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सैकड़ों मस्जिदों-दरगाहों में मन्नत के बाद पैदा हुआ था आतंकी यूसुफ, पिता बोले- खाक में मिला दी परिवार की इज्जत
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संदिग्ध आतंकी अबू यूसुफ के पिता कफील ने बताया कि अबू यूसुफ़ उर्फ मुस्तकीम आठ भाई बहनों में सबसे बड़ा है। अबू यूसुफ़ के दो भाई सऊदी अरब में ड्राइवर की नौकरी करते हैं। सबसे छोटा भाई बेंगलुरु में एक प्राइवेट कंपनी में काम करता है। मुस्तकीम की चार बहनें हैं जिनमें से तीन की शादी हो चुकी है और सबसे छोटी 11वीं में पढ़ती है।
कफील अहमद ने बताया 9वीं क्लास तक पढ़े मुस्तकीम की साल 2011 में पास के गांव में रहने वाली आयशा से शादी हुई। आयशा भी आठवीं कक्षा तक पढ़ी है। मुस्तकीम के चार बच्चे हैं। सबसे बड़ी सारा उसके बाद साफ़िया फिर इब्राहिम और सबसे छोटा यूसुफ़।
मुस्तकीम के पिता कफ़ील ने बताया कि उनकी पहली दो संतानें लड़कियां थी जो जन्म से ही विकलांग थी और कुछ महीनों बाद चल बसीं। उसके बाद बड़ी मन्नतों के बाद काफी इन्तजार के बाद मुस्तकीम पैदा हुआ था। पिता के मुताबिक वो मुस्तकीम को ख़ूब पढ़ाना-लिखाना चाहते थे, जिसके लिए उन्होंने मुस्तकीम को अपने भाई वसीम के पास भेजा जो बहराइच में पुलिस में सिपाही थे।
बहराइच में मुस्तकीम ने सातवीं तक पढ़ाई की। वसीम का ट्रांसफर लखनऊ हुआ तो मुस्तकीम को भी अपने साथ ले गए। लखनऊ में मुस्तकीम ने नवीं तक पढ़ाई की। दो बार फेल होने के बाद पिता ने पढ़ाई छुड़ा दी।
शनिवार को दिल्ली के धौलाकुआं से गिरफ्तार ISIS के संदिग्ध आतंकी अबू यूसुफ उर्फ़ मुस्तकीम की निशानदेही पर स्पेशल सेल की टीम ने बलरामपुर से भारी मात्रा में विस्फोटक और बम बनाने का सामान बरामद किया है। पुलिस को यूसुफ के घर से आईएस का झंडा, ऐम्पीयर मीटर, भारी मात्रा में बारूद, स्टील बॉल समेत कई ऐसे सामान मिले हैं जिन्हें विस्फोटक बनाने में प्रयोग किया जाता है।
आत्मघाती हमले के लिए शरीर में विस्फोटक को बांधने वाली बेल्ट भी मिली है। उसकी निशानदेही पर उसके घर के बगल स्थित तालाब से मानव बम में प्रयुक्त होने वाली दो जैकेट मिली थी। बलरामपुर बढ़या भैंसाही गांव दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल और यूपी एटीएस की टीम आतंकी से जुड़ी जानकारी के आधार पर अभी भी छानबीन कर रही है।