जाते जाते भी तबाह कर गया 2019
| Published : Dec 14 2019, 02:34 PM IST / Updated: Dec 29 2019, 05:11 PM IST
जाते जाते भी तबाह कर गया 2019
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अमेरिका में जनवरी के अंत और फ़रवरी की शुरुआत में हुई भरे बर्फ़बारी ने जनजीवन रोक दिया। सड़कों पर कई फीट बर्फ जमा हो गई। इसका सीधा असर लोगों की जिंदगी पर पड़ा। साथ ही देश में अंतरराष्ट्रीय और डॉमेस्टिक फ्लाइट्स भी प्रभावित हुए। इस बर्फबारी का संबंध आर्कटिक में आए बर्फीले तूफ़ान से था। वहां आए तूफान के कारण अमेरिका में भीषण बर्फबारी हुई।
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अफ्रीका में इडाई तूफान ने काफी तबाही मचाई। इसे अभी तक का सबसे खतरनाक चक्रवात माना गया। International Disaster Database के मुताबिक, इस तूफ़ान ने हजार से ज्यादा जानें ली। इसकी वजह से जिम्बाम्बे में सबसे ज्यादा तबाही मची।
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ओडिशा के कई इलाकों में फानी तूफान ने जमकर तबाही मचाई। 1999 में आए सुपर साइक्लोन के बाद ये अब तक का सबसे भीषण तूफान रहा। ओडिशा के तटीय इलाकों को इस तूफ़ान का सबसे ज्यादा असर देखा गया। घरों के अलावा पेड़ों और जानवरों पर इसका सबसे ज्यादा बुरा प्रभाव पड़ा। लेकिन सरकार की तत्परता से इंसानों की जिंदगी पर इसका ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ा। इस तूफ़ान से निपटने के लिए ओडिशा सरकार द्वारा उठाए गए कदम के कारण उनकी काफी तारीफ भी हुई।
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IDD की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल लू ने जापान में 160 लोगों को मौत के घाट उतार दिया। टोक्यो के बाहर तापमान 41 डिग्री तक पहुंच गया। कई लोगों को गर्मी के कारण अस्पताल में एडमिट करवाया गया। इसे देश ने प्राकृतिक आपदा घोषित किया।
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भारत में पहले गर्मी ने लोगों की जान ली। इसके बाद आए मॉनसून ने भी लोगों को चैन से जीने नहीं दिया। भारत के अलग-अलग हिस्सों में बाढ़ का कहर देखने को मिला। दक्षिण भारत के अलावा उत्तर भारत में भी बाढ़ ने तबाही मचाई। कई लोगों की जान गई। बाढ़ ने बिहार में बड़ी तबाही मचाई। बिहार के सीतामढ़ी में बाढ़ से सबसे ज्यादा तबाही मचाई। बात अगर पटना की करें तो 1975 के बाद से यहां बाढ़ ने ऐसी तबाही नहीं मचाई थी। पहले बिहार में सूखा पड़ा, इसके तुरंत बाढ़ आई बाढ़ ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया।
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अगस्त 2019 में चीन में लेकिमा आंधी ने भारी तबाही मचाई। इसमें 72 लोग मारे गए। इस आंधी ने चीन के कई इलाकों को अपनी चपेट में लिया। इस तूफ़ान में सबसे ज्यादा नुकसान रोड्स अऊर ब्रिजेस को हुआ।
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सितंबर में पाकिस्तान और उससे सटे भारतीय इलाकों को भूकंप के झटकों ने दहला दिया। रिचर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.8 दर्ज की गई। इसमें करीब 26 लोगों की मौत हुई। सड़कें फट गई और काफी नुकसान उठाना पड़ा।
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इस साल जापान में आए हगीबीस तूफान ने 86 लोगों की जान ली। देश के कई हिस्सों से भूस्खलन की खबर आई। सेना ने हजारों लोगों को रेस्क्यू किया। इस त्रासदी से हुए नुकसान देश अभी भी उबर रहा है।
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साल के खत्म होने कुछ हफ्ते पहले न्यूजीलैंड में ज्वालामुखी विस्फोट ने लोगों को हैरान कर दिया। इस विस्फोट की पहले कोई जानकारी नहीं थी। इस कारण इलाके में घूमने गए टूरिस्ट्स इसकी चपेट में आ गए। अभी भी वहां से डेड बॉडीज रिकवर की जा रही है। मरने वालों का सटीक आंकड़ा नहीं पता है।
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अमेजन के रेनफॉरेस्ट को दुनिया का सबसे बड़ा रेनफॉरेस्ट कहा जाता है। 2019 में इन जंगलों में करीब 73 हजार बार आग लगने की खबर सामने आई। ये पिछले साल के मुकाबले डबल थी। इस आग की लपटें इतनी ज्यादा थीं कि नासा के रिपोर्ट के मुताबिक, इसे स्पेस से देखा जा सकता था। बता दें कि इस आग की शुरुआत किसानों द्वारा जंगल में खेती करने के लिए लगाई गई लेकिन इसके बाद आग भड़कती गई और आग ने विकराल रूप धारण कर लिया।