAS और IPS अफसरों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके काम की हर ओर तारीफ़ हो रही है।
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अवनीश अवस्थी ( अपर मुख्य सचिव यूपी)- कोरोना के इस संकट काल में अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी मजबूरों के लिए देवदूत बन कर सामने आए हैं। लगातार पूरे प्रदेश के अपडेट लेते रहने से लेकर जरूरतमंदों को सही समय पर मदद पहुंचाना सीनियर IAS अवनीश अवस्थी की रोज की दिनचर्या सी हो गई है । सूबे के स्थिति से मुख्यमंत्री को अवगत कराना भी उनके जरूरी कार्यों में से एक है।
असीम अरुण ( एडीजी डायल 112)- कोरोना संकट में यूपी पुलिस की इमरजेंसी सेवा ने सेवाभाव की जो मिसाल कायम की है उसे लम्बे समय तक याद रखा जाएगा। डायल 112 के एडीजी असीम अरुण के शानदार मैनेजमेंट से यूपी पुलिस की ये इमरजेंसी सेवा लोगों की हर समस्या में देवदूत बनकर खड़ी है। IPS असीम अरुण सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहते हैं . लोगों की किसी भी समस्या वह तुरंत मदद पहुंचाने के लिए सम्बंधित को आदेश देते हैं।
अभिषेक प्रकाश( जिलाधिकारी लखनऊ) - कोरोना ने जिस तेजी से राजधानी लखनऊ में अपना पैर फैलाना शुरू किया था वह काफी गम्भीर था । लेकिन डीएम लखनऊ IAS अभिषेक प्रकाश ने इसके रोकथाम के लिए काफी सराहनीय प्रयास किए। हांलाकि तबलीगी जमातियों की आवाजाही से लखनऊ में कोरोना के काफी मरीज सामने आए। लेकिन इसके बावजूद भी डीएम अभिषेक प्रकाश के शानदार मैनेजमेंट से इसे कंट्रोल किया जा सका। लॉक में जिले में जरूरतमंदों के लिए भी इनके कार्यों की काफी सराहना की जा रही है।
अनंतदेव तिवारी( डीआईजी कानपुर)- जरायम की दुनिया के लोग आईपीएस अनंतदेव का नाम सुनकर ही कांपते हैं।अभी तक 60 एनकाउंटर कर चुके इस आईपीएस ने कई दिनों तक बीहड़ों की खाक छानने के बाद ददुआ जैसे जैसे बड़े अपराधी का खात्मा किया था। महशूर अपराधी ठोकिया समेत उसके साथियों को भी मार गिराने का कारनामा इन्होने ही किया था। लेकिन इस समय इनकी कार्यशैली लोगों के लिए एक मिसाल बनकर सामने आई है। रात-रात भर सड़कों पर घूमते हुए आईपीएस अनंतदेव कोरोना संकट में लोगों की मदद कर रहे हैं। इनकी अगुवाई में भूखों को खाना खिलाने से लेकर बीमार को दवा पहुंचाने में इन्होने एक मिसाल कायम की है।
राजकमल यादव( निदेशक आयुष)- 2013 बैच IAS अफसर राजकमल यादव इस समय आयुष विभाग के डायरेक्टर हैं। कोरोना संकट में लोगों को जागरूक करने व उससे बचाव के तमाम उपायों को बताने वाला आयुष कवच ऐप इस संकट में लोगों के लिए संजीवनी जैसा है। इस पूरे कार्यक्रम को संचालित करने वाले IAS राजकमल यादव लोगों की मदद में असली कोरोना योद्धा बनाकर सामने आए हैं।
महेंद्र बहादुर सिंह ( जिलाधिकारी मैनपुरी)- IAS महेंद्र बहादुर सिंह इस समय मैनपुरी के जिलाधिकारी हैं। महेंद्र बहादुर सिंह संकट की इस घड़ी में लोगों के लिए नजीर बनकर सामने आए हैं । महेंद्र बहादुर सिंह की शानदार कार्यशैली और लोगों की मदद करने की भावना काफी सराही जा रही है । सोशल मीडिया पर किसी भी जरूरतमंद के आवश्यकता की जानकारी होते ही ये स्वयं उसकी सहायता करने को रवाना हो जाते हैं। उन्होंने जिले भर में अपना सीयूजी नम्बर लिखवा रखा है जिससे लोग किसी भी मदद के लिए सीधे इन्हें काल कर सकें।
राजशेखर ( MD रोडवेज)- उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के निदेशक राजशेखर के कार्य की भी काफी सराहना हो रही है। इस IAS ने संकट के समय से जिस गम्भीरता से मामले को हैंडल किया वह तारीफ़ के काबिल है। राजस्थान के कोटा में फंसे छात्रों को लाने का मामला हो या फिर बॉर्डर पर फंसे प्रवासियों को उनके घर तक पहुँचाने की स्थिति। हर समय इस IAS के शानदार फैसलों से लोगो को काफी मदद मिली।
प्रशांत वर्मा( पुलिस अधीक्षक फतेहपुर)- IPS प्रशांत वर्मा फतेहपुर के पुलिस अधीक्षक हैं। वह कोरोना संकट में जिले के लोगों के लिए देवदूत बनाकर सामने आए हैं। उन्होंने कोरोना संकट गंभीर होने से पहले ही उसे भांपते हुए जिले में तमाम जरूरी इंतजाम कर दिए थे। उन्होंने जिले के सभी पुलिस थानों व चौकियों के बाहर हाथ धोने के लिए वाशबेसिन बनवा दिए थे। ये तरकीब काफी कारगर रही। दूसरी ओर वह खुद बाइक पर निकल कर जिले की गलियों-मुहल्लों में घूम कर जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं।
सुहास एलवाई( डीएम नोएडा)- सूबे में जब कोरोना संकट गंभीर होने लगा तो दिल्ली से सटे यूपी के जिले नोएडा में कोरोना पाजिटिव मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा होने लगा। वहां की स्थिति काफी गम्भीर थी और वहां के तत्कालीन डीएम से स्थिति संभलते न देख वहां पर युवा IAS सुहास को भेजा गया। उन्होंने वहां का कार्यभार ग्रहण करते ही अपने शानदार फैसलों से न सिर्फ इस बीमारी के बढ़ते संक्रमण पर तेजी से लगाम लगाई बल्कि परेशान लोगों की मदद में भी हमेशा तत्पर रहे।
देवरंजन वर्मा ( पुलिस अधीक्षक बलरामपुर)- कोरोना संकट में पुलिस अधीक्षक बलरामपुर IPS देवरंजन वर्मा भी रियल कोरोना योद्धा बनकर सामने आए हैं। वह लगातार अपनी टीम के साथ गश्त करते हुए लोगों की मदद कर रहे हैं। देवरंजन वर्मा यूपी की सीमा पर स्थित जिले बलरामपुर के एसपी हैं लेकिन जब विश्व स्तर पर कोरोना की शुरुआत हो रही थी उसी समय से ये एक्टिव हो गए थे। इन्होने लोगों को जागरूक करने के लिए सोशल मीडिया को हथियार बनाया और लोगों को जागरूक किया। वह बाइक से घूम कर वास्तविक जरूरतमंदों को मदद पहुंचा रहे हैं।