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8वीं फेल डॉक्टर..12वीं पास अस्पताल मालिक, शेविंग ब्लेड से करते गर्भवती का ऑपरेशन, होश उड़ा देगी ये खबर
सुल्तानपुर (उत्तर प्रदेश). मीडिया में आए दिन डॉक्टरों की लापरवाही के मामले सामने आते रहते हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले से एक ऐसी हैरान करने वाली घटना सामने आई है। जो स्वास्थ्य विभाग के दावों की पोल खोलता है। यहां एक यहां एक अस्पताल के डॉक्टर ने गर्भवती ऑपरेशन किया और इलाज के दौरान महिला और नवजात की मौत हो गई। पुलिस ने जब मामले की जांच की तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। क्योंकि प्रसूता की सीजेरियन करने वाला डॉक्टर 8वीं फेल है। इतना ही नहीं हैरानी तब हो गई जब पता चला कि शख्स ने यह ऑपरेशन शेविंग ब्लेड से किया है। कई और भी चौंकाने वाले खुलासे हुए...
| Published : Mar 20 2021, 05:40 PM IST / Updated: Mar 20 2021, 05:47 PM IST
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दरअसल, यह चौंकाने वाली घटना सुल्तानपुर जिले के बल्दीराय थाने क्षेत्र की है। अशरफपुर गांव के रहने वाले राजाराम कोरी प्रसव पीड़ा के दौरान अपनी पत्नी पूनम को एंबुलेंस में अरवल स्थित मां शारदा निजी हॉस्पिटल लेकर पहुंचे थे। प्रसूता की तबीयत ज्यादा बिगड़ रही थी। जिसके बाद फर्जी डॉक्टर ने पूनम का शेविंग ब्लेड ऑपरेशन कर दिया। लेकिन दर्द और ज्यादा बढ़ गया, साथ ही महिला का रक्तस्राव होने लगा। फिर डॉक्टर ने बिना रेफर कागज बनाए ही इलाज के लिए लखनऊ रेफर कर दिया। कुछ देर बाद ही रास्ते में ही महिला और नवजात की मौत हो गई।
इस मामले के बाद परिजन जच्चा-बच्चा का शव लेकर बल्दीराय थाने पहुंचे। जहां उन्होंने अस्पताल के मालिक और डॉक्टर के खिलाफ इलाज में लापरवाही बरतने की शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी। जहां अस्पताल संचालक राजेश साहनी और डॉक्टर राजेंद्र शुक्ला सहित एक अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस पड़ताल में कई खुलासे हुए, अस्पताल के मालिक राजेश साहनी पिछले कई सालों से मां शारदा हॉस्पिटल यहां संचालित कर रहा है। बताया जा रहा है कि साहनी की यह अस्पताल रजिस्टर्ड नहीं है और यहां कोई भी प्रशिक्षित डॉक्टर काम नहीं कर रहा है। एक साल पहले ही उसने आठवी पास फर्जी डॉक्टर राजेंद्र शुक्ला को नौकरी पर रखा था। जबकि खुद अस्पताल संचालक 12वीं पास है।
सुल्तानपुर के पुलिस अधीक्षक अरविंद चतुर्वेदी ने मामले पर फौरन संज्ञान लिया और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पत्र लिखकर बिना लाइसेंस चलने वाले ऐसे अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा।