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बंदूकों के शौक में विकास के संपर्क में आया था प्रभात, मां ने कहा- वह तो आर्मी में जाना चाहता था
कानपुर(Uttar Pradesh). कानपुर के बिकरू कांड में हुई 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद पुलिस लगातार विकास दुबे गैंग के लोगों पर शिकंजा कस रही है। लेकिन इन्ही सब के बीच पुलिस एनकाउंटर में मारे गए इस हत्याकांड के आरोपी प्रभात मिश्रा उर्फ कार्तिकेय के बारे में चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। प्रभात मिश्रा की मां के मुताबिक वह अपने क्लास का होनहार स्टूडेंट था, सिर्फ बंदूकों के शौक में विकास दुबे के यहां उसका आना जाना हो गया था। प्रभात के परिजनों ने उसकी मार्कशीट भी मीडिया को दी है जिसके मुताबिक अभी उसकी उम्र सिर्फ 16 साल की थी। एनकाउंटर से पहले फोन पर उसकी आखिरी बातचीत उसकी बहन से हुई थी। तब वह बोला था, नाम नहीं लूंगा जो भी हैं, जहां भी हैं, सब ठीक हैं। इसके बाद फोन कट गया था।
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प्रभात की मां मां गीता मिश्रा ने मीडिया को बताया कि प्रभात में से पढ़ाई में अव्वल था। हाईस्कूल में उसको ए-ग्रेडिंग मिली थी। हिंदी में 82 तो अंग्रेजी में 83 नंबर आए थे। परिवार वालों ने बताया कि प्रत्येक कक्षा में उसके इसी तरह से नंबर आए हैं। जिसने भी वारदात में प्रभात के शामिल होने की सूचना सुनी वह दंग रह गया। प्रभात के ऊपर एक भी आपराधिक मामला दर्ज नहीं था।
प्रभात की मां के मुताबिक प्रभात मिश्रा को बंदूक लेकर चलना बेहद पसंद था। वह फोर्स में जाना चाहता था, वह पड़ोसी होने के नाते विकास के घर भी आता-जाता था। लेकिन ये किसी को नहीं पता था कि विकास के घर आने-जाने की कीमत उसे अपनी जान देकर चुकानी पड़ेगी। प्रभात की मां ने कहा इकलौते बेटे की मौत से उनकी तो जिंदगी ही तबाह हो गई है।
घटना के बाद से प्रभात के पिता राजेन्द्र घर से फरार हैं, वहीं मां गीता व अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हैं। प्रभात की मां गीता के मुताबिक उनका बेटा बेकसूर था। केवल पड़ोसी होने का खामियाजा उसे भुगतना पड़ा है। उसने यूपी बोर्ड से इंटरमीडिएट की परीक्षा 66 फीसदी अंकों के साथ उत्तीर्ण की थी।
कानपुर एनकाउंटर के बाद ताबड़तोड़ कार्रवाई के बीच कुख्यात विकास दुबे के करीबी प्रभात मिश्राा को पुलिस ने नौ जुलाई को कानपुर में मुठभेड़ के दौरान मार गिराया था। विकास दुबे के खास प्रभात मिश्रा को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर कानपुर आ रही थी तभी बीच रास्ते में प्रभात ने पुलिस की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की, इसी दौरान उसने पुलिस पर फायरिंग भी कर दी थी। पुलिस ने भी गोली चलाई तो प्रभात घायल हो गया था। अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था।
पुलिस ने फरीदाबाद से प्रभात, अंकित और श्रवण को गिरफ्तार किया था। पुलिस का दावा है कि फरीदाबाद से प्रभात को वापस लाते समय पनकी थाना क्षेत्र में गाड़ी पंचर हो गई थी। इस दौरान प्रभात एक दरोगा की पिस्टल लूटकर भागने लगा था।