- Home
- States
- Uttar Pradesh
- गैंगस्टर विकास दुबे के 'खजांची' पर अब कसेगा शिकंजा, एक साल में हुआ 75 करोड़ से अधिक का लेनदेन
गैंगस्टर विकास दुबे के 'खजांची' पर अब कसेगा शिकंजा, एक साल में हुआ 75 करोड़ से अधिक का लेनदेन
कानपुर(Uttar Pradesh). पुलिस एनकाउंटर में मारे गए कानपुर के गैंगस्टर विकास दुबे के खजांची जय बाजपेई पर अब पुलिस और ईडी की निगाहें आ गईं हैं। पुलिस हिरासत में जय बाजपेई से लम्बी पूछताछ के बाद दोनों के बीच कई राज उजागर हुए हैं। यही नहीं पुलिस की जांच में सामने आया है कि विकास दुबे और जय बाजपेई के बीच पिछले तकरीबन 1 साल में 75 करोड़ से अधिक का लेनदेन हुआ है। इतने बड़े लेनेदेन की जानकारी आने के बाद पुलिस और ईडी की निगाह विकास के खजांची जय की ओर मुड़ गई है। अब जय बाजपेई से विकास की उन संपत्तियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है जो विकास ने जरायम की दुनिया के अवैध कार्यों को कर के कमाई थी।
- FB
- TW
- Linkdin
बिकरू कांड के बाद पुलिस ने विकास के करीबी जय बाजपेई को हिरासत में लिया है। करीब 10 दिन से उससे पूछताछ जारी है। उसने कई ऐसे राज उगले हैं जो वाकई चौंकाने वाले हैं। पुलिस अब जय बाजपेई से मिली जानकारियों को ईडी( प्रवर्तन निदेशालय) भेजने की तैयारी कर रही है।
पुलिस सूत्रों की मानें तो जय बाजपेई और विकास दुबे के बीच आधा दर्जन बैंक खातों के माध्यम से एक साल के भीतर करीब 75 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ। यह खुलासा पुलिस की जांच में हुआ है। इतने बड़े लेनदेन की सूचना के बाद पुलिस भी हतप्रभ है। इसके अलावा करोड़ो का लेनदेन ऐसे भी हुआ जिसका कोई लेखाजोखा नहीं है।
जय बाजपेई ने पुलिस को बताया है कि वह विकास की काली कमाई अलग-अलग धंधों में लगाता था। इसके बदले हर महीने एक मोटी रकम विकास को पहुंचाता था। जय ने जो रकम विकास से ली, कुछ ब्याज पर उठा दी। कुछ प्रापर्टी में लगाई। पुलिस जय के खातों का चार साल का विवरण जुटा रही है।
पुलिस और एसटीएफ की जांच में खुलासा हुआ कि जय बाजपेई बीसी चलाने के साथ-साथ विकास की काफी रकम सट्टे में भी लगाता था। आईपीएल मैच में करीब पांच करोड़ रुपये जय ने सट्टे में लगाए थे। वह सट्टा ऑन लाइन खेलता था। कई ऐसे साक्ष्य मिले हैं कि सट्टे में विदेशी भी शामिल रहते थे।
विकास का पैसा एक डॉक्टर ने भी अपने अस्पताल में लगा रखा है। कल्याणपुर निवासी डॉक्टर हर महीने विकास को पांच से सात लाख रुपये पहुंचाता था। पुलिस और एसटीएफ ने उससे भी पूछताछ की है। करोड़ों रुपये का उनका भी लेनदेन मिला है। साक्ष्य मिलने पर डॉक्टर पर भी कार्रवाई हो सकती है।
जानकारी के मुताबिक जय बाजपेई कभी कानपुर के एक दुकान में 35 सौ रूपए महीने की नौकरी करता था। लेकिन विकास के संपर्क में आते ही वह उसका करीबी बन बैठा, उसने विकास के पैसे को कई अवैध कार्यों में लगाकर बेशुमार दौलत कमाई। यही नहीं जय के कानपुर के कई पॉश इलाकों में 15 से अधिक घर हैं। अब पुलिस जय की पूरी कुंडली खंगालने में लगी हुई है।