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बीटेक करने के बाद नहीं मिली नौकरी, फिर ये शख्स खुद को बताने लगा अमित शाह का भांजा, विधायकों से करता था ठगी
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विधायक योगेंद्र उपाध्याय से आरोपी यश अमीन उर्फ यामीन उर्फ आमिर ने गृहमंत्री अमित शाह के भांजे विराज शाह के रूप में बात की थी। इसके बाद मिलने आया था। रविवार को उसने बाजार से कपड़े खरीदे थे। 40 हजार रुपये का भुगतान करने की कहने पर विधायक के बेटे को शक हो गया था। वह उसे घर ले आए थे।
विधायक ने गृहमंत्री के पीए से बात करके पता किया तो आरोपी की पोल खुल गई। इस पर विधायक ने आरोपी को थाना नाई की मंडी पुलिस के हवाले कर दिया था। लेकिन, थाना लेकर आने के बाद नाई की मंडी पुलिस आरोपी से दो घंटे तक पूछताछ की हिम्मत नहीं कर सकी।
बताते हैं कि पहले पुलिस को धमकाता रहा। कह रहा था कि वह गृहमंत्री अमित शाह का भांजा विराज शाह है। दिल्ली फोन कर दिया है। वहां से फोन आते ही सब जान जाएंगे, वह क्या है? इस कारण पुलिसकर्मी भी शुरुआत में पूछताछ नहीं कर रहे थे। विधायक योगेंद्र उपाध्याय के पुष्टि करने के बाद ही पुलिस कर्मी पूछताछ की हिम्मत कर सके। बाद में पूछताछ में ठगी की बात कबूल की।
एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि आरोपी के मोबाइल में एक पासपोर्ट की कॉपी की फोटो थी। इस पर उसका फोटो लगा था। वह खुद को विराज शाह पुत्र अश्विन भाई बता रहा था। मगर, ऐसा नहीं था।
पुलिस को आरोपी की कुछ और आईडी मिली हैं। इन पर यामीन और आमिर लिखा है। वह इसी तरह से ठगी करता है। उसने सिविल में बीटेक किया है। मगर, नौकरी नहीं लगी है। इस पर वह ठगी करने लगा।
यश अमीन उर्फ यामीन उर्फ आमिर ने इससे पहले वर्ष 2016 में एक विधायक से ठगी की थी। तब, वह पकड़ा गया था। जिसे पुलिस ने जेल भेजा था। वह अपने झांसे में भाजपा नेता और अधिकारियों को लेता है। क्योंकि यह लोग गृहमंत्री का नाम लेने पर उससे अच्छा व्यवहार करते थे।