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अलीगढ़ में जहरीली शराब पीने से 30 लोगों की मौत, कई ने गंवाई आंखों की रोशनी..प्रशासन में मचा हड़कंप
अलीगढ़. उत्तर प्रदेश में एक तरफ कोरोना वायरस कहर बरपा रहा है, वहीं दूसरी तरफ जहरीली शराब से राज्य में हो रहीं मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। रोजाना मरने वालों का आंखड़ा बढ़ता ही जा रहा है। शनिवार को अलीगढ़ जिला प्रशासन ने 22 लोगों की मौत की पुष्टि की है। वहीं जिले में 8 और युवकों की जान गई है, जिनके परिजनों ने दावा किया है कि इनकी मौत भी जहरीली शराब पीने से हुई है। अभी उनके शव गांव में रखे हुए हैं। इस तरह 30 लोग अब तक दम तोड़ चुके हैं। वहीं 18 से 20 युवकों की अभी हालत गंभीर है। इतना ही नहीं कईयों की तो आंखों की रोशनी भी जा चुकी है।
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अलीगढ़ जिले में जहरीली शराब पीने से हो रहीं मौत के बाद से स्थानीय प्रशसान से लेकर राज्य सरकार में हड़कंप मचा हुआ है। डीएम ने घटना की मैजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। वहीं जिला आबकारी अधिकारी समेत पांच को सस्पेंड किया गया है। साथ ही पुलिस ने उन ठेकों को भी सील कर दिया है, जिन ठेकों से लोगों ने यह शराब खरीदी थी।
अलीगढ़ के एसएसपी SSP कलानिधि नैथानी और SDM रंजीत सिंह ने बताया कि जिन लोगों की इस शराब के पीने से मौत हुई है वह करसुआ,अंडला, हैवतपुर, फतेहपुर, सुजापुर, छेरत और रायट गांव के रहने वाले थे। जिन्होंने तीन अलग-अलग इलाकों में सरकारी ठेकों से गुरुवार की शाम देसी शराब खरीदी थी। जिसको पीते ही इन लोगों की तबीयत खराब हो गई और एक-एक करके दम तोड़ दिया।
मामला सामने आने के बाद राज्य के सीएम योगी आदित्यनाथ ने आबकारी और गृह विभाग से रिपोर्ट तलब की। साथ ही सीएम ने दोषियों के खिलाफ नेशनल सिक्यूरिटी एक्ट ( NSA) के तहत कार्रवाई करने के आदेश दे दिए हैं। इस एक्ट के तहत आरोपियों की सारी संपत्ति जब्त कर नीलामी होगी और उससे मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिया जाएगा।
डीआईजी, डीएम, एसएसपी, आबकारी अधिकारी सहित पूरा अमला मौके पर पहुंच गया। पुलिस ने धरपकड़ करते हुए जिले में शराब तस्करी रैकेट में चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो मुख्य आरोपी फरार हैं, जिन पर एडीजी ने 50-50 हजार का इनाम घोषित किया है। जिन आरोपियों को हिरासत में लिया है उनमें नरेन्द्र पुत्र दिगपाल, अजय पुत्र वीरपाल सिंह, अनिल चौधरी पुत्र किरन सिंह और गंगा सहाय शामिल हैं।
बता दें कि जहरीली शराब का सेवन करने से कई लोग जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं। वहीं अस्पताल में भर्ती चार लोग अपनी आंखों की रोशनी गंवा बैठे हैं। पीड़ितों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वह स्थानीय पुलिस और अवैध शराब का धंधा करने वालों के खिलाफ हंगामा कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह सब पुलिस की सह पर हुआ है। इसलिए पुलिसवालों पर भी कार्रवाई की जाए।